तो अखिलेश की सभा में उमड़ी भीड़ बता रही सियासी हवा!
सपा प्रमुख के जौनपुर विजय रथ यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, 4पीएम की परिचर्चा में प्रबुद्धों ने रखे अपने विचार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। विधान सभा चुनाव से पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव की सभाओं में लगातार भीड़ उमड़ रही है। इस भीड़ ने भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। सवाल यह है कि अखिलेश की सभा में आ रही भीड़ क्या वोटों में तब्दील होगी? ऐसे कई सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार उमाकांत लखेड़ा, अमलेंदु उपाध्याय, रंजीव, अजय शुक्ला, लेखक रविकांत और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच चली परिचर्चा में।
रंजीव ने कहा, सत्ता में रहते हुए चुनाव लडऩा बड़ी चुनौती होती है। सपा ने खुद को भाजपा के मजबूत विकल्प के रूप में पेश किया है। भीड़ के लिए सपा के संगठन का योगदान है। यही वजह है कि यह भीड़ हर जगह दिख रही है। रविकांत ने कहा, यूपी की जनता हमेशा बदलाव करती रही है। वह पांच साल से अधिक किसी को सत्ता में नहीं रखती। यह भीड़ कहीं से लायी नहीं गयी है। भाजपा के लिए यह चुनौती है। सवाल यह है कि क्या यह भीड़ वोट बैंक में तब्दील होगी।
उमाकांत लखेड़ा ने कहा, लोग बदलाव का मन बना रहे हैं। वोट डालने के समय लोगों के मन में पार्टी की छवि होती है लेकिन वे सबसे कम बुरे का चयन करते हैं। लोग अगले पांच साल और भाजपा को झेलने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। सत्ता विरोधी रूझान अधिक है।
रंजीव ने कहा, भाजपा सरकार मूल सवालों से बच रही है। क्या संगठन को जनता की समस्याओं से फीडबैक नहीं मिल रहा है। कई मुद्दों पर लोगों में नाराजगी है। यह भाजपा को भारी पड़ेगा। अजय शुक्ला ने कहा, भीड़ अस्वाभाविक नहीं है। यह इसका प्रतीक है कि जनता मौजूदा सरकार से नाखुश है। इनका विकास का मॉडल हिंदूवादी है।