भोले बाबा की महाशिवरात्रि पर होती है विशेष कृपा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
साल 2025 में महाशिवरात्रि का पर्व 26 फरवरी के दिन मनाया जाएगा। साल 2025 में फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन महाशिवरात्रि का पर्व मानाया जाएगा। साल 2025 में फाल्गुन माह 13 फरवरी से शुरू हो जाएगा। जो 14 मार्च तक चलेगा। महाशिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन का दिन है। इस दिन शिव-पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन शिव भक्तों के लिए व्रत रखना विशेष महत्व है। भोलेनाथ की पूजा के लिए महाशिवरात्रि का दिन सबसे अच्छा और शुभ माना जाता है, इसलिए शिव भक्त इस दिन का बेसब्री से इंतजार करते है। महाशिवरात्रि का शाब्दिक अर्थ शिव की महान रात है। भगवान भोलेनाथ ने गृहस्थ जीवन जिया, साथ ही संस्यासी की तरह भी रहे। शरीर पर कपड़ों की जगह जानवरों की खाल, महलों में रहने की बजाए कैलाश पर्वत पर बर्फीले और सर्द माहौल में परिवार संग रहे। तरह-तरह के लजीज भोज की बजाए भांग धतूरा खाकर मस्त रहते है। हालांकि सांसारिक चीजों से दूर रहने वाले भगवान शिव का व्यक्तित्व बहुत ही सरल माना जाता है।

महाशिवरात्रि पर रखें व्रत

महाशिवरात्रि एक ऐसा त्योहार है, जिस दिन हर कोई भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए पूजा-अर्चना करता है। ऐसी मान्यता है कि, महाशिवरात्रि के दिन ही माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ था। तब से महाशिवरात्रि का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग महाकाल को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं। व्रत करते समय कई तरह के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है। ऐसा कहा जाता है कि जितनी जल्दी भगवान शंकर खुश होते हैं, उनका गुस्सा भी काफी भयानक हैं। इससे बचने के लिए आपको व्रत में सभी नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है। व्रत रखते समय सबसे जरूरी बात होती है कि इस दिन आप अन्न नहीं खा सकते।

पूजा की सामग्री और विधि

अगर इस दिन आप मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करना चाहते हैं तो इसके लिए कई तैयियां करनी होती हैं। जैसे शिव लिंग के अभिषेक के लिए दूध या पानी, कुछ बूंदे शहद एक साथ मिलाएं। अभिषेक के बाद शिवलिंग पर सिंदूर लगाएं। बाद में धूप और दीपक जलाएं। बेल और पान के पत्ते चढ़ाएं। आखिर में अनाज और फल चढ़ाएं। पूजा संपन्न होने तक ‘ओम नम: शिवाय का जाप करते रहें।

व्रत में इनका करें सेवन

फल- अगर आप शिवरात्रि पर व्रत रखने का सोच रहे हैं, तो खाने का खास ध्यान रखें। व्रत के दौरान आप फल खा सकते हैं। इससे आपकी ऊर्जा भी बनी रहेगी और साथ में पेट भी भरा रहेगा। व्रत में केला, संतरा, सेब, लीची, अनार खाए जा सकते हैं।

ठंडाई- ऐसा कहा जाता है कि व्रत के दौरान पेय पदार्थों को सेवन करना ज्यादा लाभदायक होता है। इसलिए आप शिवरात्रि के व्रत में ठंडाई का सेवन कर सकते हैं। इससे आपका पेट भी भर जाएगा और ये हेल्दी भी रहेगा। व्रत में आप सादा दूध न पीकर उसमें ड्राई फ्रूट्स, केसर, इलायची आदि वाला दूध पी सकते हैं।

सात्विक भोजन- व्रत में हमेशा सात्विक भोजन ही करना चाहिए। व्रत में आप आलू, कद्दू, अरबी और लौकी जैसी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। इसके साथ ही सिंघाड़े या कुट्टू के आटे की पूड़ी खा सकते हैं।

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