बिहार विस सभा में जमकर हंगामा
सदन में उठा शिक्षकों के ट्रांसफर का मुद्दा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। बिहार में बजट सत्र के दौरान सत्ता पक्ष व विपक्ष में जमकर वार-पलटवार जारी है। सोमवार नीतीश सरकार ने अपना अंतिम बजट पेश किया। विपक्ष ने बजट जनविरोधी बताकर खारिज कर दिया। दूसरे दिन भी विधान सभा में जमकर हंगामा हुआ। शिक्षकों का ट्रांसफर को लेकर विपक्ष ने सेरकार से सवाल पूछा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि एप बन गया है बहुत जल्द कर लिया जाएगा।
वहीं एक अन्य विपक्ष के विधायक ने कहा कि ट्रांसफर पोस्टिंग में देरी होने के कारण इसमें भ्रष्टाचार की बू आ रही है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने कहा कि ऑनलाइन में क्या भ्रष्टाचार होगा? इसके बाद शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग प्रक्रिया पर तेजी से काम कर रही है। जहां जो कमियां सामने आ रही है, उसपर भी काम चल रहा है। विपक्ष ने सवाल किया कि महिलाओं और दिव्यांगों को कब तक ट्रांसफर होगा? शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक अपने जिले में जाना चाहते हैं वह जा सकते हैं। सॉफ्टवेयर को अपडेट किया जाएगा।
लॉलीपॉप-झुनझुना लेकर पहुंचे राजद विधायक
बिहार विधान मंडल के बजट सत्र का मंगलवार को तीसरा दिन है। बिहार के बजट का विरोध जताते हुए महागठबंधन के नेताओं ने विधानसभा में जमकर प्रदर्शन किया। राष्टï्रीय जनता दल के विधायक मुकेश रोशन लॉलीपॉप और झुनझुना लेकर सदन पहुंच गए। उन्होंने विरोध जताते हुए कहा कि नीतीश सरकार ने बजट के नाम पर एक हाथ में लॉलीपॉप और दूसरे हाथ में झुनझ़ुना थमा दिया है। न महिलाओं के खाते में पैसे आए, न वृद्धा पेंशन में बढ़ोतरी हुई, न युवाओं को नौकरी मिली। अब जनता भी इन लोगों को झुनझुना दिखाकर विदा करेगी। इधर, वाणिज्य कर विभाग के प्रभारी मंत्री व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सदन में जीएसटी रिपोर्ट पेश करेंगे। इसके बाद जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी की ओर से बांधों की सुरक्षा रिपोर्ट सदन में पेश किया जाएगा।
बिहार सरकार के खजाने में पैसा ही नहीं है : भाई वीरेंद्र
राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि बजट में बेरोजगार, किसान और महिलाओं के लिए कोई नयी योजना नहीं दी गई है। इसमें केवल घोषणाएं की गई है। धरातल पर यह बजट कहीं उतरती नहीं दिख रही है। यह केवल चुनावी बजट है। सरकार के खजाने में पैसे नहीं है। जनता भी समझ रही है कि हमारे हाथ में फिर से झुनझुना पकड़ा दिया गया। बजट की राशि बढ़ाने पर राजद विधायक ने कहा कि यह तो आंकड़े का खेल है। सरकार वेतन नहीं बढ़ा पा रही है तो पैसे कहां से लाएगी? आने वाले समय में हमारे नेता तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बीस साल से मुख्यमंत्री हैं लेकिन उन्होंने रोजगार नहीं दिया। आज बिहार में रोजगार का मतलब केवल तेजस्वी यादव है।
महंगाई और झूठ का थोक में उत्पादन बढ़ा: राहुल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा व मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा,कि मोदी सरकार में अगर कुछ थोक में ‘मैन्युफैक्चर’ (उत्पादन) हुआ है, तो वो है आर्थिक विफलता, बेरोजगारी, महंगाई और झूठ। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में आर्थिक विफलता, बेरोजगारी, महंगाई और झूठ का थोक में ‘उत्पादन’ हुआ है।
उन्होंने यह भी कहा कि ‘अन्याय वाले कर’ हटाकर, एकाधिकार मिटाकर और बैंक के दरवाजे खोलकर मजबूत भारत का निर्माण शुरू हो सकता है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा कि मोदी सरकार में अगर कुछ थोक में ‘मैन्युफैक्चर’ (उत्पादन) हुआ है, तो वो है आर्थिक विफलता, बेरोजगारी, महंगाई और झूठ। उन्होंने कहा, ‘‘अन्याय वाले कर हटाओ, एकाधिकार मिटाओ, बैंक के दरवाज़े खोलो, हुनर को हक़ दिलाओ। तब अर्थव्यवस्था, रोजग़ार और मज़बूत भारत का निर्माण शुरू होगा।
सपा नेता अबू आजमी पर एफआईआर दर्ज
औरंगजेब की तारीफ पड़ी भारी, शिवसेना ने की इस्तीफे की मांग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अबू आजमी मुगल शासक औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली अपनी विवादास्पद टिप्पणी को लेकर कानूनी मुसीबत में फंस गए हैं। इस टिप्पणी से आक्रोश फैल गया, जिसके बाद शिवसेना (शिंदे गुट) ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने भी आजमी के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की है। शिवसेना (शिंदे गुट) ने अबू आजमी के खिलाफ मुंबई के मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
पूर्व विधायक और शिवसेना प्रवक्ता किरण पावस्कर ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एसपी नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस से संपर्क किया। पार्टी ने उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की है। इसके अतिरिक्त, शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने बीएनएस धारा 299, 302, 356(1), और 356(2) के तहत एक अलग शिकायत दर्ज की। जिसके बाद ठाणे पुलिस ने वागले एस्टेट पुलिस स्टेशन में आजमी के खिलाफ मामला दर्ज किया। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई और बढऩे की आशंका है। म्हस्के ने यह भी आरोप लगाया कि मुगल शासक औरंगजेब की प्रशंसा करने वाली अबू आजमी की टिप्पणी से धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। औरंगजेब पर उनकी टिप्पणी के सिलसिले में सपा विधायक अबू आजमी के खिलाफ ठाणे के नौपाड़ा थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी और इसे मुंबई के मरीन ड्राइव थाने में स्थानांतरित कर दिया गया था। इसके बाद आज मरीन ड्राइव पीएस में सीआर नंबर 59/25 के तहत धारा 299, 302, 356(1), 356(2) बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। आगे की जांच की जा रही है। महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू आजमी ने सोमवार को विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि इतिहास में औरंगजेब को गलत तरीके से चित्रित किया गया है। उन्होंने दावा किया कि औरंगजेब क्रूर शासक नहीं था और उसने कई मंदिर भी बनवाये थे।
केंद्र और राज्य सरकारें मुस्लिमों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहीं: मायावती
कहा- हानिकारक हो सकता है भेदभाव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने केंद्र और राज्य सरकारों पर मुस्लिमों के साथ सौतेला व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों को सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए।
मायावती ने एक्स पर हिंदी में लिखे एक पोस्ट में कहा कि इस तरह का भेदभाव समाज में शांति और सद्भाव के लिए हानिकारक हो सकता है, जो बहुत चिंता का विषय है। उन्होंने लिखा,भारत सभी धर्मों को सम्मान देने वाला धर्मनिरपेक्ष देश है। ऐसे में केन्द्र व राज्य सरकारों को बिना पक्षपात के सभी धर्मों के मानने वालों के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए, किन्तु अब मुसलमानों के साथ धार्मिक मामलों में भी जो सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है, यह न्यायसंगत नहीं। भारत सभी धर्मों को सम्मान देने वाला धर्मनिरपेक्ष देश है। ऐसे में केन्द्र व राज्य सरकारों को बिना पक्षपात के सभी धर्मों के मानने वालों के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए, किन्तु अब मुसलमानों के साथ धार्मिक मामलों में भी जो सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है, यह न्यायसंगत नहीं।
मायावती ने कहा, सभी धर्मों के पर्व-त्योहारों आदि को लेकर पाबन्दियाँ व छूट से सम्बंधित जो नियम-कानून हैं उन्हें बिना पक्षपात एक जैसा लागू होना चाहिए, जो ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है। इससे समाज में शान्ति व आपसी सौहार्द बिगडऩा स्वाभाविक, जो अति-चिन्तनीय। सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें।
किसान नेताओं के घर पुलिस का एक्शन
चंडीगढ़ और बरनाला में कार्रवाई कल होना था धरना प्रदर्शन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। भारतीय किसान यूनियन उगराहां के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां के घर भी पुलिस पहुंची है, मगर उन्हें किसान नेता घर पर नहीं मिले। पुलिस की कई टीमें बरनाला में भी किसान नेताओं के घर पहुंची है। पुलिस का ये एक्शन चंडीगढ़ में पांच मार्च को लगने वाले मोर्चे से पहले हुआ है। पंजाब के किसान नेता लगातार अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल कर बैठे है।
चंडीगढ़ में धरने से पहले ही किसान नेताओं के घर पर पुलिस की टीमें पहुंची है। पुलिस ने नेताओं के घर ये कार्रवाई की है। जानकारी के मुताबिक भारतीय किसान यूनियन उगराहां के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां के घर भी पुलिस पहुंची है, मगर उन्हें किसान नेता घर पर नहीं मिले। पुलिस की कई टीमें बरनाला में भी किसान नेताओं के घर पहुंची है। बता दें कि पुलिस का ये एक्शन चंडीगढ़ में पांच मार्च को लगने वाले मोर्चे से पहले हुआ है।
मनसा में भी पुलिस की टीमों ने किसान नेताओं के घर छापेमारी की और कुछ किसान नेताओं को हिरासत में लिया है।
केंद्र ने तमिलों के साथ किया भेदभाव: स्टालिन
कहा- उत्तरी राज्यों में तमिल पढ़ाने के लिए संस्थान क्यों नहीं स्थापित किए
सीएम ने ‘हिंदी थोपे जाने का विरोध’ विषय पर कार्यकर्ताओं को लिखा पत्र
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई । तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने कथित तौर पर हिंदी थोपने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आश्चर्य जताया कि केंद्र सरकार ने उत्तर भारत के राज्यों के लोगों को तमिल या अन्य दक्षिण भारतीय भाषाएं सिखाने के लिए संस्थान स्थापित करने में मदद क्यों नहीं की।
‘हिंदी थोपे जाने का विरोध’ विषय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित पत्र में स्टालिन ने कहा कि ‘गूगल ट्रांसलेट’, ‘चैट (जीपीटी)’ और कृत्रिम मेधा (एआई) जैसी तकनीक लोगों को संबंधी समस्याओं से निपटने में मदद करती हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए केवल आवश्यक तकनीक सीखना फायदेमंद होगा। किसी को थोपना उन पर केवल बोझ होगा। द्रमुक प्रमुख ने कहा कि गांधीजी का मानना था कि दक्षिणी राज्यों के लोग हिंदी सीखें और उत्तरी राज्यों के लोग दक्षिणी भाषाओं में से एक सीखें, जिससे राष्टï्रीय एकता का मार्ग प्रशस्त होगा और राष्टï्रपिता की इच्छा को पूरा करने के लिए दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा की स्थापना की गई थी। स्टालिन ने कहा कि गांधी जी ने खुद चेन्नई में सभा के मुख्यालय में कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था और वर्तमान में ये सभा छह हजार केंद्रों के साथ दक्षिणी राज्यों में काम कर रही है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने किसी का नाम लिए बगैर पूछा कि क्या उत्तर भारत में ‘उत्तर भारत तमिल प्रचार सभा या द्रविड़ सभा’ जैसा कोई संगठन स्थापित किया गया है, ताकि उत्तरी राज्यों के लोगों को दक्षिणी राज्यों की भाषाओं में से किसी एक को सीखने में सुविधा हो?
मुख्यमंत्री ने भाजपा का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जिन लोगों ने गंगा नदी के तट पर संत कवि तिरुवल्ल्लुवर की प्रतिमा स्थापित करने का दावा किया था, उन्होंने उसे कूड़े के ढेर में फेंक दिया।
गोडसे के मार्ग पर चलने वाले गांधी के उद्देश्यों को कभी पूरा नहीं कर पाएंगे
उन्होंने आश्चर्य जताया कि क्या ऐसे लोग तमिल का प्रचार करने के लिए कोई संस्था स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा कि ‘जो लोग गोडसे के मार्ग पर चलते हैं, वे गांधी के उद्देश्यों को कभी पूरा नहीं कर पाएंगे।’ दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, जिसे 1964 में संसद द्वारा राष्ट्रीय महत्व की संस्था घोषित किया गया था, की स्थापना 1918 में महात्मा गांधी ने दक्षिणी राज्यों में हिंदी का प्रचार करने के उद्देश्य से की थी और इसके पहले प्रचारक उनके पुत्र देवदास गांधी थे।