GDP ग्रोथ रेट के 6.5% से अधिक रहने का अनुमान, इंडियन इकोनॉमी में आई रफ्तार

4PM न्यूज़ नेटवर्क: भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की ग्रोथ रेट को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष (2025-26) में 6.5 प्रतिशत से अधिक रहेगी। इस बीच मूडीज रेटिंग्स ने ये अनुमान लगाया है कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था के 6.3 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। मूडीज ने बुधवार (12 March) को कहा कि उच्च सरकारी पूंजीगत व्यय, कर कटौती तथा ब्याज दर में कमी से उपभोग बढ़ेगा और अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था अधिक तेज रफ्तार से बढ़ेगी। मूडीज ने कहा कि हालांकि अगले वित्त वर्ष में भारतीय बैंकों का परिचालन वातावरण अनुकूल बना रहेगा, लेकिन हाल के वर्षों में पर्याप्त सुधार के बाद उनकी एसेट क्वालिटी में मामूली गिरावट आएगी।
भारतीय अर्थव्यवस्था में होगी बढ़ोत्तरी
मूडीज ने कहा कि “सरकारी पूंजीगत व्यय, उपभोग को बढ़ावा देने के लिए मध्यम वर्गीय आय समूहों के लिए कर कटौती और मौद्रिक सुगमता से भारत की वास्तविक GDP वृद्धि वित्त वर्ष 2025-26 में 6.5 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी। इसके चालू वित्त वर्ष में 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।” वित्त मंत्रालय की आर्थिक समीक्षा में अगले वित्त वर्ष के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6.3-6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
वित्त मंत्रालय की आर्थिक समीक्षा में अगले वित्त वर्ष के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6.3-6.8 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है. चालू वित्त वर्ष में जीडीपी वृद्धि दर 6.5 फीसदी रहने की बात कही गई है। ऐसे में मूडीज को उम्मीद है कि भारत की औसत मुद्रास्फीति दर पिछले वर्ष के 4.8 फीसदी से घटकर वित्तवर्ष 2025-26 में 4.5 फीसदी रह जाएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु
- RBI ने फरवरी 2025 में अपनी नीतिगत दर को 0.25 फीसदी घटाकर 6.25 फीसदी कर दिया।
- विकास दर को बढ़ाने के लिए RBI की बड़ी भूमिका रहने वाली है।