राज्यसभा में गरजे अमित शाह, देश की सुरक्षा को लेकर कही ये बात

4PM न्यूज़ नेटवर्क: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में शुक्रवार (21 March) को बड़ा ऐलान किया है। अमित शाह ने राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा का जवाब दिया। अमित शाह ने कहा कि यहां 21 सदस्यों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। एक तरह से गृह मंत्रालय के अनेक कार्यों के आयामों को समेटने का प्रयास किया गया। उन्होंने बताया कि सबसे पहले मैं उन हजारों राज्य पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने देश की आंतरिक सुरक्षा के साथ-साथ सीमाओं को मजबूत करने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।
गृह मंत्री ने कहा है कि देश से नक्सलवाद को 21 मार्च 2026 तक पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़कें, बैंक, एटीएम और इंटरनेट कनेक्टिविटी जैसी सुविधाएं बढ़ा रही है। ताकि वहां के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। शाह ने संसद में कहा कि सरकार की लगातार कोशिशों का ही नतीजा है कि कई नक्सली हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने असम जैसे राज्यों में चरमपंथी संगठनों के साथ शांति समझौते भी किए हैं, जिससे उग्रवाद को खत्म करने में मदद मिली है।
गृह मंत्री ने 10 साल में सुरक्षा को लेकर हुए कामों का लेखा-जोखा दिया
इसके साथ ही गृह मंत्री ने राज्यसभा में पिछले 10 साल में सुरक्षा को लेकर हुए कामों का लेखा-जोखा दिया। उन्होंने कहा, “समय के हिसाब से बदलाव जरूरी होता है। हम हर एक चुनौती से निपट रहे हैं, हमने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की। कई अपराध सीमा के बाहर हो रहे हैं. चार दशक से देश में 3 नासूर थे. जम्मू कश्मीर में आतंकवाद पहला नासूर था. दूसरा नक्सलवाद और उत्तर पूर्व उग्रवाद तीसरा नासूर था. हमने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की. हमने जम्मू कश्मीर से धारा 370 को खत्म किया. पहले की सरकार आतंकी हमलों को भूल जाती थी।”
देश में कई अपराध देश के बाहर से भी होते हैं। इसलिए इन सबको ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय में बदलाव करना जरूरी हो जाता है। मैं यह गर्व के साथ कहता हूं कि 10 साल में पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गृह मंत्रालय में लंबे समय से लंबित बदलाव एक बार में किए हैं।
वहीं हाल ही में छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों में सुरक्षा बलों ने कई नक्सलियों को ढेर किया है और उनके बड़े नेताओं को गिरफ्तार किया है। शाह का दावा है कि अगले दो सालों में नक्सलवाद पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा।सरकार के इस ऐलान के बाद देश में अब यह देखने की उत्सुकता बढ़ गई है कि क्या सच में 2026 तक नक्सलवाद का अंत हो पाएगा या नहीं?