Pope Francis : ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरू का इतने साल की उम्र में निधन

ईसाइयों के सबसे बड़े धर्म गुरू पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है.

4पीएम न्यूज नेटवर्कः पिछले साल जून के महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इटली में आयोजित G7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस अवसर पर सम्मिट के इतर उन्होंने वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से विशेष मुलाकात की। तब प्रधानमंत्री मोदी ने पोप फ्रांसिस की सराहना भी की थी. साथ ही, धरती को बेहतर बनाने में उनकी की गई सेवा का जिक्र किया था.

ईसाइयों के सबसे बड़े धर्म गुरू पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है. फ्रांसिस ने वेटिकन सिटी में आज सुबह 7 बजकर 35 मिनट पर अंतिम सांस ली. वे 88 साल के थे. लंबे समय से उनकी बीमारी की खबरें आ रहीं थीं. मगर फिर बीच में कुछ सुधार की भी जानकारियां आईं थीं. कल ही अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वैंस से उनकी मुलाकात की तस्वीरें अंतरर्राष्ट्रीय सुर्खियां बंटोर रही थीं. मगर आज सुबह उन्होंने अपना देह त्याग दिया. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पिछले साल पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी.

पिछले साल हुई थी आखिरी मुलाकात
पिछले साल जून के महीने में प्रधानमंत्री जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जब इटली गए तो वहां उन्होंने सम्मिट से इतर पोप फ्रांसिस से मुलाकात की. तब प्रधानमंत्री मोदी ने पोप फ्रांसिस की सराहना भी की थी. साथ ही, धरती को बेहतर बनाने में उनकी की गई सेवा का जिक्र किया था.

सबसे दिलचस्प बात ये थी कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनको भारत आने का न्योता भी दिया था. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पोप फ्रांसिस से 2021 में वेटिकन में मुलाकात की थी. तब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ ढेरों मुद्दों पर बात की थी जिसमें तब की दुनिया की सबसे बड़ी संकट कोरोना का भी जिक्र था. पोप फ्रांसिस साल 2013 में कैथोलिक चर्च के मुखिया बने थे.

पोप फ्रांसिस का जन्म अर्जेंटीना में हुआ था. वे अमेरिकी महादेश से पोप होने वाले पहले व्यक्ति थे. 13 मार्च 2013 को 76 साल की उम्र में वे पोप चुने गए थे. पोप फ्रांसिस ने उस चर्च को गोद लिया था जो बच्चों के यौन शोषण की वजह से काफी विवादों में और निशाने
पर रहा था. पर इन्होंने इस पूरे चर्च में नए सिरे से काफी अच्छी व्यवस्था कायम की.

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