नौसेना अधिकारी विनय नरवाल की जयंती पर ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन, परिवार ने दी भावनात्मक प्रतिक्रिया
विनय नरवाल की बहन सृष्टि नरवाल ने कहा, "विनय की पत्नी हिमांशी इस हादसे से अब भी उबर रही हैं। जिसका पति उसकी आंखों के सामने शहीद हो गया हो, उसकी हालत कैसी होगी — ये सिर्फ महसूस किया जा सकता है।

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुरूवार को नौसेना के शहीद अधिकारी विनय नरवाल की जयंती के मौके पर एर ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। यह आयोजन दिवंगत अधिकारी को श्रद्धांजलि देने और उनके सेवा-भाव को सम्मानित करने के उद्देश्य से किया गया। इस अवसर पर उनके परिवार के सदस्य, दोस्तों और स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
मीडिया से बातचीत में विनय नरवाल की बहन सृष्टि नरवाल ने कहा, “विनय की पत्नी हिमांशी इस हादसे से अब भी उबर रही हैं। जिसका पति उसकी आंखों के सामने शहीद हो गया हो, उसकी हालत कैसी होगी — ये सिर्फ महसूस किया जा सकता है। पूरा परिवार इस समय उनके साथ है और उन्हें संभालने की पूरी कोशिश कर रहा है।” सृष्टि ने बताया कि हिमांशी धीरे-धीरे रिकवरी कर रही हैं और परिवार का साथ उन्हें इस कठिन समय में सहारा दे रहा है। यह आयोजन न केवल विनय नरवाल की वीरता को याद करने का माध्यम बना, बल्कि समाज को उनके जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश भी दे गया।
छुट्टी लेकर लोग ब्लड डोनेट करने आए- सृष्टि
आपको बता दें,कि 1 मई को विनय नरवाल के 27वें जन्मदिन के मौके पर उनकी याद में करनाल में उनके आवास पर ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया. उनकी बहन ने कहा, “मैं सभी को धन्यवाद करना चाहूंगी. लोग इतनी दूर दूर से आए हैं. मेरी एक कपल से बात हुई वो बेंगलुरू से फ्लाइट से सिर्फ ब्लड डोनेट करने आए. दिल्ली, गुड़गांव, जींद और गुहाना दूर दूर से लोग आ रहे हैं. स्कूल से छुट्टी लेकर आ रहे हैं.” उन्होंने बताया कि अब हर साल उनके जन्मदिन पर ये आयोजन किया जाएगा.
भाभी हिमांशी को लेकर क्या कहा?
सृष्टि ने अपनी भाभी हिमांशी के बारे में कहा, “आप समझ ही सकते हैं, जिसका पति उसकी आंखों के सामने, जिसके साथ ऐसा हुआ हो, उसकी कंडीशन क्या होगी. सारा परिवार उनके साथ है. अभी वो रिकवर कर रही हैं.”
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ हिमांशी का वीडियो
इस बीच सोशल मीडिया पर हिमांशी का वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें उन्होंने कहा कि वो शांति और न्याय चाहती हैं. जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया उन्हें सजा मिलनी चाहिए. लेकिन इस घटना के बाद कश्मीरियों और मुसलमानों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए. बता दें कि कोच्चि में तैनात नौसेना के अधिकारी विनय नरवाल अपनी पत्नी के साथ 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन घाटी में ही मौजूद थे. वो वहां छुट्टियां मनाने गए थे. विनय और हिमांशी की शादी 16 अप्रैल 2025 को हुई थी. आतंकियों ने विनय नरवाल से उनका धर्म पूछा और गोली मार दी. आतंकी हमले के बाद हिमांशी की तस्वीर और वीडियो ने लोगों का कलेजा पिघला दिया.



