मोदी के जम्मू-कश्मीर दौरे से पहले उठा सवाल

कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष ने पूछा- पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादी अभी भी गिरफ्त से बाहर क्यों

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जम्मू कश्मीर दौरे से एक दिन पहले बृहस्पतिवार को कटाक्ष करते हुए कहा कि वह इस बात से जरूर अवगत होंगे कि पहलगाम आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकी आज भी न्याय की जद से बाहर हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, प्रधानमंत्री कल जम्मू-कश्मीर के दौरे पर होंगे।
निश्चित रूप से वह जानते हैं कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए क्रूर आतंकवादी हमलों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार आतंकी अभी भी नहीं पकड़े गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ खबरों के अनुसार ये वही आतंकवादी हैं जो दिसंबर, 2023 में पुंछ में और अक्टूबर, 2024 में गगनगीर और गुलमर्ग में हुए आतंकी हमलों में भी शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ‘आर्च ब्रिज’ चिनाब रेल पुल का उद्घाटन करेंगे और जम्मू-कश्मीर के कटरा तथा श्रीनगर के बीच वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी भी दिखाएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि कटरा में प्रधानमंत्री 46,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे।

पाकिस्तान को दोहरी जिम्मेदारी मिलना हमारी विदेश नीति के पतन की दुखद दास्तां है : खेड़ा

कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में दो जिम्मेदारियां मिलना भारतीय विदेश नीति के पतन की दुखद दास्तां है, लेकिन वैश्विक समुदाय पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद के प्रायोजन को लगातार वैध ठहराना कैसे जारी रख सकता है?पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) तालिबान प्रतिबंध समिति के अध्यक्ष और यूएनएससी आतंकवाद विरोधी समिति के उप प्रमुख की जिम्मेदारी मिली है।कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने एक्स पर पोस्ट किया, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान 9 मई को आईएमएफ ने पाकिस्तान को एक अरब डॉलर दिए। ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद विश्व बैंक ने पाकिस्तान को 40 अरब डॉलर देने का फैसला किया। ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद 3 जून को एडीबी ने पाकिस्तान को 80 करोड़ डॉलर दिए। उन्होंने कहा कि अब 4 जून को पाकिस्तान को यूएनएससी तालिबान प्रतिबंध समिति के अध्यक्ष और यूएनएससी आतंकवाद विरोधी समिति के उप प्रमुख के रूप में चुना गया।

सरकार ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को हैं तैयार : रिजिजू

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने में सभी राजनीतिक दलों को साथ लेने के सरकार के संकल्प को रेखांकित करते हुए कहा कि न्यायपालिका में भ्रष्टाचार को ‘राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि कथित भ्रष्टाचार के मामले में फंसे न्यायमूर्ति वर्मा को हटाने के उद्देश्य से की जा रही यह कवायद एक ‘सहयोगात्मक प्रयास हो उन्हें उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति ने दोषी ठहराया है। 23 दिन के मॉनसून के इस सत्र में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी और इनमें से एक न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव भी होगा। केंद्र सरकार ने संसद के मानसून सत्र की तारीख का ऐलान ऐसे वक्त में किया है, जब विपक्ष की ओर से लगातार पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की जा रही है।

सीएम मान के बयान पर नहीं रुक रहा घमासान

वन नेशन वन हसबैंड पर सियासी बवाल

पंजाब के सीएम ने पीएम मोदी पर किया कटाक्ष

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। पंजाब सीएम ने पीएम मोदी पर ऑपरेश सिंदूर पर कटाक्ष किया था कि वह वन नेशन वन हसबैंड योजना ला रहे हैं इसको लेकर पंजाब समेत पूरे देश में घमासान मचा गया है। बीजेपी ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की ऑपरेशन सिंदूर को लेकर की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा की है।
बीजेपी ने मांग की है कि सीएम मान को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। बीजेपी नेताओं ने भगवंत मान के बयानों को गैर-जिम्मेदाराना और आपत्तिजनक करार दिया है। पार्टी का कहना है कि ऑपरेशन सिंदूर, जो एक महत्वपूर्ण सुरक्षा अभियान था, उस पर पंजाब के सीएम की टिप्पणी न केवल अनुचित है, बल्कि यह राष्ट्रीय हितों के खिलाफ भी है। बीजेपी ने इसे पंजाब सरकार की विफलता और असंवेदनशीलता का प्रतीक बताया। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि भाजपा घर-घर जाकर सिंदूर बांटेगी, उन्होंने कहा कि क्या आप मोदी के नाम का सिंदूर लगाएंगे? क्या यह एक राष्ट्र, एक पति योजना है? इसको लेकर पंजाब के बीजेपी प्रवक्ता प्रीतपाल सिंह बलियावाल ने कहा, भगवंत मान का बयान निंदनीय है।

राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा रही आप : भाजपा

बीजेपी ने पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने बार-बार गलत नीतियों और बयानों से राज्य की छवि को नुकसान पहुंचाया है। पार्टी ने केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की भी मांग की है। बीजेपी ने मांग की है कि भगवंत मान के बयानों की जांच की जाए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई हो। पार्टी ने कहा कि इस तरह के बयान देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा बन सकते हैं।

बिहार में चल रही है तालिबानी सरकार : तेजस्वी

गया में डॉक्टर की पिटाई के बाद सियासी बवाल
कहा- वहां से भी बदतर स्थिति है यहां

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गया। बिहार में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है वहां पर सियासी गहमागहमी तेज होती जा रही है। जहां विपक्ष सता पक्ष पर हमलावर है वहीं सत्ता में भागीदार पार्टियां वहां की विपक्षी पार्टियों पर तीखा प्रहार करने में कोई गुरेज नहीं कर रही है। इन सबके बीच बिहार में बढ़ रहे आपराधिक वारदातों को लेकर राजद ने नीतश सरकार पर वार किया है।
गय में मंगलवार को रेप पीडि़ता के घर महिला का इलाज करने पहुंचे डॉक्टर को बदमाशों ने पेड़ से बांधकर जमकर पिटाई कर दी थी। इस खबर के बाद बिहार प्रतिपक्ष नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बिहार को तालिबान से तुलना करते हुए बिहार सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा है कि बिहार में तालिबान से भी बदतर स्थिति है। गया जिला में बलात्कार पीडि़ता की मां का इलाज करने गए डॉक्टर को आरोपियों ने पेड़ से बांधकर पीट-पीट कर खून से लथपथ कर दिया।

20 वर्षों की भ्रष्ट एनडीए सरकार नाकाम

20 वर्षों की भ्रष्ट एनडीए सरकार में पुलिस और प्रशासन अपराध रोकने, अपराधियों को पकडऩे, सजा एवं न्याय दिलाने में बिल्कुल असमर्थ है। इसलिए लोग अपनी मर्जी से कानून को हाथ में ले रहे हैं। बिहार में तालिबान से भी बदतर स्थिति है। गया जिला में बलात्कार पीड़िता की मां का इलाज करने गए डॉक्टर को आरोपियों ने पेड़ से बांधकर पीट-पीट कर खून से लथपथ कर दिया।

पीडि़ता के परिजनों से मिले तेजस्वी यादव

कुढऩी प्रखंड में दुष्कर्म पीडि़ता की मौत के बादनेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। इस दौरान राजद के कई विधायक और वरिष्ठ नेता उनके साथ मौजूद रहे। तेजस्वी यादव ने पीडि़त परिजनों से मुलाकात कर उन्हें न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का मांगा इस्तीफा

तेजस्वी यादव ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी राज्य सरकार और उसके मंत्री अब तक मौन हैं। उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मंत्री को पीडि़त परिवार से मिलने की जरूरत तक महसूस नहीं हुई। अगर वे मौके पर जाकर परिजनों से बात करते तो घटनास्थल पर हुई लापरवाही और कमियों की जानकारी मिल सकती थी।

अपने 9वीं फेल बेटे को बिहार का राजा बनाना चाहते हैं लालू : प्रशांत किशोर

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने गुरुवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख अपने बेटे तेजस्वी यादव को बिहार का राजा बनाना चाहते हैं, जिन्होंने 9वीं कक्षा भी पास नहीं की है, जबकि आम लोगों के बच्चों को स्नातक करने के बावजूद नौकरी नहीं मिल रही है। किशोर ने बिहार के सारण में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमें लालू प्रसाद यादव से सीखना चाहिए कि बच्चों की चिंता कैसे की जाती है।

आदित्य आगे आकर गठबंधन की बात करें: प्रकाश

मनसे ने कहा- अगर राज ठाकरे से मिलना है तो माने ये शर्त

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के सीनियर नेता प्रकाश महाजन ने उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन पर बात बनने से पहले एक बड़ी शर्त रख दी है। प्रकाश महाजन का कहना है कि अगर शिवसेना यूबीटी मनसे के साथ आना चाहती है तो आदित्य ठाकरे आगे आएं और खुद आकर राज ठाकरे से मिलें।
प्रकाश महाजन अपनी इस शर्त के पीछे की वजह भी बताई. उनका कहना है कि अगर राज ठाकरे से गठबंधन को लेकर बात करनी है तो उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) को किसी ऊंचे पद के नेता को मनसे प्रमुख के पास भेजना होगा।
अगर उद्धव ठाकर किसी जूनियर नेता को आगे बढ़ाएंगे तो राज ठाकरे भी किसी जूनियर नेता को ही भेजेंगे। मनसे नेता ने कहा कि अगर वाकई गठबंधन होना है तो आदित्य ठाकरे को आगे आकर राज साहेब के विचारों को समझना चाहिए। अगर आदित्य ठाकरे बातचीत के लिए जाते हैं तो दोनों पक्ष गंभीरता को समझेंगे। मालूम हो, पूर्व राज्य मंत्री आदित्य ठाकरे शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बेटे हैं, दो दिन पहले आदित्य ठाकरे ने कहा था कि अगर कोई महाराष्ट्र के हितों की रक्षा के लिए साथ आना चाहता है तो हम उन्हें भी साथ लेकर चलेंगे।

दोनों भाइयों का साथ आना गलत नहीं- मनसे

वहीं, प्रकाश महाजन ने इस बात पर जोर दिया कि राजनीतिक रूप से अलग हुए ठाकरे भाइयों के एक साथ आने के प्लान में कोई बुराई नहीं है। उन्होंने कहा कि मनसे ने साल 2014 और साल 2017 में यह कोशिश की थी।

ये कहा था उद्धव और राज ठाकरे ने

चचेरे भाई उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के बयानों से ये अटकलें तेज हो गई थीं कि दोनों वापस एकसाथ आना चाहते हैं। उनके बयानों से संकेत मिला था कि वे छोटे-मोटे मुद्दों को नजरअंदाज कर सकते हैं और लगभग 20 साल के कटु अलगाव के बाद हाथ मिला सकते हैं। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा था कि मराठी मानुस (मराठी भाषी लोगों) के हित में एकजुट होना मुश्किल नहीं है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह छोटी-मोटी लड़ाइयां पीछे छोडक़र आगे बढऩे को तैयार हैं, बशर्ते कि महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वालों को तरजीह न दी जाए।

चंद्रशेखर से मिले स्वामी प्रसाद

बसपा, सपा व भाजपा पर साधा निशाना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी में रह चुके पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर पाला बदल सकते हैं। वह फिलहाल अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक सियासी मुलाकात के बाद हलचल शुरू हो गई है।
जानकारी के अनुसार लखनऊ में पिछले दिनों चंद्रशेखर आज़ाद और स्वामी प्रसाद मौर्य के अहम मुलाकात बीच हुई है। राजधानी में निजी स्थान पर लंबी बातचीत हुई दोनों के बीच सामाजिक न्याय और दलित-पिछड़ा को एकजुट करने के मुद्दे पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, स्वामी मौर्य जल्द आज़ाद समाज पार्टी (कांशीराम) में शामिल हो सकते हैं। पार्टी स्वामी मौर्य को यूपी में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है। अगर स्वामी, आसपा (का) में शामिल होते हैं तो वह बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। वर्ष 2012 में पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य बसपा सरकार में मंत्री भी रहे।

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