मौनी अमावस्या की भगदड़ में मौतों को लेकर रिपोर्ट पर घमासान, केशव मौर्य ने दिया जवाब

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस साल आयोजित महाकुंभ 2025 की मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ की घटना एक बार फिर चर्चा में आ गई है। सरकार जहां 37 मौतों की पुष्टि कर चुकी है, वहीं मीडिया संस्थान की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उस दिन कुल 82 लोगों की मौत हुई थी। इस रिपोर्ट को लेकर अब राज्य के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी है।
“हम किसी खबर पर प्रतिक्रिया देने के लिए बाध्य नहीं” – केशव मौर्य
वाराणसी में मीडिया से बातचीत करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा आप कोई खबर चलाएं और हम तुरंत उस पर प्रतिक्रिया दें, ऐसा ज़रूरी नहीं। घटना बेहद दुखद थी और हर पीड़ित परिवार की मदद की गई है।
उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ 66 करोड़ श्रद्धालुओं की भागीदारी के साथ भव्य और दिव्य आयोजन रहा। “हमारी कोशिश रहती है कि जो भी श्रद्धालु आए, वह सकुशल लौटे। लेकिन दुर्भाग्य से मौनी अमावस्या पर एक दुखद घटना घटी। हम सभी को इसका खेद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है।”
अखिलेश यादव ने रिपोर्ट को बताया ‘महासत्य की शुरुआत’
तो वहीं इससे पहले मीडिया संस्थान की इस रिपोर्ट को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया पर सवाल उठाते हुए लिखा, यह रिपोर्ट अंत नहीं, बल्कि महाकुंभ में हुई मौतों और उनसे जुड़े आर्थिक मामलों के महासत्य की खोज का आरंभ है। जब सत्य सामने आता है, तो झूठ की परतें खुलती हैं, और हर स्वांग, हर मुखौटा उतरता चला जाता है। अखिलेश ने यह भी कहा कि सरकारी सूचना-प्रबंधन चाहे जितनी कोशिश करे, लेकिन सच को दबाया नहीं जा सकता।
सरकार और विपक्ष आमने-सामने
जहां सरकार महाकुंभ के आयोजन को सफल और ऐतिहासिक बता रही है, वहीं विपक्ष इसे प्रशासनिक लापरवाही और आंकड़ों की हेराफेरी बता रहा है। बीबीसी की रिपोर्ट ने इस मुद्दे को नया मोड़ दे दिया है और आने वाले दिनों में यह बहस और भी गर्मा सकती है।



