ट्रंप के एक बयान से दुनिया परेशान, भारत को भी होगा तगड़ा नुकसान!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बयान ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है. ट्रंप ने तेहरान को खाली करने को कहा, जिसके बाद मंगलवार को एशियाई बाजारों में शुरुआती कारोबार के दौरान तेल की कीमतों में करीब 2% की उछाल देखी गई. इस बयान ने इजरायल-ईरान तनाव के कम होने की उम्मीदों को झटका दिया, जिससे बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई है. साथ ही, अमेरिकी वायदा बाजार में भी गिरावट देखने को मिली. ट्रंप की इस अपील का असर भारत पर भी पड़ेगा. क्योंकि अगर तेल के दाम बढ़े तो भारत को इसका तगड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है.
ट्रंप ने अल्बर्टा में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान सोशल मीडिया पोस्ट में यह बात कही. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उनका इशारा किस ओर था. इससे पहले ट्रंप ने कहा था कि ईरान समझौता करना चाहता है. लेकिन उनके ताजा बयान के बाद तेल की कीमतों में तेजी आई. तेल की कीमतों में इस उछाल का असर भारत जैसे देशों पर भी पड़ सकता है, जो अपनी तेल जरूरतों का बड़ा हिस्सा आयात करता है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर तेल की कीमतें बढ़ती रहीं, तो भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे महंगाई और परिवहन लागत में इजाफा होगा. इससे आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के अनुसार, तेहरान ने संकेत दिए हैं कि वह इजरायल के साथ तनाव कम करना चाहता है और अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता फिर शुरू करने को तैयार है, बशर्ते वाशिंगटन इजरायली हमलों में शामिल न हो. रॉयटर्स की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि ईरान ने कतर, सऊदी अरब और ओमान के जरिए यह संदेश भेजा है. विश्लेषकों का मानना है कि अगर इजरायल-ईरान के बीच तनाव सीमित रहता है, तो बाजारों पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. लेकिन ट्रंप के बयान और तेल की बढ़ती कीमतों ने भारत जैसे आयात-निर्भर देशों के लिए चिंता बढ़ा दी है.

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