कमर में दर्द में इन योगासनों से मिलेगी राहत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कमर दर्द एक आम समस्या बन गई है। लंबे समय तक बैठना, गलत तरीके से बैठना और तनाव इसकी बड़ी वजहें हैं। लेकिन हर बार इसे हल्का समझ कर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार कमर के किसी खास साइड में दर्द होना किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। जी हां, दरअसल शरीर के दाहिने हिस्से में शरीर के कई जरूरी अंग होते हैं। जैसे कि लिवर, गोलब्लैडर, किडनी, कॉलन और छोटी आंत। ऐसे में इन किसी भी अंग में समस्या होने पर आपके दाहिने कमर में दर्द हो सकता है। इसके अलावा भी कमर के दाहिने हिस्से में दर्द के कई और कारण भी हो सकते हैं। अगर आप भी कमर दर्द से परेशान हैं, तो दवाओं से पहले योग को आजमाएं। योग न सिर्फ दर्द से राहत देता है, बल्कि रीढ़ को मजबूत और लचीला भी बनाता है। रोजाना कुछ खास योगासनों का अभ्यास कमर दर्द को कम करने में कारगर है। इन योगासनों में शलभासन और भुजंगासन शामिल हैं, जो आपकी कमर को स्वस्थ रख सकते हैं।
शलभासन
शलभासन या टिड्डी मुद्रा उन लोगों के लिए एकदम सही आसन है जो पीठ के निचले हिस्से में दर्द और अपच से पीडि़त हैं। यह आसन न केवल जांघों, ऊपरी जांघों और नितंबों की मांसपेशियों को टोन करने में मदद करता है, बल्कि यह पीठ के निचले हिस्से की मांसपेशियों को भी मजबूत करता है। इसके अलावा शलभासन, पूरे पेट और पेट के अंगों की मालिश करने में मदद करता है, जिससे आपके पाचन, मल त्याग और चयापचय से जुड़ी किसी भी समस्या को ठीक किया जा सकता है। इसे करने के लिए पेट के बल लेट जाएं, हथेलियां नीचे रखें और सांस लेते हुए पैरों को पीछे की ओर उठाएं। सिर और छाती को भी थोड़ा ऊपर उठाएं। 20-30 सेकंड तक इस मुद्रा में रहें, फिर धीरे से नीचे आएं। ये आसन रीढ़ को लचीलापन देता है और निचली कमर के दर्द को कम करता है।
बालासन
बालासन संस्कृत का शब्द है जहां बाल का अर्थ बच्चे है। इस आसन को करते समय जमीन पर लेटे बच्चे की तरह आकृति बनती है और कूल्हे जमीन से ऊपर उठे हुए एवं घुटने जमीन से चिपके होते हैं इसलिए इस आसन को बालासन पोज कहा जाता है। बालासन का अभ्यास सही तरीके से करने से यह शरीर के कई विकारों को दूर करने में मदद करता है। बालासन, थकान को दूर करने में मदद करता है। जिन लोगों को चक्कर आने की शिकायत होती है उनके लिए यह आसन काफी फायदेमंद होता है। बालासन कमर को आराम देने और तनाव कम करने के लिए शानदार है। घुटनों के बल बैठें, सांस छोड़ते हुए आगे झुकें और माथा जमीन पर टिकाएं। हाथों को आगे या पीछे रख सकते हैं। 30 सेकंड तक इस मुद्रा में रहें। ये आसन रीढ़ को रिलैक्स करता है और कमर दर्द से राहत देता है।
रोज सुबह करें योग
ध्यार रखें कि ये तीनों आसन नियमित तौर पर करें, साथ ही सुबह खाली पेट योग करना अच्छा होता है। प्रतिदिन पांच मिनट ये योगासन करने से आपको जल्द फायदा दिखेगा। कमर दर्द की समस्या से तो छुटकारा मिलेगा ही, कई और शारीरिक परेशानियों से निजात मिल सकता है।
भुजंगासन
भुजंगासन कमर दर्द के लिए सबसे लोकप्रिय योगासनों में से एक है। भुजंगासन करने पर शरीर में लचकता आती है, खासकर कमर की मसल्स फ्लेक्सिबल होती हैं। कमर पर किसी तरह की अकडऩ हो तो दूर हो जाती है और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी दिक्कतों में राहत मिलती है। इस योगासन को करने पर पेट की दिक्कतें जैसे गैस, अपच और कब्ज दूर होने में मदद मिलती है। रक्त प्रवाह बेहतर होता है। कंधों की जकडऩ ठीक होती है। पेट के बल लेटकर हथेलियों को कंधों के नीचे रखें। सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं और नजर सामने रखें। 15-20 सेकंड तक रुकें, फिर धीरे से नीचे आएं। ये आसन रीढ़ को खींचता है, पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है और कमर दर्द से राहत देता है। इसे रोजाना 4-5 बार करें।


