सीएम योगी ने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का किया लोकार्पण, विपक्ष पर साधा निशाना

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ के सलारपुर पहुँचे, जहाँ उन्होंने गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का विधिवत लोकार्पण किया। इस अवसर पर जनसभा स्थल पर कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मंच पर आते ही भाजपाइयों ने जोरदार तालियों की गड़गड़ाहट के साथ मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
सीएम योगी ने अपने संबोधन में ऐतिहासिक वीरता का स्मरण करते हुए कहा, “1857 की क्रांति के नायक वीर कुंवर सिंह यदि आज के जैसे सशक्त रोड कनेक्टिविटी से जुड़े होते, तो आजमगढ़ सहित पूरा भारत बहुत पहले ही स्वतंत्र हो चुका होता।” उन्होंने पूर्व की सरकारों पर कटाक्ष करते हुए कहा, “जो नेता सिर्फ जाति के नाम पर राजनीति करते थे, वे पूर्वांचल में केवल चुनाव के वक्त दिखाई देते थे। लेकिन अब स्थितियाँ बदल चुकी हैं आज प्रयागराज से शुरू होकर सोनभद्र तक गंगा एक्सप्रेसवे के ज़रिए विकास की गंगा बह रही है।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश की लाइफलाइन बनने जा रहा है। कुल 91.35 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर के एनएच-27 पर स्थित जैतपुर से शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलता है।
यह परियोजना उत्तर प्रदेश के चार ज़िलों गोरखपुर, संत कबीर नगर, अंबेडकर नगर और आजमगढ़ से होकर गुजरती है। भविष्य में इसे छह लेन तक विस्तार देने की योजना है, जिससे क्षेत्र की यातायात क्षमता और तेज़ी से बढ़ेगी।
इस भव्य एक्सप्रेसवे के निर्माण में भूमि अधिग्रहण समेत कुल ₹7,283.28 करोड़ की लागत आई है। इसका निर्माण दो चरणों में पूरा हुआ।
पहला खंड: जैतपुर (गोरखपुर) से फुलवरिया (अंबेडकर नगर) तक – 48.317 किमी
दूसरा खंड: फुलवरिया से सलारपुर (आजमगढ़) तक – 43.035 किमी
गौरतलब है कि यह एक्सप्रेसवे न केवल पूर्वांचल की आर्थिक गतिविधियों को रफ्तार देगा, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी इसे एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।



