मतभेदों को समय आने पर आंतरिक रूप से उठाऊंगा: शशि थरूर

- कांग्रेस नेता ने कुछ नेताओं के साथ मतभेदों को स्वीकार किया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। नीलांबुर उपचुनाव के दिन सांसद शशि थरूर ने अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने मीडिया से कहा कि पार्टी ने उन्हें नीलांबुर में प्रचार के लिए नहीं बुलाया। थरूर ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर उन्हें बुलाया जाता तो वे जाते। थरूर ने कहा कि पार्टी नेतृत्व के साथ उनके मतभेद हैं और इस मामले पर पार्टी में चर्चा की जाएगी। चर्चा का विषय यह रहा कि यूडीएफ उम्मीदवार आर्यदान शौकम के लिए प्रचार करने नीलांबुर आने के बावजूद सभी वरिष्ठ नेताओं और अधिकांश कांग्रेस सांसदों ने थरूर से मुलाकात नहीं की। ऐसी खबरें थीं कि राष्टï्रीय नेतृत्व और राज्य नेतृत्व थरूर के नए कदमों से नाखुश हैं।
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों को उजागर करने के लिए अमेरिका में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले थरूर को ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन करने वाली उनकी टिप्पणियों के लिए कुछ कांग्रेस नेताओं की आलोचना का सामना करना पड़ा। उनके बयान पर पार्टी के सहयोगियों ने तीखी आलोचना की। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने मनमोहन सिंह का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वे यूपीए शासन के दौरान की गई सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र कर रहे हैं, जिसमें थरूर को टैग करते हुए एक तीखा, मौन जवाब दिया गया है। जयराम रमेश ने विदेशी प्रतिनिधिमंडलों में थरूर जैसे विपक्षी नेताओं को शामिल करने के लिए मोदी सरकार की आलोचना की।



