बसपा का ‘मिशन बिहार’ लॉन्च, आकाश आनंद ने खोले पत्ते!
बसपा ने मिशन बिहार की शुरुआत कर दी है... इसकी जानकारी बसपा सुप्रीमो के भतीजे... और मुख्य कोआर्डिनेटर आकाश आनंद ने दी है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बिहार की राजनीति में एक बार फिर से हलचल मचने वाली है……. बहुजन समाज पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को देखते हुए अपना मिशन शुरू कर दिया है……. पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद ने 26 जून 2025 को पटना में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार की सियासत में नया तूफान लाने का ऐलान किया है…… बता दें कि इस जनसभा में उन्होंने न केवल बिहार में बुनियादी सुविधाओं की कमी……. और नीतीश कुमार सरकार की कथित नाकामियों पर तीखा हमला बोला……. बल्कि केंद्र में नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को भी जनता द्वारा नकारे जाने का दावा किया…….
बहुजन समाज पार्टी की स्थापना कांशीराम ने की थी…… और जिसे मायावती ने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई…… वहीं अब बिहार में अपनी स्थिति को मजबूत करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है…….. 26 जून 2025 को पटना के श्रीकृष्ण स्मारक सभागार में छत्रपति शाहूजी महाराज के जन्मोत्सव के अवसर पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में आकाश आनंद ने बिहार में बीएसपी के मिशन की शुरुआत की……. इस कार्यक्रम में दलित समुदाय के साथ-साथ नीतीश कुमार के परंपरागत समर्थक माने जाने वाले कुर्मी-कोइरी समुदाय को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था…..
आपको बता दें कि आकाश आनंद ने अपने भाषण में बिहार की जनता से अपील की…… कि वे बीएसपी को एक मौका दें ताकि राज्य में भ्रष्टाचार, बेरोजगारी…… और सामाजिक असमानता को खत्म किया जा सके…… और उन्होंने दावा किया कि बीएसपी की सरकार बनने पर हर गरीब को सरकारी जमीन के पट्टे दिए जाएंगे…….. मुफ्त शिक्षा और सभी के लिए नौकरी की गारंटी होगी……. यह ऐलान बिहार की राजनीति में एक नया रंग लाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है…… क्योंकि बीएसपी अब तक बिहार में एक छोटे खिलाड़ी के रूप में ही मौजूद रही है…….
आकाश आनंद मायावती के भतीजे हैं….. जिनको हाल ही में बीएसपी ने फिर से राष्ट्रीय समन्वयक बनाया है……. 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान मायावती ने उन्हें अपरिपक्व बताकर उनकी जिम्मेदारियां छीन ली थीं…….. लेकिन अब उनकी वापसी से पार्टी में नई ऊर्जा का संचार हुआ है……. आकाश आनंद ने अपने भाषण में युवाओं को जोड़ने और बिहार में सामाजिक न्याय की लड़ाई को तेज करने का वादा किया……. और उन्होंने कहा कि बिहार की धरती पर अब बदलाव की बयार बहेगी……. हमारी पार्टी दलितों, पिछड़ों और गरीबों के लिए काम करेगी…….
आकाश का यह दमदार अंदाज और बिहार में बीएसपी को तीसरे मोर्चे के रूप में स्थापित करने की कोशिश बिहार की सियासत में नया मोड़ ला सकती है…….. उनकी रणनीति में नीतीश कुमार के जनाधार में सेंध लगाने की कोशिश साफ दिख रही है……. खासकर कुर्मी-कोइरी समुदाय को बीएसपी की ओर आकर्षित करके……. आपको बता दें कि आकाश आनंद ने अपने भाषण में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा……. और उन्होंने नीतीश सरकार पर बिहार में विकास के अभाव, बेरोजगारी…… और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया…… और उन्होंने कहा कि नीतीश जी ने बिहार को कई सालों तक शासन किया…….. लेकिन बिहार आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है……. सड़क, बिजली, पानी और रोजगार जैसी मूलभूत जरूरतें आज भी अधूरी हैं…….
वहीं हाल के वर्षों में नीतीश कुमार की छवि पर कई सवाल उठे हैं……. 2024 में उनकी एक और राजनीतिक पलटी……. जिसमें उन्होंने महागठबंधन छोड़कर फिर से बीजेपी के साथ गठबंधन किया……. जिसने उनकी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाया है……. इसके अलावा, नीतीश के स्वास्थ्य और उनकी पार्टी जद(यू) के भीतर असंतोष की खबरें भी सामने आई हैं……. बीएसपी ने इन कमजोरियों का फायदा उठाने की कोशिश की है…….
बता दें कि आकाश आनंद ने अपने भाषण में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार……. और गृह मंत्री अमित शाह पर भी हमला बोला……. और उन्होंने दावा किया कि बिहार की जनता ने 2024 के लोकसभा चुनावों में एनडीए को नकार दिया है…….. हालांकि, यह दावा पूरी तरह सही नहीं है…….. क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनावों में एनडीए ने बिहार में 40 में से 30 सीटें जीती थीं…….. फिर भी आकाश ने यह तर्क दिया कि बिहार की जनता अब बीजेपी……… और जद(यू) के गठजोड़ से तंग आ चुकी है और बदलाव चाहती है…… और उन्होंने कहा कि मोदी जी और शाह जी बिहार को केवल वोट बैंक के रूप में देखते हैं…….. बिहार के लिए बड़े-बड़े वादे किए गए……. लेकिन हकीकत में बिहार को कुछ नहीं मिला…….
बिहार में बुनियादी सुविधाओं की कमी लंबे समय से एक बड़ा मुद्दा रहा है…….. आकाश आनंद ने अपने भाषण में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया…….. बिहार में बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है……. और ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाओं की अभी भी कमी हैं…… हाल के वर्षों में नीतीश सरकार ने कई विकास परियोजनाओं की घोषणा की है……. जैसे कि ‘प्रगति यात्रा’ के तहत 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं को लांच किया….. लेकिन विपक्ष और बीएसपी का दावा है कि ये परियोजनाएं ज्यादातर कागजों पर ही हैं……. और जमीन पर इनका असर दिख नहीं रहा……
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी बिहार की स्थिति चिंताजनक है……. सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी और अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव बार-बार चर्चा में रहता है……. बीएसपी ने इन मुद्दों को उठाकर जनता के बीच अपनी पैठ बनाने की कोशिश की है……. आकाश आनंद ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि हमारी सरकार बनने पर हर बच्चे को मुफ्त…… और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी…… और हर गरीब को नौकरी की गारंटी होगी…….
बिहार की राजनीति में बीजेपी-जद(यू) का एनडीए गठबंधन और आरजेडी-कांग्रेस का महागठबंधन लंबे समय से प्रमुख ताकतें रही हैं…… लेकिन बीएसपी अब तीसरे मोर्चे के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है…….. पार्टी की रणनीति में दलित और पिछड़े वर्गों के साथ-साथ नीतीश के समर्थक माने जाने वाले कुर्मी-कोइरी समुदाय को जोड़ना शामिल है…….
बीएसपी का यह दांव कितना सफल होगा……. यह तो आने वाला समय बताएगा……. लेकिन पार्टी की सक्रियता से बिहार की सियासत में नया रंग जरूर देखने को मिलेगा…… आकाश आनंद की जनसभा में भारी भीड़ और उत्साह ने यह संकेत दिया है कि बीएसपी को कम से कम युवाओं और दलित समुदाय में समर्थन मिल रहा है…….
नीतीश कुमार और एनडीए के लिए 2025 का विधानसभा चुनाव आसान नहीं होगा……. नीतीश की बार-बार बदलती राजनीतिक निष्ठा…….. और उनकी पार्टी के भीतर असंतोष ने उनकी स्थिति को कमजोर किया है…….. इसके अलावा, बीजेपी के कुछ नेताओं के बयान से भी बिहार की राजनीति में उथल- पुथल मची है….. अभी हाल ही में अमित शाह का यह कहना कि मुख्यमंत्री के चेहरे पर फैसला बाद में होगा….. जिसने जद(यू) के कार्यकर्ताओं में बेचैनी पैदा की है……..
वहीं, आरजेडी और कांग्रेस का महागठबंधन भी अपनी स्थिति को मजबूत करने में जुटा है…… तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कई बार बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति……. और बेरोजगारी को मुद्दा बनाया है…… ऐसे में बीएसपी का तीसरे मोर्चे के रूप में उभरना दोनों बड़े गठबंधनों के लिए चुनौती बन सकता है…….
आकाश आनंद के नेतृत्व में बीएसपी का बिहार मिशन बिहार की सियासत में एक नया अध्याय शुरू करने की कोशिश है……. नीतीश कुमार की कथित नाकामियों और बिहार में बुनियादी सुविधाओं की कमी को मुद्दा बनाकर बीएसपी जनता के बीच अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है……. हालांकि, बिहार की कठिन जातिगत और राजनीतिक समीकरणों को देखते हुए बीएसपी के लिए यह राह आसान नहीं होगी……. फिर भी आकाश आनंद का युवा जोश और बीएसपी की सामाजिक न्याय की विचारधारा बिहार के मतदाताओं को प्रभावित कर सकती है…….



