हवाई सुरक्षा पर खतरे की घंटी, जवाबदेही तय होगी या फिर लीपापोती?
अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान के क्रैश होने के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं... संसदीय समिति ने हवाई सुरक्षा की स्थिति को लेकर चिंता जा़हिर की है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः 12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान AI-171 टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर के एक रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया……… इस भयानक हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई……. जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे…… केवल एक यात्री, भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वास कुमार रमेश…… चमत्कारिक रूप से जीवित बचे……. इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया…… और हवाई यात्रा की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए……
वहीं इस घटना के बाद संसद की परिवहन, पर्यटन और संस्कृति से संबंधित स्थायी समिति ने हवाई सुरक्षा को लेकर सख्त रुख अपनाया है…… समिति ने 8 जुलाई 2025 को नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव को तलब किया है…… ताकि विमानन क्षेत्र की सुरक्षा की समग्र समीक्षा की जा सके……. आपको बता दें कि 12 जून 2025 को दोपहर 1:38 बजे, एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रहा था……. फ्लाइट रडार के आंकड़ों के अनुसार…… विमान ने रनवे 23 से उड़ान भरी……. और केवल 625 फीट की ऊंचाई तक पहुंचा था कि वह अचानक नीचे गिरने लगा…… पायलट ने टेकऑफ के तुरंत बाद, 1:39 बजे, एयर ट्रैफिक कंट्रोल को “मेडे” कॉल दी……. जो एक आपातकालीन संदेश है……. जो यह दर्शाता है कि विमान गंभीर संकट में है……… इसके कुछ ही सेकंड बाद, विमान मेघानी नगर में बीजे मेडिकल कॉलेज के एक छात्रावास की इमारत से टकरा गया…….
वहीं हादसे के बाद विमान में आग लग गई…….. और धुएं का काला गुबार आसमान में छा गया…….. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान के टकराने से पहले एक तेज धमाका हुआ…… और मलबा चारों ओर बिखर गया……. राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की सात टीमें और अग्निशमन विभाग की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं…….. लेकिन आग और मलबे के कारण बचाव कार्य में काफी मुश्किलें आईं……. वहीं इस हादसे में न केवल विमान में सवार यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की जान गई…… बल्कि जमीन पर मौजूद कुछ लोगों की भी मौत हुई…….
आपको बता दें कि हादसे के तुरंत बाद, केंद्र सरकार ने विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो को जांच का जिम्मा सौंपा…….. इसके अतिरिक्त, गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति का गठन किया गया……. ताकि हादसे के कारणों का पता लगाया जा सके…… और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव दिए जाएं……. अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड भी जांच में सहयोग के लिए अपनी विशेषज्ञ टीम भारत भेज रही है…….
विमान के ब्लैक बॉक्स और डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर को गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते ने मलबे से बरामद किया…….. ब्लैक बॉक्स को डिकोड करने के लिए अमेरिका भेजा जा रहा है……. जो हादसे के कारणों को समझने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है……. प्रारंभिक जांच में पता चला कि विमान का दायां इंजन हाल ही में मार्च 2025 में बदला गया था…….. इसके बावजूद, विमान के अचानक दुर्घटनाग्रस्त होने ने तकनीकी खामियों और रखरखाव की प्रक्रियाओं पर सवाल उठाए हैं……. अहमदाबाद विमान हादसा भारत में पिछले एक दशक में सबसे भयावह हवाई दुर्घटनाओं में से एक है…….. इसने न केवल एयर इंडिया और बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए…….. बल्कि पूरे विमानन क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया……
बता दें कि हादसे के बाद यह खुलासा हुआ कि एयर इंडिया के कुछ विमानों में रखरखाव की कमी थी……. डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन के एक ऑडिट में पाया गया कि कुछ विमानों को घिसे हुए टायरों के साथ उड़ाया जा रहा था……. जो एक गंभीर सुरक्षा जोखिम है……. वहीं इस हादसे में शामिल पायलट, कैप्टन सुमित साभरवाल, को 8,200 घंटे का उड़ान अनुभव था……. जबकि को-पायलट क्लाइव कुंदर को 1,100 घंटे का अनुभव था……… फिर भी, मेडे कॉल के बाद विमान को नियंत्रित करने में असमर्थता ने पायलटों के प्रशिक्षण और आपातकालीन स्थिति से निपटने की उनकी क्षमता पर सवाल उठाए…….
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को इसकी ईंधन दक्षता और यात्री सुविधाओं के लिए जाना जाता है…….. लेकिन इसकी सुरक्षा को लेकर पहले भी सवाल उठ चुके हैं……. 2013 में इसकी बैटरी से संबंधित समस्याओं के कारण वैश्विक स्तर पर इसकी उड़ानों पर तीन महीने के लिए रोक लगाई गई थी…… अहमदाबाद हादसे ने इन चिंताओं को फिर से ताजा कर दिया……. वहीं संसद की स्थायी समिति ने अपनी मार्च 2025 की रिपोर्ट में बताया था कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय, विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो को अपर्याप्त बजट आवंटन किया गया है…….. यह बजट सुरक्षा ढांचे और जांच क्षमताओं को मजबूत करने के लिए नाकाफी है…..
आपको बता दें कि हाल के महीनों में केदारनाथ और वैष्णो देवी जैसे तीर्थ स्थलों पर हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं ने भी विमानन सुरक्षा की खामियों को उजागर किया है……… इन घटनाओं ने नियामक अनुपालन और रखरखाव प्रक्रियाओं पर सवाल उठाए हैं…… संसद की परिवहन, पर्यटन और संस्कृति से संबंधित स्थायी समिति ने हवाई सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर चिंता व्यक्त की है……. 8 जुलाई 2025 को होने वाली बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव को तलब किया गया है……
जानकारी के मुताबिक समिति यह जानना चाहती है कि मंत्रालय ने यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या कदम उठाए हैं…… इसमें विमानों की तकनीकी स्थिति, नियमित रखरखाव…… और आपातकालीन प्रोटोकॉल शामिल हैं….. बता दें कि समिति इस बात की जांच करेगी कि पायलटों को आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए कितना प्रशिक्षण दिया जाता है……. इसके अलावा, पायलटों के मानसिक स्वास्थ्य की जांच की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए जाएंगे…… मार्च 2025 की संसदीय समिति की रिपोर्ट में सुरक्षा और जांच के लिए अपर्याप्त बजट का मुद्दा उठाया गया था……. समिति मंत्रालय से पूछेगी कि इस कमी को दूर करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं……
आपको बता दें कि केदारनाथ और वैष्णो देवी मार्गों पर हाल की हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं ने छोटे विमानों और हेलिकॉप्टरों की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं……. समिति इन घटनाओं के कारणों और सुधारात्मक उपायों पर जवाब मांगेगी…… समिति ने बोइंग कंपनी और एयर इंडिया के प्रतिनिधियों को भी तलब करने की योजना बनाई है……. बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की तकनीकी विश्वसनीयता…… और एयर इंडिया की रखरखाव प्रक्रियाओं पर सवाल उठाए जाएंगे…… आपको बता दें कि इस बैठक में DGCA, ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी और अन्य हितधारकों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया जाएगा……. समिति का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि विमानन क्षेत्र में सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन हो….. और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके……
अहमदाबाद हादसे के बाद केंद्र सरकार और एयर इंडिया ने त्वरित कार्रवाई की…… केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने हादसे की गहन जांच का आश्वासन दिया…… और व्यक्तिगत रूप से बचाव कार्यों की निगरानी के लिए अहमदाबाद पहुंचे…….. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्थिति का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की….. एयर इंडिया ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 1 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता…… और घायलों को 25 लाख रुपये की अंतरिम सहायता देने की घोषणा की……. इसके अलावा, एयर इंडिया ने अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में 15% की कटौती की…….. ताकि बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों की सुरक्षा जांच पूरी की जा सके…… DGCA के आदेश पर 33 में से 26 विमानों की जांच पूरी हो चुकी है…….
अहमदाबाद विमान हादसे ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का भी ध्यान खींचा…….. अमेरिकी परिवहन सचिव शॉन डफी ने भारत को जांच में सहायता का आश्वासन दिया…….. सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग और यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी हादसे पर दुख व्यक्त किया…… ब्रिटिश हाई कमीशन के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे…….. क्योंकि विमान में कई ब्रिटिश नागरिक सवार थे…….
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को 2011 में कमर्शियल उड़ानों के लिए लॉन्च किया गया था…….. यह विमान अपनी ईंधन दक्षता और यात्री सुविधाओं के लिए जाना जाता है…….. लेकिन इसकी सुरक्षा को लेकर कई बार सवाल उठे हैं……… 2013 में बैटरी से संबंधित समस्याओं के कारण इसकी उड़ानों पर रोक लगाई गई थी……… एक अनुभवी बोइंग कर्मचारी ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी मुनाफे को सुरक्षा से ऊपर रखती है……. अहमदाबाद हादसा इस विमान के साथ पहली बड़ी दुर्घटना है……. जिसने बोइंग की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं…….



