03 बजे तक की बड़ी खबरें

1 लंबे समय से चल रहे सतलुज-यमुना लिंक जल विवाद को सुलझाने के लिए हरियाणा-पंजाब राजी हो गए हैं। बता दें कि हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने SYL नहर के मुद्दे पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री की अध्यक्षता में सार्थक चर्चा की। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि बैठक में सार्थक चर्चा हुई है और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी यह कहा है कि यह मुद्दा खत्म होना चाहिए, क्योंकि ज्यादा लंबा समय हो चुका है। साथ ही कहा पंजाब व हरियाणा दोनों भाई-भाई हैं और आज भी आपसी प्यार व भाईचारे के साथ एक ही आंगन में रहते हैं।
2 बीते कुछ महीनों से कांग्रेस नेता शशि थरूर अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। वहीं इसी बीच आपातकाल को लेकर शशि थरूर ने एक ऐसा बयान दिया जिससे सियासी गलियारों में अटकलें तेज हो गई हैं। दरअसल शशि थरूर ने आपातकाल की निंदा करते हुए इसे भारत के इतिहास का काला अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि 1975 में लोगों ने देखा कि कैसे आजादी खत्म की जाती है लेकिन आज का भारत 1975 से अलग है।
3 बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ विपक्षी पार्टियां एकजुट हो गई हैं। तेजस्वी यादव और राहुल गांधी जैसे नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने चुनाव आयोग के फैसले को चुनौती दी है जिसके बाद आरजेडी और कांग्रेस सहित कई दलों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। आज सुनवाई के दौरान चुनाव आयोग के वकील ने कोर्ट से कहा कि अभी तक सभी याचिकाओं की कॉपी नहीं मिली है, इसलिए पक्ष स्पष्ट रूप से रख पाना मुश्किल हो रहा है।
4 महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में जल्द ही एक नया ब्रिज लोगों के यातायात के लिए खोला जाएगा, जिसे ‘सिंदूर’ नाम दिया गया है। बता दें कि यह ब्रिज पुराने कर्नाक ब्रिज की जगह बनाया गया है, जिसे नवंबर 2022 में असुरक्षित पाए जाने के बाद गिरा दिया गया था। जिसका उद्घाटन किया जा रहा है। वहीं इसपर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बात की है। उन्होंने कहा कि इस ब्रिज का नाम संदूर इसलिए रखा गया है क्योंकि अत्याचारी गवर्नर का नाम बदलकर इस ब्रिज का नाम रखना था।
5 श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने फैसला लिया है कि आगामी श्रावण मास के दौरान दिल्ली में कांवड़ यात्रा मार्ग पर मांस की दुकानें बंद रहेंगी. इसे लेकर उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर चल रही अधिकांश मांस की दुकानें अवैध रूप से संचालित हो रही हैं और इस महीने के धार्मिक आयोजन के दौरान उन्हें पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा.
6 राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के विशेष गहन पुनरीक्षण पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई पर चिंता व्यक्त की। तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग द्वारा आधार, राशन और मनरेगा कार्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अस्वीकार करने पर सवाल उठाया और कहा कि बिहार में कई लोगों के पास उचित पहचान पत्र नहीं हैं।
7 इंडिया गठबंधन के नेता इन दिनों बिहार विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए पूरी तरह से एक्टिव नजर आ रहे हैं। वहीं इसी बीच इंडिया गठबंधन पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि गठबंधन बेकार हो गया क्योंकि सभी लोगों को मंच साझा करने का मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा, “…वे किसे गुमराह करने आए थे? राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की सारी कोशिशें बेकार गईं। कुछ लोगों को तो मंच साझा करने का मौका भी नहीं मिला।”
8 महाराष्ट्र का सियासी पारा इन दिनों हाई चल रहा है। वहीं इसी बीच उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि लोगों का दवाब है कि MNS और शिवसेना एक साथ चुनाव लड़े. इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए बना था और महाविकास अघाड़ी विधानसभा चुनाव के लिए बना था. स्थानीय चुनाव में इसकी जरूरत नहीं है.
9 भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस के दो परिवारों ने पप्पू यादव जैसे प्रतिष्ठित नेता को अपनी रैली में शामिल न करके उनका अपमान किया है। उन्होंने कहा, “जहाँ तथाकथित ‘पप्पू’ ने कांग्रेस को डुबो दिया, वहीं तेजस्वी यादव और कांग्रेस ने कल एक और पप्पू को रुला दिया। पप्पू यादव बिहार के एक सम्मानित नेता और सांसद हैं। बाद में, उन्होंने एक इंटरव्यू में भावुक होकर कहा कि वे इस अपमान को सह लेंगे। बिहार के दो नवाबों ने पप्पू यादव का अपमान किया.
10 राजधानी दिल्ली में इन दिनों नाम बदले की राजनीति चल रही है। इसी कड़ी में भाजपा विधायक कर्नल सिंह ने शकूर बस्ती का नाम बदलकर श्री रामपुरम करने के लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। उन्होंने 60 हजार से ज़्यादा लोगों के हस्ताक्षर प्राप्त कर लिए हैं और एक लाख का लक्ष्य रखा है। विधायक का कहना है कि यह क्षेत्र वासियों की मांग है और जल्द ही विधानसभा में प्रस्ताव लाया जाएगा। मुस्तफाबाद का नाम बदलने की मांग भी उठ चुकी है।



