सरकार बनी तो हर साल देंगे 10 लाख नौकरी : केजरीवाल

लखनऊ से आम आदमी पार्टी का चुनाव अभियान शुरू

  •  आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने भी बीजेपी पर साधा निशाना

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी भी जोरदार तैयारी के साथ उतर रही है। पार्टी के संयोजक तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल लखनऊ में पार्टी की महारैली में हुंकार भरी। लखनऊ के स्मृति उपवन पार्क में केजरीवाल ने चुनावी सभा को संबोधित किया। उनके साथ उत्तर प्रदेश के प्रभारी राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह व महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष नीलम यादव भी मौजूद थी। रैली में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वर्ष 2017 में भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े नेता ने कहा था कि अखिलेश यूपी में कब्रिस्तान बनवा रहे हैं, हम आएंगे तो उसकी जगह पर श्मशान बनवाएंगे। केजरीवाल ने कहा योगी ने तो श्मशान बनवाये हैं।

आप लोग मुझे मौका दो हम लोग यहां पर स्कूल व अस्पताल बनवाएंगे। केजरीवाल ने अखिलेश यादव का नाम लिए बिना कहा कि अभी तक तो मुफ्त बिजली देना सिर्फ मुझे आता है। हम दिल्ली में 35 लाख को मुफ्त बिजली दे रहे हैं। अखिलेश को अभी काफी समय लगेगा। केजरीवाल ने कहा जब मनीष सिसोदिया यूपी स्कूल देखने आए तो पुलिस लगाकर उन्हें रोक दिया। मैं तो सीएम योगी को चुनौती देता हूं। दिल्ली के किसी भी स्कूल का निरीक्षण कर लें। योगी जी तो फिलहाल प्रचार में करोड़ों रुपए फूंक रहे। दिल्ली में मेरी सरकार के 106 होर्डिंग लगे हैं और योगी जी की 850 लगी है। मुझे राजनीति करना नहीं आता सिर्फ और सिर्फ काम करना आता है।

आम आदमी पार्टी को एक मौका देकर तो देखो

केजरीवाल ने कहा कि आप लोग एक बार आम आदमी पार्टी को मौका दे दीजिए। अगर कुछ काम करूंगा तभी पांच साल बाद वोट मांगने आऊंगा। दिल्ली में भी मैंने लोगों से यही कहा था, वहां पर काम किया तभी फिर सत्ता में वापस आया। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश में हमारी पार्टी की सरकार बनी तो सभी नागरिकों को अयोध्या की मुफ्त यात्रा और रहने-खाने का पूरा खर्च हम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी का परम भक्त हूं और उनके सपनों को साकार करूंगा। आजादी के 75 वर्ष बाद भी सरकारों ने लोगों को जानबूझकर अनपढ़ रखा। मैं सभी को अच्छी शिक्षा दूंगा। बेरोजगारों को हर साल 10 लाख नौकरियां दूंगा।

लखीमपुर हिंसा : पांच हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल

 मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा हिंसा का है मुख्य आरोपित

लखनऊ। लखीमपुर खीरी के तिकुनियां में उपद्रव के बाद तीन अक्टूबर को हिंसा के मामले में आज चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। लखीमपुर खीरी हिंसा के 88 दिन बाद दाखिल इस चार्जशीट में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को मुख्य आरोपित बताया गया। चार्जशीट पूरे पांच हजार पन्नों की है। एसआईटी के मुताबिक, आशीष घटनास्थल पर ही मौजूद था। हिंसा के मामले में सोमवार को 88 दिन पूरे होने पर आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया। आरोप और विवेचना के दौरान दर्ज किए गए बयानों पर लोगों की नजरें टिकी थीं।

खीरी हिंसा में केंद्रीय मंत्री के पुत्र आशीष मिश्रा उर्फ मोनू समेत 13 आरोपित जेल में हैं। चार्जशीट में मोनू मिश्रा को मुख्य आरोपित माना गया है। इस मामले में किसानों ने सीबीआई जांच की मांग की थी। राजनीतिक दलों ने भी इस मामले पर बीजेपी को पूरी तरह घेर रखा है। इस मामले में सात अक्टूबर को पहली गिरफ्तारी हुई थी। तीन अक्टूबर को तिकुनिया कस्बे में हुई हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार सहित आठ लोगों की जान गई थी।

वीरेंद्र शुक्ला पर सबूत छिपाने का आरोप

चार्जशीट में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्र के साथ ही उनके रिश्तेदार वीरेंद्र शुक्ला का भी नाम जोड़ा गया है। जिस पर सबूत छिपाने का आरोप है। वीरेंद्र शुक्ला ब्लॉक प्रमुख है। हिंसा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र का बेटा आशीष मिश्र मोनू समेत 13 आरोपी जिला कारागार में बंद है। आशीष मिश्र की गिरफ्तारी भले ही 10 अक्टूबर को हुई थी, मगर उससे पहले सात अक्तूबर को आशीष मिश्र के करीबी लवकुश और आशीष पांडेय को गिरफ्तार कर लिया गया था। दोनों को आठ अक्तूबर को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया था।

बीजेपी से वापस कांग्रेस में लौटे विधायक लाडी

चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के विधायक बलविंदर सिंह लाडी हाल ही में भाजपा में शामिल हो गए थे। विधायक अब दोबारा से कांग्रेस पार्टी में लौट आए हैं। बलविंदर सिंह पंजाब के श्री हरगोबिंदपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं। उन्होंने बीते हफ्ते ही भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी। बता दें कि पंजाब में कांग्रेस के तीन विधायक राणा गुरमीत सोढ़ी, फतेह जंग बाजवा और बलविंदर सिंह लाडी ने हाथ का साथ छोड़कर बीजेपी ज्वाइन की थी। इनमें श्री हरगोबिंदपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक बलविंदर सिंह लाडी दोबारा कांग्रेस में वापस आ चुके हैं। कांग्रेस विधायकों के बीजेपी में जाने को लेकर सवाल उठ रहे थे कि आखिर इन विधायकों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) में शामिल होने की जगह बीजेपी को क्यों चुना।

वहीं गुरु हर सहाय के मौजूदा कांग्रेस विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी 21 दिसंबर को बीजेपी में शामिल हो गए थे, जबकि वो कैप्टन अमरिंदर केकरीबी रहे हैं और उनकी कैबिनेट में खेल मंत्री थे। कैप्टन के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद उन्हें पंजाब कैबिनेट से हटा दिया गया था। कयास लगाए जा रहे थे कि कैप्टन अमरिंदर सिंह भविष्य में अपनी पार्टी पीएलसी का बीजेपी में विलय सकते हैं। उनके करीबी नेताओं का बीजेपी में शामिल होना कैप्टन के विलय की नीति और भविष्य की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा हो सकता है। वहीं श्री हरगोबिंदपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक बलविंदर सिंह लाडी महज एक हफ्ते बाद ही भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़कर वापस अपनी पुरानी पार्टी में आ चुके हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button