मासूमों की मौत का जिम्मेदार कौन ?

- राजस्थान के झालावाड़ में दर्दनाक हादसा
- प्रार्थना सभा के दौरान स्कूल की छत गिरी
- सात बच्चों की मौत, कर्ई की हालत गंभीर
- कांगे्रस ने भजन सरकार को घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सरकारी घोषणाओं और बजट भाषणों में शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताने वाली सरकारें क्या कभी इन गिरती हुई छतों की तरफ भी देखती हैं? स्कूलों की जर्जर इमारतें, फटी छतें, और फर्नीचर से खाली कमरे आज भी भारत के सरकारी स्कूलों की असल तस्वीर हैं।
आज सुबह राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना ब्लॉक स्थित पीपलोदी सरकारी स्कूल में एक बड़ा हादसा घटित हो गया। प्रार्थना के समय स्कूल की बिल्डिंग अचानक भरभरा कर गिर गयी जिससे अभी तक 7 बच्चों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और एक दर्जन बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसे के वक्त सभी बच्चे कक्षा 7वीं में पढ़ाई कर रहे थे।
रेस्क्यू टीम मौके पर जुटी
सूचना के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और मलबे में दबे हुए बच्चों को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया गया। घटना के बाद स्थानीय लोग मदद के लिए मौके पर पहुंचे। एकजुट होकर सभी मलबा हटाने में जुटे। स्थानीय लोगों ने जल्दी से जल्दी बच्चों को बाहर निकालने में मदद की।
नमी की वजह से जर्जर छत गिरी
शुरुआती जानकारी के अनुसार स्कूल भवन की छत जर्जर अवस्था में थी, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। वहीं भारी बारिश के कारण दीवार में नमी आने से कमजोरी भी स्थानीय लोगों के द्वारा बताए गए कारणों में से एक है। हादसे के वक्त स्कूल में दर्जनों छात्र-छात्राएं मौजूद थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि छत अचानक भरभराकर गिरी और बच्चो को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे की भयावहता को देखते हुए मृतकों की संख्या बढऩे की आशंका जताई जा रही है। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई है और बचाव कार्य युद्ध स्तर शुरू किये गये। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने हादसे में बच्चों की मौत की पुष्टि की है।
पूरी बिल्डिंग ही गिरा दी प्रशासन ने
बचाव और राहत कार्य में लगी जेसीबी से पहले मलबा हटाया गया और फिर प्रशासन ने जेसीबी से पूरा स्कूल भवन गिरा दिया। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने निर्देश जारी कर जर्जर स्कूलों की रिपोर्ट मांगी है। पीपलोदी स्कूल जैसी घटना फिर से न हो इसके लिए इस आदेश को जारी किया गया है।
राष्ट्रपति ने जताया दुख
इस दुर्घटना की खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस दर्दनाक हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक जताया है। राष्ट्रपति मुर्मू ने हादसे को अत्यंत दुखद बताते हुए शोक-संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ईश्वर सभी परिजनों को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति दे और घायल बच्चों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
पीएम मोदी ने की घायलों के जल्द ठीक होने की कामना
पीएमओ इंडिया की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि यह घटना बेहद दुखद और दिल को झकझोर देने वाली है। पीएम मोदी ने इस मुश्किल वक्त में पीडि़त छात्रों और उनके परिवारों के साथ संवेदना जताई है और घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना की है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दुखी
हादसे पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर पोस्ट किया झालावाड़ के मनोहरथाना में एक सरकारी स्कूल की इमारत गिरने से कई बच्चों एवं शिक्षकों के हताहत होने की सूचना मिल रही है। मैं ईश्वर से कम से कम जनहानि एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ देने की प्रार्थना करता हूं।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
हादसे पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दिवंगत दिव्य आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। साथ ही उन्होंने हादसे की जांच के निर्देश भी दिए हैं।
वसुंधरा राजे ने भी जताया दुख
पीपलोदी, मनोहरथाना के स्कूल भवन में हुआ हादसा अत्यंत दु:खद और पीड़ादायक है। जनहानि और कई बच्चों के घायल होने का समाचार हृदयविदारक है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत मासूम आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिजनों को इस असहनीय पीड़ा को सहन करने की शक्ति दें। घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करती हूं।
सरकारी तंत्र की लापरवाही ने ले ली मासूमों की जान : डोटासरा
घटना पर दुख जताते हुए डोटासरा ने सरकार पर निशाना साधा। सिस्टम की लापरवाही को हादसे का जिम्मेदार ठहराया। मासूमों की जान सिर्फ लापरवाही की वजह से गई है। मां-बाप से बहुत सपने देखकर बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए स्कूल भेजा होगा लेकिन सरकारी तंत्र इतना लापरवाह हो गया कि यही संज्ञान नहीं ले सका कि ये भवन बच्चों के सुरक्षित है कि नहीं। हमें इस घटना से सीख लेकर जिम्मेदारी जरूर लेनी चाहिए। हमें उन विद्यायल जो जर्जर हैं, बच्चों के सुरक्षित नहीं हैं, वहां से बच्चों को दूसरी जगह बच्चों को शिफ्ट करना चाहिए।




