भाजपा सरकार की नीयत में खोट : राकेश टिकैत
एमएसपी, मुकदमे और मुआवजे पर किसान मुखर
लखनऊ। किसान आंदोलन के चलते तीन कृषि कानून रद हो गए। मगर एमएसपी पर अब तक कमेटी नहीं बनी। किसानों के मुकदमे वापस नहीं हुए और न ही उनकी मुआवजे की प्रक्रिया शुरू हुई। नतीजतन किसान फिर से मुखर हो रहे हैं। पंजाब में किसान संगठनों ने फिर से मोदी सरकार के खिलाफ नुक्कड़ बैठकें शुरू कर दी हैं। यूपी के किसान नेता भी रोजमर्रा की बैठकों में इन मुद्दों को दोहरा रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्टï्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा सरकार की नीयत में खोट नजर आ रहा है। अब तक पूरी तरह न तो मुकदमे वापस हुए और न ही एमएसपी पर कोई कमेटी बनी है। इसे लेकर 15 जनवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी, जिसमें महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस पर पिछले वर्ष 26 जनवरी की तर्ज पर किसान चाहता है कि इस बार भी वह अपने गांव की सड़कों पर ट्रैक्टर मार्च करे। किसान आंदोलन के दौरान भारत सरकार के संबंधित विभाग, एजेंसियों तथा दिल्ली सहित सभी संघ शासित क्षेत्र में आंदोलनकारियों और समर्थकों पर बनाए गए आंदोलन संबंधित केस भी तत्काल प्रभाव से वापस लेने की सहमति दी है। भारत सरकार अन्य राज्यों से भी अपील करेगी कि इन किसान आंदोलन से संबंधित केसों को वापस लेने की कार्रवाई वह भी शुरू करें।