स्कूल तो खुल गए लेकिन…..
नई दिल्ली। स्कूलों को कोरोना के कारण पिछले लंबे समय से बंद रखा गया था लेकिन पढ़ाई का नुकसान ज्यादा न हो, इसलिए ऑनलाइन कक्षाओं का अभियान भी शुरू किया गया।। लेकिन अंत में राज्यों को स्कूल के ताले खोलने पड़े। राज्य सरकारों के फैसले पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन सवालों का जवाब दे दिया है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या टीका लगवाने से पहले बच्चों को स्कूल भेजना सुरक्षित होगा?
सरकार ने जवाब दिया कि बच्चों को टीका लगवाने और स्कूल खोलने का कोई संबंध नहीं है। दूसरा सवाल यह है कि क्या स्कूल खोलने में कोई जल्दबाजी की गई? सरकार का तर्क है कि कई देशों ने अपने स्कूल खोल दिए हैं और डब्ल्यूएचओ ने इस संबंध में कोई निर्देश नहीं दिए हैं। सरकार का तर्क है कि बच्चों में कोरोना संक्रमण ज्यादा गंभीर नहीं पाया गया और वैश्विक वैज्ञानिक साक्ष्य कहते हैं कि संक्रमित हुए बच्चों में भी इसके लक्षण नहीं थे। इसलिए देश का भविष्य बड़े-बुजुर्गों की तुलना में महामारी से ज्यादा सुरक्षित है।
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने कहा, दुनिया में कहीं भी ऐसा कोई मापदंड नहीं है कि बच्चों को स्कूल खोलने के लिए टीका लगाया जाए। वैक्सीन का कोई पता नहीं चलने पर ही स्कूल खुल रहे थे। हलांकि शिक्षकों और कर्मचारियों को वैक्सीन मिल गई। इसी दिशा में हमारे देश में काफी प्रयास किया गया है कि शिक्षकों और कर्मचारियों को वैक्सीन मिलनी चाहिए।
दुनिया के कुछ ही देशों ने बच्चों को वैक्सीन देने का फैसला किया है। भारत में बच्चों के वैक्सीन का ट्रायल भी चल रहा है। टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह ने यह तय नहीं किया है कि कौन से बच्चे, कब और कैसे वैक्सीन दें।
जाइडस कैडिला के जाइकॉवडी वैक्सीन को देश में इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति मिल गई है। यह टीका 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को दिया जा सकता है। वैक्सीन कब दी जाएगी, यह तय नहीं हो पाया है। इसके साथ ही 2 से 17 साल के बच्चों पर भारत बायोटेक के कॉक्यूटीका का ट्रायल पूरा हो चुका है।
जल्द ही परिणाम आने की उम्मीद है, लेकिन जब तक परिणाम बाहर नहीं हो जाते, तब तक वैक्सीन तैयार होने का सवाल ही नहीं उठता । इसके अलावा दो और टीकों बायोलॉजिकल-ई और नोवाक्स वैक्सीन को भी बच्चों पर ट्रायल की अनुमति मिल गई है। ट्रायल के परिणाम आने में समय लगेगा और परिणाम सकारात्मक होंगे, तभी टीकाकरण के लिए हरी झंडी दी जाएगी।