बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस और RJD की वोटर अधिकार यात्रा, राहुल-तेजस्वी की जोड़ी पर सियासी दांव
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल मिलकर राज्यभर में वोटर अधिकार यात्रा निकाल रही है।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल मिलकर राज्यभर में वोटर अधिकार यात्रा निकाल रही है। इस यात्रा को गठबंधन की एकजुटता और भविष्य की रणनीति का अहम हिस्सा माना जा रहा है।
इस यात्रा कि जरिए RJD दोबारा सत्ता में लौटने की कोशिश कर रही है, जबकि कांग्रेस अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन वापस पाने में जुटी है। दोनों दल इस मंच के माध्यम से न सिर्फ जनता से संवाद स्थापित कर रहे है, बल्कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की केमिस्ट्री को भी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं के सामने ला रहे है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और आरजेडी मिलकर बिहार में वोटर अधिकार यात्रा निकाल रही हैं. इस यात्रा के जरिए आरजेडी दोबारा सत्ता में आने कोशिश तो वहीं कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने में लगी है. यात्रा के जरिए राहुल-तेजस्वी की केमेस्ट्री कार्यकर्ताओं के बीच भी पहुंच रही है, तेजस्वी राहुल को अगला पीएम बता चुके हैं, तो बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने ड्राइविंग सीट पर तेजस्वी के होने की बात कह उनके सीएम उम्मीदवार होने का संकेत दे दिया है.
दरअसल, महागठबंंधन के नेताओं को राहुल के खुलासे और देश भर में SIR की प्रक्रिया ने एकजुट कर दिया है.
सूत्रों के मुताबिक, यात्रा शुरू होने से पहले सभी दलों में तीन बातों पर सहमति बनी है.
1.आपसी छोटे-मोटे मतभेद भुलाकर नेता, कार्यकर्ता भीतर से एकजुट दिखें, ज़्यादा से ज़्यादा को जोड़ें,
किसी को छोड़ें नहीं और जनता को जोड़कर इस मुद्दे के खिलाफ आंदोलन खड़ा करें.
2.सभी दलों के कार्यकर्ता संयमित दिखें, किसी तरह की उद्दंडता और हुड़दंग ना हो, आम राहगीर या
मीडिया के लिए परेशानी न पैदा करें। इसके लिए हर दल ने अपने समर्थकों के जत्थों के बीच दो-दिन
सादे कपड़ों में लोग रखे हैं, जो इसका पालन कराते हैं.
3. महागठबंधन के चार दलों के मतों के अलावा राहुल दलित और ईबीसी वोटबैंक में बड़ी सेंधमारी
करना चाहते हैं। इसके लिए यूपी लोकसभा चुनाव की तर्ज पर रणनीति बनी है.
गठबंधन की बैठक में बनी सहमति अब साफ तौर पर दिखने भी लगी है. क्योंकि इस वोटर यात्रा में वो कन्हैया कुमार भी हैं, जो RJD को फूटी आंख नहीं सुहाते हैं. इस कैम्पस में लालू को नापसंद पप्पू यादव भी हैं. ऊपर की केमेस्ट्री का रसायन फिलहाल नीचे तक जा रहा है. यही कारण है कि कल के दुश्मनों को आज दोस्त बनाकर और सब कुछ ठीक दिखाकर प्रदेश भर में वोटर अधिकार यात्रा निकाली जा रही है. इस यात्रा के जरिए संदेश दिया जा रहा है कि गठबंधन में सबकुछ ठीक है.
आरजेडी से राज्यसभा सांसद संजय यादव ने कहा कि केमेस्ट्री, फिजिक्स, मैथ्स सब पहले से बढिया है, बिहार के सीएम अचेत अवस्था में हैं और देश के पीएम 75 के होकर मार्गदर्शक मंडल में जाएंगे, इसलिए बिहार और देश इन दोनों युवाओं की तरफ देख रहा है.
बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावेरु ने इसको लेकर कहा कि आप देखेंगे यात्रा में कैसे एक ही बाइक पर महागठबंधन के हर दल का झंडा है, ये संघर्ष के दिनों का साथ है, नेता से कार्यकर्ता तक, वोट चोरी नही होने देंगे, जनता भी साथ है. कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा पहले सड़क पर जीतेंगे, फिर सीट बंटवारा भी हो जाएगा और संसदीय प्रणाली में जीतेंगे.



