राजस्थान में किसानों को लेकर घमासान
कांग्रेस ने पूरे राज्य में किया प्रदर्शन, जूली बोले -बीजेपी को रावण से भी ज्यादा घमंड

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत जबरदस्त रही है। कांग्रेस हर दिन किसी मुद्दे को लेकर सरकार को घेर रही है। स्मार्ट मीटर, झालावाड़ दुखांतिका, पंजाब से नहरों में आ रहे जहरीले पानी के मुद्दों के बाद आज विधानसभा में किसानों को लेकर कांग्रेस बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की अगुवाई में कांग्रेस विधायक विधानसभा परिसर में इक_े होंगे।
उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले कांग्रेस किसानों को फसल खराबे का उचित मुआवजा और अतिवृष्टि प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस के तेवर बता रहे हैं कि सदन की कार्यवाही में भी यह मुद्दा गरम रहने वाला है। गौरतलब है कि मानसून सत्र की शुरुआत 26 अगस्त को हुई थी और अब तक सत्र में कई बार कांग्रेस और बीजेपी के बीच जबरदस्त टकराव देखने को मिल चुका है। बुधवार को हंगामें के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ गई थी।स्मार्ट मीटर योजना, झालावाड़ दुखांतिका, और विशेषाधिकार हनन जैसे मुद्दों पर विपक्ष द्वारा जोरदार विरोध किया गया है। बुधवार को सरकार के वन मंत्री संजय शर्मा सदन में नेता प्रतिपक्ष की तरफ आक्रामक तरीके से बढ़े। इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ। जूली का कहना है कि सदन में अपनी बात रखने के लिए हमें सत्ता पक्ष मारने के लिए दौड़ता है। उन्होंने कहा कि पौने दो साल हो गए, राजस्थान में कुछ काम नहीं किया। सदन का माहौल सब्जी मंडी जैसा हो चुका है। यह सरकार पूरी तरह फेल है।

हनुमान बेनीवाल ने हजारों की भीड़ के बीच थानेदार और सिपाहियों को मंच से उतारा, कहा- शराब पीकर आए हो
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल अपने बयानों और तीखे तेवर को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। इस बार उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वे थानेदार और अन्य सिपाहियों को भरे मंच से कहते हैं कि आप लोगों ने शराब पी रखी है नीचे उतर जाओ, औकात में रहो। बस फिर क्या था थानेदार साहब और उनके सिपाही धीरे-धीरे करके नीचे उतरे और फिर कुछ देर बाद कार्यक्रम से ही चले गए। यह मामला राजस्थान के चुरू जिले के बीदासर इलाके का है। यहां पर हनुमान बेनीवाल तेजाजी महाराज के मंदिर में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे। रात को करीब ढाई से तीन बजे के बीच वे यहां पर आए। पहले तो वह वहां मौजूद हजारों लोगों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान पता नहीं अचानक बेनीवाल को क्या समझ आया, वह तुरंत वहां मौजूद थानेदार कैलाश यादव की तरफ देखने लगे और कहा कि आप नीचे जाओ, नीचे उतरो, मेरी तरफ क्या देख रहे हो। आप लोगों ने नशा कर रखा है। दारू पी रखी है। अब बकवास कर रहे हो। दिमाग आउट हो रहा है क्या तुम्हारा। औकात में रहो अपनी। फिर बेनीवाल वापस मंच के सामने मौजूद भीड़ की तरफ संबोधित करते हुए कहने लगे कि आधे से ज्यादा पुलिसकर्मी शराब पीते हैं। अभी यहां से चले जाओ, वरना यहीं पर पटककर आईजी और एसपी को यहां बुलाकर मेडिकल करवाऊंगा, फिर लोगों को कहने लगे कि चूरू जिला खराब होता जा रहा है।
10 सितंबर तक बढ़ा सत्र
राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र को अब 10 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है। यह निर्णय मंगलवार को विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में लिया गया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी दलों के नेताओं की सहमति से यह फैसला हुआ। बैठक में तय किया गया कि आगामी दिनों में विधानसभा में विधायी कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, विधेयकों पर चर्चा और विभिन्न जनहित के मुद्दों पर बहस भी करवाई जाएगी। मौजूदा विधानसभा सत्र में अभी सरकार को कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित करवाने हैं। इनमें राजस्थान में रिम्स की स्थापना के लिए भी विधेयक चर्चा में लाया जाएगा।
क्या है बीएसी
बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीएसी) विधानसभा के कार्यों की योजना बनाने वाली एक महत्वपूर्ण समिति होती है, जिसमें विभिन्न दलों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। यह समिति तय करती है कि किस दिन कौन सा मुद्दा सदन में लिया जाएगा और सत्र की अवधि कितनी होगी।
दिल्ली में जल प्रलय, बैंक व मेट्रो स्टेशन तक पहुंचा यमुना का पानी
पंजाब, हरियाणा में भी हालात बदतर, सैकड़ों की मौत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। गुरुवार सुबह फिर दिन की शुरुआत बारिश से हुई। कई हिस्सों में सुबह बारिश देखी गई। वहीं दूसरी तरफ यमुना नदी उफान पर है, जिसकी वजह से कई निचले इलाके बाढ़ की चपेट में हैं।
यमुना बाजार, मजनू का टीला, मयूर विहार, गीता कॉलोनी, और झरोड़ा कलां जैसे क्षेत्रों में पानी घरों और दुकानों में घुस गया है। मौसम विभाग ने इस महीने भी अच्छी बारिश का आनुमान जताया है। खराब मौसम और बारिश के कारण आज भी उड़ानें प्रभावित रहेंगी।
हिमाचल और पंजाब में लगातार बारिश से बाढ़ के हालात खराब हो गए हैं। पंजाब के सभी 23 जिलों में 1400 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। ऐसे में पंजाब सरकार ने पूरे राज्य को आपदाग्रस्त घोषित कर दिया है। सभी विभागों को प्रभावित सेवाओं को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम करने के आदेश दिए गए हैं। सभी विभागों में कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। मुख्य सचिव केएपी सिन्हा ने सभी जिला मजिस्ट्रेटों और विभागों को राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए कहा है।
भाजपा पार्षद मोंटी के सवालों से गरमाया सदन
महापौर को गुस्सा आया, 20 मिनट बाद शुरू हुआ सदन
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। नगर निगम सदन की कार्यवाही सोमवार को हंगामेदार रही। भाजपा पार्षद मुकेश सिंह मोंटी विपक्षी पार्षदों के साथ बैठकर लगातार सवाल दागते रहे। मोंटी के तीखे सवालों से सदन में गरमाहट इतनी बढ़ी कि महापौर करीब 20 मिनट तक सदन छोडक़र बाहर चली गईं।
भाजपा पार्षदों ने मोंटी को घेरने की कोशिश की, लेकिन मोंटी अपने सवालों पर अडिग रहे। इस दौरान पार्षद नागेंद्र सिंह चौहान ने हस्तक्षेप करते हुए महापौर से कहा कि मोंटी को अपनी बात रखने दी जाए। इसके बाद माहौल शांत हुआ।इसी बीच, पार्षद प्रमोद सिंह, राजन, शैलेन्द्र वर्मा ने शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर रेमकी कंपनी को घेरा। पार्षदों ने आरोप लगाया कि कंपनी के सही तरीके से काम न करने के कारण पूरे शहर में कूड़े का अंबार लगा है और जनता परेशान है।
शिलापट्ट को लेकर बड़ा सवाल
वहीं, पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने शिलापट्ट को लेकर बड़ा सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह का नाम होने पर हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन आर.के. चौधरी का नाम क्यों नहीं है? यह दलित सांसद का अपमान है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पार्षद भृगुनाथ नाथ ने कहा कि हमारी राष्ट्रपति महोदया को सर्वोच्च पद देकर ही सरकार ने सम्मानित किया है। सदन में दिनभर की कार्यवाही सवाल-जवाब और हंगामे के बीच चलती रही।
एनडीए का बिहार बंद, कई जगह अराजकता दिखी
आम लोगों कोदिक्क त का सामना करना पड़ा, भागलपुर में बाइक सवार पति-पत्नी और जहानाबाद में टीचर से बदसलूकी
पीएम मोदी की मां पर टिप्पणी को लेकर बवाल, राहुल-तेजस्वी से माफी की मांग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। दरभंगा में कांग्रेस और राजद के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी दिवंगत माँ पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों के विरोध में एनडीए ने बिहार बंद का आह्वान किया। भाजपा नेताओं ने इस कृत्य को शर्मनाक बताते हुए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से माफी की मांग की, जिसके बाद राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन हुए। यह बंद बिहार की राजनीतिक में गर्मागर्मी को दर्शाता है।
हालांकि जदयू व भाजपा के कार्यकर्ताओं ने अराकता भी जिससे आम लोगों को दिक्क त का सामना करना पड़ा। भागलपुर में बाइक सवार पति-पत्नी और जहानाबाद में टीचर से बदसलूकी खबर भी आई है। दरभंगा में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माँ पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों के विरोध में एनडीए ने बंद का आह्वान किया है। भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) सहित एनडीए के घटक दलों के नेता सुबह से ही सडक़ों पर हैं और विभिन्न स्थानों पर धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं। बंद का असर पटना, बेगूसराय, मुंगेर, भागलपुर, शिवहर और भोजपुर समेत सभी जिलों में देखा जा रहा है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कहीं जलाए टायर तो कहीं सडक़ों पर बैठकर नारेबाजी की गई। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि कुछ दिन पहले महागठबंधन के मंच से प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत मां को गाली दी गई। आज इसके खिलाफ एनडीए ने पांच घंटे का बिहार बंद का आह्वान किया है। हम इस बंद को सफल बना रहे हैं। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव देश से माफी मांगें।
बहुत शर्मनाक मामला है : रविशंकर प्रसाद
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बहुत शर्मनाक मामला है। प्रधानमंत्री मोदी की दिवंगत माता को गालियां दी गई। अगर हमारा दूर का कार्यकर्ता भी ऐसा करता तो हम कार्रवाई करते, क्षमा मांगते। राहुल गांधी, तेजस्वी यादव ये आपके संस्कार हैं, ये आपकी बेशर्मी है। हम इसकी भत्र्ससना करते हैं। बिहार के मंत्री कृष्ण कुमार मंटू ने मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माँ के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने वाले विपक्षी नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। पत्रकारों से बात करते हुए, मंटू ने कहा कि प्रधानमंत्री कोई साधारण व्यक्ति नहीं, बल्कि पूरे बिहार के प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कहा, जो कोई भी उनके या उनकी माँ के बारे में गलत बोलेगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। मंटू ने आगे कहा, बिहार बंद उन दूसरी मानसिकता के लोगों के लिए है जो इन सभी लोगों को परेशान कर रहे हैं, विपक्ष के लोग सही-गलत को बढ़ावा दे रहे हैं; बिहार की जनता उन्हें जवाब देगी।
प्राकृतिक आपदाओं पर राज्यों को ’सुप्रीम फटकार‘
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सर्वोच्च न्यायालय ने विभिन्न राज्यों में अभूतपूर्व भूस्खलन और बाढ़ पर संज्ञान लिया। मामले में कोर्ट ने केंद्र सरकार, एनडीएमए और अन्य को नोटिस जारी किए हैं। कोर्ट ने कहा कि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों में पेड़ों की अवैध कटाई के कारण आपदाएं आई हैं।
कोर्ट ने उस याचिका पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की, जिसमें पेड़ों की अवैध कटाई को ऐसी आपदाओं का एक प्रमुख कारण बताया गया था। मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई और न्यायमूर्ति के. विनोद चंद्रन की पीठ ने केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर और पंजाब की सरकारों को भी नोटिस जारी किए। पीठ ने अनामिका राणा की ओर से दायर याचिका को दो सप्ताह बाद सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से सुधारात्मक उपाय सुनिश्चित करने को कहा।



