इत्र लगाने से शरीर ही नहीं भाग्य भी होता है मजबूत, जानें विस्तार से

इत्र का उपयोग केवल शरीर को सुगंधित तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे ग्रहों को भी प्रभावित करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इत्र लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और भाग्य में भी वृद्धि होती है।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: इत्र का उपयोग केवल शरीर को सुगंधित तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे ग्रहों को भी प्रभावित करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इत्र लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और भाग्य में भी वृद्धि होती है।ज्योतिष शास्त्र में इत्र लगाना बहुत शुभ माना गया है. इत्र को लगाने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है. इत्र का संबंध शुक्र ग्रह से हैं. शुक्र ग्रह को सौंदर्य, ऐश्वर्य, प्रेम, भोग, विलासिता का कारक माना गया है.इत्र शरीर को सुगंधित करने के साथ-साथ हमारे ग्रह को भी मजबूत करता है. इत्र को लगाने से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है. जानते हैं इत्र शरीर के किस हिस्से में लगाना चाहिए.इत्र लगाने से शरीर को सुगंधित होता है और हमारे व्यक्तित्व की ओर लोग आकर्षित होते हैं. इत्र शुक्र ग्रह के प्रभाव को बढ़ाने में सहायक माना जाता है. साथ ही इसे लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. शुक्र ग्रह सौंदर्य, आकर्षण, और ऐश्वर्य का कारक है.ज्योतिष शास्त्र में इत्र लगाना बहुत शुभ माना गया है. इत्र को लगाने से शुक्र ग्रह मजबूत होता है. इत्र का संबंध शुक्र ग्रह से हैं. शुक्र ग्रह को सौंदर्य, ऐश्वर्य, प्रेम, भोग, विलासिता का कारक माना गया है.विशेष रूप से शुक्रवार के दिन इत्र को लगाना शुभ माना जाता है. साथ ही शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी के मंदिर में इत्र का दान करें. ऐसा करने से भी शुक्र ग्रह मजबूत होता है. शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए इत्र  को सही जगह पर लगाने से शुक्र मजबूत होता है.इत्र लगाने से शरीर को सुगंधित होता है और हमारे व्यक्तित्व की ओर लोग आकर्षित होते हैं. इत्र शुक्र ग्रह के प्रभाव को बढ़ाने में सहायक माना जाता है. साथ ही इसे लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. शुक्र ग्रह सौंदर्य, आकर्षण, और ऐश्वर्य का कारक है.कलाई पर इत्र लगाना सबसे प्रभावी माना जाता है, इसे पल्स पॉइंट भी कहते हैं. इस जगह पर रक्त संचार तेज होता है, जो सुगंध को फैलाने और शुक्र की ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है. इस जगह इत्र लगाने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है.विशेष रूप से शुक्रवार के दिन इत्र को लगाना शुभ माना जाता है. साथ ही शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी के मंदिर में इत्र का दान करें. ऐसा करने से भी शुक्र ग्रह मजबूत होता है. शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए इत्र को सही जगह पर लगाने से शुक्र मजबूत होता है.कान के निचले हिस्से में इत्र लगाना शुभ होता है. यह क्षेत्र भी नाड़ी केंद्रों से जुड़ा . इस जगह इत्र लगाने से सुगंध लंबे समय तक बनी रहती है. इस जगह इत्र लगाने से रिश्ते मजबूत होते हैं और मधुरता आती है.कलाई पर इत्र लगाना सबसे प्रभावी माना जाता है, इसे पल्स पॉइंट भी कहते हैं. इस जगह पर रक्त संचार तेज होता है, जो सुगंध को फैलाने और शुक्र की ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है. इस जगह इत्र लगाने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है.छाती के पास यानी दिल के पास इत्र को लगाना शुभ होता है. शुक्र को प्रेम का कारक भी माना गया है. इस जगह लगाने से भावनात्मक और आध्यात्मिक स्तर पर शुक्र को मजबूत करता है. लव रिलेशन में मधुरता आती है.कान के निचले हिस्से में इत्र लगाना शुभ होता है. यह क्षेत्र भी नाड़ी केंद्रों से जुड़ा . इस जगह इत्र लगाने से सुगंध लंबे समय तक बनी रहती है. इस जगह इत्र लगाने से रिश्ते मजबूत होते हैं और मधुरता आती है.शास्त्रों के अनुसार जानें, रात को इत्र लगाना क्यों होता है मना ? - raat ko  kyun nahi lagana chahiye perfume-mobileछाती के पास यानी दिल के पास इत्र को लगाना शुभ होता है. शुक्र को प्रेम का कारक भी माना गया है. इस जगह लगाने से भावनात्मक और आध्यात्मिक स्तर पर शुक्र को मजबूत करता है. लव रिलेशन में मधुरता आती है.

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