बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों में जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल, मांगें नहीं पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी
डॉक्टरों ने कहा कि जब तक सरकार हम लोगों की मांग पूरी नहीं करेगी तब तक हम हड़ताल जारी रखेंगे. ऐसे वार्ता चल रही है, लेकिन मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी.

4पीएम न्यूज नेटवर्क: डॉक्टरों ने कहा कि जब तक सरकार हम लोगों की मांग पूरी नहीं करेगी तब तक हम हड़ताल जारी रखेंगे. ऐसे वार्ता चल रही है, लेकिन मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी.
पीएमसीएच, एनएमसीएच सहित बिहार के सभी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स आज (गुरुवार) से हड़ताल पर चले गए हैं. पीएमसीएच के करीब 1000 से ज्यादा जूनियर डॉक्टरों ने (अलग-अलग विभागों में तैनात फर्स्ट ईयर, सेकंड ईयर और थर्ड ईयर के पीजी स्टूडेंट) गुरुवार को कामकाज को ठप कर दिया.
डॉक्टर ने बताया कि जब तक सरकार हम लोगों की मांग पूरी नहीं करेगी तब तक हम हड़ताल जारी रखेंगे. ऐसे वार्ता चल रही है, लेकिन जब तक मुख्य मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी. सीनियर रेजिडेंट के तौर पर हम लोगों की नियुक्ति की जाए. हमने पीजी कर रखा है. सभी राज्यों में यह सुविधा है, लेकिन बिहार में हम लोग का प्रमोशन की जगह डिमोशन हो रहा है.
क्या है जूनियर डॉक्टरों की मांग?
1) बॉन्ड पोस्टिंग अवधि- इसे केवल एक वर्ष किया जाए और अनुपालन न करने पर 10 लाख का मुआवजा लागू किया जाए.
2) सीनियर रेजिडेंट के रूप में मान्यता- बॉन्ड सेवा को सीनियर रेजिडेंट (SR) के अनुभव में गिना जाए.
3) वेतन वृद्धि- वर्तमान मानकों और कार्यभार को ध्यान में रखते हुए एसआर के वेतन में उचित एवं न्यायसंगत वृद्धि की जाए.
4) मेरिट-कम-चॉइस पोस्टिंग- बॉन्ड पोस्टिंग पीजी मेरिट-कम-चॉइस के आधार पर और डॉक्टर के संबंधित विभाग/विशेषता में ही की जाए.
5) वेटिंग पीरियड का समावेश- परिणाम घोषित होने और पोस्टिंग शुरू होने के बीच की अवधि को भी बॉन्ड की अवधि में शामिल किया जाए.
6) पहले से अर्जित वेतन- यदि कोई डॉक्टर बॉन्ड पूर्ण होने से पहले इस्तीफा देता है, तो उससे पहले से प्राप्त वेतन वापस न लिया जाए. केवल बॉन्ड दंड ही लागू हो.
अब तो प्राइवेट में ही जाना होगा
आपको जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल के चलते पहले दिन ही स्वास्थ्य-व्यवस्था बिगड़ती दिखी. बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में मरीज सुबह पहुंचे लेकिन इलाज नहीं होने के कारण लौटने लगे. नालंदा की रहने वाली पिंकी कुमारी ने कहा कि मेरे डेढ़ साल के बेटे का 15 दिन पहले ऑपरेशन हुआ था. आज डॉक्टर ने बुलाया था, लेकिन इलाज नहीं होने के कारण लौटकर जा रहे हैं. बताया गया कि अस्पताल बंद है. मसौढ़ी के रहने वाले एक वृद्ध श्याम नंदन प्रसाद ने कहा कि हमें हमेशा खासी रहती है. आज पीएमसीएच में इलाज कराने के लिए आए थे, लेकिन अब लौटकर जा रहे हैं. प्राइवेट में ही जाकर इलाज कराना होगा.



