चुनावी जंग को सपा की डिजिटल फौज तैयार, भाजपा को झटका

अखिलेश ने भाजपा विधायक राधाकृष्ण शर्मा को दिलायी पार्टी की सदस्यता

  • फेसबुक, यूट्यूब और व्हाट्स एप के जरिए प्रचार को धार देगी पार्टी
  • हर विधान सभा क्षेत्र में बनाए जा रहे व्हाट्स एप ग्रुप
  • घर-घर जाकर भी कार्यकर्ता कर रहे प्रचार

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

लखनऊ। उत्तर प्रदेश से भाजपा सरकार को हटाने का संकल्प लेकर विधान सभा चुनाव में उतरे सपा प्रमुख अखिलेश यादव भाजपा को लगातार झटका दे रहे हैं। अब तक भाजपा के कई नेता सपा में शामिल हो चुके हैं। इसी कड़ी में आज उन्होंने बदायूं के बिल्सी से भाजपा विधायक राधाकृष्ण शर्मा और प्रयागराज से भाजपा नेता शशांक त्रिपाठी को सपा की सदस्यता दिलायी। वहीं सपा प्रमुख ने चुनाव आयोग द्वारा रैलियों, रोड शो पर रोक लगाए जाने के बाद चुनावी जंग के लिए अपनी डिजिटिल फौज भी तैयार कर ली है। इसके जरिए वे एक-एक मतदाता तक पहुंचने की कोशिश करेंगे।

प्रदेश में विधान सभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सपा ने पूरी ताकत झोंक दी है। एक ओर सपा प्रमुख अखिलेश यादव विरोधी दलों के नेताओं को शामिल कर रहे हैं तो दूसरी ओर डिटिजल प्रचार अभियान के लिए अपनी फौज भी तैयार कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज सपा प्रमुख ने पार्टी के प्रदेेश मुख्यालय में बदायूं के बिल्सी से भाजपा विधायक राधाकृष्ण शर्मा को अपनी पार्टी की सदस्यता दिलाई। भाजपा बदायूं के बिल्सी में 1993 के बाद पहली बार 2017 में जीत दर्ज की थी और आरके शर्मा यहां विधायक चुने गए थे। वहीं आयोग द्वारा पार्टियों को 15 जनवरी तक डिजिटल प्रचार को कहा है। हालांकि कोरोना की रफ्तार को देखते हुए लगता है कि पूरा चुनाव प्रचार ही डिजिटल हो सकता है। लिहाजा सपा ने डिजिटल प्रचार की आक्रामक रणनीति तैयार की है। इसके तहत पार्टी ने व्हाट्स एप को मुख्य हथियार बनाने का फैसला किया है। सपा के रणनीतिकारों का कहना है कि उनका फोकस छोटे-छोटे वीडियोज पर होगा जो आसानी से डाउनलोड हो सके और लोगों का डेटा भी कम खर्च हो। दूसरी तरफ डोर-टू-डोर कैंपेनिंग भी की जा रही है। इस रणनीति को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट्स और कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग भी की थी। सपा नेताओं का कहना है कि फेसबुक और यूट्यूब के जरिए भी प्रचार अभियान को धार दिया जाएगा। हर विधान सभा में व्हाट्स एप ग्रुप तैयार किए गए हैं। इनमें से हर ग्रुप में 256 लोगों को जोड़ा गया है।

रैली बैन पर रामगोपाल ने उठाए सवाल,कहा, क्या रैलियों से घबरा गई सरकार

लखनऊ। सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग की ओर से 15 जनवरी तक रैलियों-जनसभाओं पर लगाई गई रोक पर सवाल उठाए हैं। रामगोपाल यादव ने एक वीडियो शेयर कर ट्वीट किया है कि झंडा, बैनर, पोस्टर, होर्डिंग कुछ नहीं लगा सकते। सभा, नुक्कड़ सभा, रोड शो, रैली भी नहीं कर सकते। मीडिया विपक्ष को दिखा नहीं सकती तो क्या अखिलेश की जनसभाओं में उमड़ते जन सैलाब से घबराकर सरकारी पार्टी के अनुकूल सब व्यवस्था की जा रही है। मतदाता साइकिल पहचानता है और साइकिल का बटन ही दबाएगा।

कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने सपा में शामिल होने का किया ऐलान

सहारनपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक इमरान मसूद ने आज सहारनपुर में अपने समर्थकों के बीच सपा में शामिल होने का ऐलान किया। इसकी अटकलें काफी समय से लगाई जा रही थीं। इसके पूर्व उनके आवास पर उनके समर्थकों की बैठक हुई। इस बैठक में जिले भर से बड़ी संख्या में उनके समर्थक जमा हुए। इमरान मसूद बैठक के बीच पहुंचे और अपने समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा को सपा ही हरा सकती है। प्रदेश के विकास के लिए मैं सपा में शामिल हो रहा हूं। मैं कल सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात करूंगा।

पूर्व सांसद रिजवान जहीर, बेटी और दामाद सहित गिरफ्तार

  • सपा नेता फिरोज पप्पू की हत्या का है आरोप
  • तीन अन्य को भी दबोचा गया

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

बलरामपुर। नगर पंचायत तुलसीपुर के पूर्व चेयरमैन फिरोज पप्पू की हत्या मामले में पूर्व सांसद रिजवान जहीर, उनकी बेटी जेबा रिजवान व दामाद रमीज समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रिजवान, जेबा व रमीज को ललिया थाना में लाया गया है।
पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष व सपा नेता फिरोज पप्पू की चार जनवरी को देर रात उनके जरवा मार्ग स्थित आवास से 10 मीटर पहले गली में धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। सीसी टीवी कैमरे की फुटेज में चेहरा ढके पांच हमलावर दिखाई पड़े थे। इसी को आधार बनाकर बलरामपुर पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपियों को पकड़ लिया गया। बताया जा रहा है कि पूर्व सांसद तथा उनके परिजनों ने साजिश कर भाड़े के हत्यारों से पूर्व अध्यक्ष फिरोज पप्पू की हत्या कराई है।

 

पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में गठित कमेटी करेगी जांच

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक मामले की जांच अब सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में गठित कमेटी करेगी। साथ ही कोर्ट ने केंद्र व पंजाब सरकार को अपनी जांच रोकने का आदेश दिया है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया गया है। पंजाब सरकार ने भी माना है कि सुरक्षा में चूक हुई है लेकिन हम यह तय कर रहे हैं कि जांच का दायरा क्या होगा। कोर्ट ने कमेटी में चंडीगढ़ के डीजीपी, आईजी राष्ट्रीय जांच एजेंसी, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के

रजिस्ट्रार जनरल और पंजाब के एडीजीपी (सुरक्षा) को शामिल करने का प्रस्ताव रखा है।
सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि कहा कि पूरे मामले में चूक हुई है। यह पंजाब सरकार ने भी स्वीकार किया है। अगर केंद्र ही अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहता है तो कोर्ट इस मामले में क्या करेगा। पंजाब सरकार के वकील ने कहा कि केंद्र की कमेटी पर उसे भरोसा नहीं है, इसलिए कोर्ट अपनी ओर से कमेटी का गठन करे। गौरतलब है कि पंजाब दौरे के दौरान प्रधानमंत्री का काफिला 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर रोक दिया गया था।

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