मोदी को राहुल की सीधी चुनौती, गुजरात लॉबी में खलबली, बचाव में उतरे पीएम!
राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार को सीधी चुनौती दी है... नई रणनीति से गुजरात लॉबी में मच गया हड़कंप... और अब मोदी बिहार पहुंचकर...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 का मौसम तेज हो चुका है.. नवंबर में होने वाले इस चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है… छठ पूजा के बाद चुनावी सरगर्मी चरम पर पहुंच चुकी है.. एनडीए, जिसमें भाजपा, जेडीयू, हम और अन्य छोटे दल शामिल हैं.. जिसको इस बार जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है.. जहां कहीं भी एनडीए के नेता या विधायक प्रचार के लिए जाते हैं.. वहां ग्रामीण और युवा उन्हें उल्टे पांव लौटने पर मजबूर कर देते हैं.. यह विरोध केवल सड़कों तक सीमित नहीं है.. बल्कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के जरिए पूरे देश में फैल रहा है..
दूसरी ओर, विपक्षी महागठबंधन, जिसमें आरजेडी, कांग्रेस और अन्य दल हैं.. जिसने अपनी रणनीति को मजबूत कर लिया है.. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे चुनौती देते हुए बिहार में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ और रैलियों का दौर शुरू किया है.. राहुल का फोकस बेरोजगारी, सामाजिक न्याय और शिक्षा जैसे मुद्दों पर है.. जो एनडीए सरकार की कमजोरियां उजागर कर रहे हैं.. इस चुनौती से गुजरात लॉबी (भाजपा का एक प्रभावशाली समूह) और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पसीने छूट रहे हैं.. वहीं एनडीए को बचाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने 9 दिनों का रैली प्लान तैयार किया है.. जो 30 अक्टूबर से 7 नवंबर तक चलेगा..
बिहार में एनडीए की सरकार पिछले 20 साल से सत्ता में है.. लेकिन जनता का असंतोष बढ़ता जा रहा है। बेरोजगारी दर 15% से ऊपर है.. महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है.. और विकास के वादे अधूरे पड़े हैं.. चुनावी मौसम में जब एनडीए के नेता गांवों और शहरों में प्रचार करने जाते हैं.. तो जनता उनसे पिछले 5 सालों का हिसाब मांगने लगती है.. कहां थे आप? अब वोट मांगने आए हो? जैसे सवालों का जवाब देने के बजाय.. कई नेता भागने पर मजबूर हो जाते हैं.. यह विरोध केवल विपक्षी कार्यकर्ताओं का नहीं, बल्कि आम ग्रामीणों और युवाओं का है..
आपको बता दें कि सबसे चर्चित घटना दरभंगा जिले के हायाघाट विधानसभा क्षेत्र की है.. यहां भाजपा के मौजूदा विधायक रामचंद्र प्रसाद प्रचार के लिए गए थे.. ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और “चोर-चोर” के नारे लगाए.. वीडियो में साफ दिख रहा है कि विधायक जीप में भाग रहे हैं.. जबकि पीछे से जनता दौड़ रही है.. लोगों का कहना था कि रामचंद्र प्रसाद ने चुनाव जीतने के बाद कभी गांव नहीं आए.. झूठे वादे किए, लेकिन सड़कें, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं दीं.. यह घटना 27 अक्टूबर को हुई.. और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई.. कांग्रेस ने इसे एनडीए की नाकामी का प्रतीक बताया.. दैनिक भास्कर ने रिपोर्ट किया कि कई गांवों में एनडीए से बैर नहीं, रामचंद्र तुम्हारा खैर नहीं जैसे नारे लगे.. रामचंद्र प्रसाद ने बाद में कहा कि यह विपक्ष का षड्यंत्र है.. लेकिन जनता का गुस्सा साफ दिख रहा था..
इसी तरह, कैमूर जिले की मोहनिया विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी संगीता कुमारी का विरोध हुआ… संगीता 2020 में आरजेडी से चुनाव जीतकर भाजपा में शामिल हो गईं.. 26 अक्टूबर को वे प्रचार के लिए एक गांव गईं.. तो ग्रामीणों ने “मुर्दाबाद” के नारे लगाए.. पांच साल तक कहां थीं.. अब वोट मांगने आईं.. यह सवालों की बौछार हो गई.. वीडियो में दिखा कि संगीता को बीच में ही प्रचार छोड़कर लौटना पड़ा.. ईटीवी भारत ने बताया कि ग्रामीणों ने उन्हें गांव से खदेड़ दिया.. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक यह विरोध विकास कार्यों की कमी पर केंद्रित था.. संगीता ने कहा कि वे काम कर रही हैं.. लेकिन जनता का विश्वास टूट चुका है..
एक और बड़ा मामला दरभंगा के अलीनगर विधानसभा क्षेत्र का है.. यहां भाजपा ने मशहूर लोक गायिका मैथिली ठाकुर को टिकट दिया.. मैथिली पहली बार राजनीति में आई हैं.. लेकिन 27 अक्टूबर को प्रचार के दौरान गो बैक… गो बैक, मैथिली ठाकुर गो बैक के नारे लगे.. वीडियो वायरल हो गया.. जिसमें कुछ लोग उन्हें घेरते दिखे.. न्यूज18 हिंदी ने जांच की तो पता चला कि यह स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं का ही विरोध था.. वे कहते हैं कि मैथिली बाहरी हैं और पार्टी ने स्थानीय उम्मीदवार को नजरअंदाज किया.. अमर उजाला ने लिखा कि मैथिली ने कहा कि सभी कार्यकर्ता अब मेरे साथ हैं.. लेकिन विरोध की लहर रुक नहीं रही.. जेडीयू और अन्य एनडीए दलों के नेताओं को भी गया.. समस्तीपुर जैसे जिलों में विरोध झेलना पड़ा.. आजतक की रिपोर्ट में गया के वजीरगंज से भाजपा विधायक वीरेंद्र सिंह.. और टिकारी से हम पार्टी के विधायक को ग्रामीणों ने घेरा..
आपको बता दें कि ये घटनाएं अलग-अलग जिलों में हुईं.. लेकिन एक ही संदेश दे रही हैं.. जनता जवाब मांग रही है.. बिहार कांग्रेस के हैंडल ने वीडियो शेयर किया.. जिसमें एनडीए नेताओं को खदेड़ा जाता दिखा.. एक पोस्ट में लिखा कि बिहार में शुरू हो गया एनडीए नेताओं का खदेड़ा.. एनडीए के 5 नेताओं ने इस्तीफा दे दिया.. जो गठबंधन की कमजोरी दिखाता है..
एनडीए के विरोध के बीच महागठबंधन ने अपनी चाबुक फटकार दी है.. राहुल गांधी ने बिहार को केंद्र में रखकर एक मजबूत रणनीति बनाई है.. 1 सितंबर को उन्होंने पटना में ‘मतदाता अधिकार यात्रा’ का समापन किया.. जहां बेरोजगारी और अपराध पर एनडीए को घेरा.. लाइव हिंदुस्तान ने बताया कि राहुल ने कहा कि एनडीए ने बिहार को लूटा, अब समय बदलाव का है.. 29 अक्टूबर को वे मुजफ्फरपुर और दरभंगा में तेजस्वी यादव के साथ रैलियां करेंगे.. यह महागठबंधन की एकता दिखाएगा..
राहुल का प्लान ’10 संकल्पों’ पर आधारित है.. पहली नौकरी पक्की, किसानों को एमएसपी गारंटी, महिलाओं को मासिक भत्ता आदि.. यूट्यूब पर एक वीडियो में राहुल कहते हैं ये संकल्प बिहार का भविष्य बदलेंगे.. आजतक ने लिखा कि राहुल, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे स्टार पावर के साथ मैदान में हैं.. महागठबंधन ने घोषणापत्र जारी किया… सरकारी नौकरी, फ्री बिजली, महिलाओं को भत्ता.. यह एनडीए के ‘मंगलराज’ वादों के खिलाफ है…
राहुल ने मोदी को सीधा निशाना बनाया.. एक रैली में कहा कि मोदी जी गुजरात मॉडल की बात करते हैं.. लेकिन बिहार में जंगलराज ही चला रहे हैं.. यह चुनौती गुजरात लॉबी (भाजपा के गुजराती नेताओं) को असहज कर रही है.. नीतीश कुमार, जो एनडीए के चेहरे हैं.. उन पर भी दबाव है.. लालू प्रसाद ने कहा कि मोदी को खुली चुनौती, बिहार NDA से मुक्त होगा.. एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि राहुल-तेजस्वी की हुंकार से एनडीए में हड़कंप.. राहुल का प्लान मोदी के गले की फांस बन रहा है.. क्योंकि यह युवाओं को जोड़ रहा है..
एनडीए ने राहुल की चुनौती का जवाब प्रधानमंत्री मोदी के 9 दिनों के प्लान से दिया है.. लाइव हिंदुस्तान ने 26 अक्टूबर को रिपोर्ट किया कि 30 अक्टूबर से 7 नवंबर तक मोदी बिहार में रैलियां करेंगे.. पहली रैली समस्तीपुर में हुई.. जहां मोदी ने ‘जंगलराज’ पर विपक्ष को घेरा.. एनडीटीवी ने लिखा कि मोदी ने छर्रा-कट्टा पर वार किया.. बिहार को विकास का राज्य बनाएंगे.. बेगूसराय में दूसरी रैली में कहा, “एनडीए गरीब को पक्का घर और मुफ्त अनाज दे रहा है…
वहीं यह प्लान एनडीए को एकजुट करने का प्रयास है.. जेडीयू अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि नीतीश कुमार ही एनडीए के चेहरे हैं… यूट्यूब पर वीडियो में मोदी कहते हैं.. राहुल-प्रियंका की रैलियों का जवाब 9 दिनों में देंगे.. भाजपा का दावा है कि 49% वोट शेयर के साथ एनडीए 200 से ज्यादा सीटें जीतेगा.. लेकिन विरोध की घटनाएं मोदी के प्लान को चुनौती दे रही हैं..



