Diljit Dosanjh की जान मुश्किल में, Amitabh Bachchan के पैर छूना पड़ा भारी। कॉन्सर्ट में मचा बवाल!
बॉलीवुड और पंजाबी म्यूजिक की दुनिया में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है…एक सिंगर… जिसे पूरी दुनिया प्यार देती है…एक Gesture… सिर्फ इज्जत दिखाने के लिए किया गया

4पीएम न्यूज नेटवर्कः बॉलीवुड और पंजाबी म्यूजिक की दुनिया में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है…एक सिंगर… जिसे पूरी दुनिया प्यार देती है…एक Gesture… सिर्फ इज्जत दिखाने के लिए किया गया…लेकिन उसी Gesture ने उसे विवादों में धकेल दिया है…हाँ बात हो रही है ..दिलजीत दोसांझ की
‘कौन बनेगा करोड़पति 17’ के सेट पर दिलजीत ने जैसे ही अमिताभ बच्चन के पैर छुए…कुछ लोगों को इस बात से इतनी आपत्ति हुई ….कि मामला खालिस्तानी संगठन की धमकी तक पहुँच गया… SFJ के लीडर गुरपतवंत सिंह पन्नू ने सिंगर का 1 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया में होने वाले कॉन्सर्ट को भी बंद करने की धमकी दी …. अब आप सोच रहे होगे कि अमिताभ बच्चन के पैर छुना और धमकी ये पूरा मामला क्या है तो हमको विस्तार से समझऐंगे ….
आपको बात दे समूह ने 1 नवंबर को ऑस्ट्रेलिया में दिलजीत दोसांझ के म्यूजिक कॉन्सर्ट को बंद करने का ऐलान किया है.. क्योंकि उस दिन अकाल तख्त साहिब, सिख ‘नरसंहार स्मरण दिवस’ के रूप में मनाता है… संगठन का ये फैसला अमिताभ के पैर छूने के कुछ दिनों के बाद आया है, जिन पर SFJ ने 1984 के सिख विरोधी दंगे में ‘भीड़ को उकसाने’ का आरोप लगाया था।
गुरपतवंत ने कहा कि दिलजीत ने अमिताभ बच्चन को इज्जत देकर ‘1984 के सिख नरसंहार के हर एक पीड़ित, विधवा और अनाथ का अपमान कर रहे है….. संगठन का दावा है… कि अमिताभ ने 31 दिसंबर, 1984 में हिंदुस्तानी भीड़ को सार्वजनिक रूप से उकसाया था और खून का बदला खून जैसे नरसंहारी नारा लगाया था… और इसके बाद पूरे भारत में 30,000 से ज्यादा सिख महिला-पुरुष और बच्चे मारे गए थे.
अब संगठन लगातार दिलजीत के कॉन्सर्ट को बायकॉट करने की मांग का रहा है… उन्होंने कहा है सिंगर ने ‘स्मृति दिवस का मजाक’ बनाया है….इसलिए दुनियाभर के सिख समूहों और आर्टिस्ट्स उनके कार्यक्रम में शामिल न हों… साथ ही बताया कि 1 नवंबर को जहां पर इवेंट होगा, उसके बाहर एक रैली भी निकाली जाएगी… बता दें कि सिख प्राधिकरण के अकाल तख्त ने 2010 में 1984 की हत्याओं को नरसंहार घोषित किया था और 1 नवबर को सिख नरसंहार स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है..
अब सवाल है…दिलजीत ने सिर्फ Respect दिखाया था…या सच में सिख समाज का अपमान किया..विवाद का यही सबसे बड़ा बिंदु बना चुका है…SFJ ने दुनियाभर के सिखों से अपील की है —ना दिलजीत के कॉन्सर्ट में जाएं…ना उन्हें सपोर्ट करें..1 नवंबर को इवेंट वेन्यू के बाहर…प्रोटेस्ट रैली निकालने का ऐलान भी कर दिया गया है।
लेकिन, असल बात ये है कि…दिलजीत दोसांझ ने हमेशा..सिख कम्युनिटी की आवाज उठाई है..चाहे किसानों का मुद्दा हो…या पंजाबी संस्कृति…दुनिया जानती है ..दिलजीत कहाँ खड़े हैं और वो लोगो के लिए कितना करते है उनका दिल कितना बड़ा है ..
तो क्या एक छोटे से Gesture की वजह से..उनकी देशभक्ति और पहचान पर..सवाल उठाए जाने चाहिए..या ये सिर्फ एक राजनीतिक दबाव है…दिलजीत दोसांझ ….जिसने अपनी आवाज़ से पंजाब को दुनिया के नक्शे पर खड़ा किया…एक ऐसा इंसान… जिसकी पहचान सिर्फ एक सिंगर की नहीं…एक Actor, Performer और Global Superstar की है… 6 जनवरी 1984… पंजाब के जालंधर के छोटे से गांव दोसांझ कलां में एक जाट सिख परिवार में जन्म हुआ दिलजीत का…11 साल की उम्र में लुधियाना भेज दिए गए,जहाँ गुरुद्वारों में भजन गाते-गाते..उन्हें अपने असली हुनर का एहसास हुआ..स्कूल में शुरुआत हुई… कॉलेज में थिएटर ने आत्मविश्वास दिया,और वहीं से सपना आकार लेने लगा —स्टेज, माइक और रोशनियाँ उनका भविष्य बनने वाला था..
दिलजीत ने 18 साल की उम्र में अपनी पहली कमाई की ..एक बर्थडे पार्टी में गाना गाकर..और उस कमाई से उन्होंने क्या किया..एक हिस्सा दान कर दिया…और एक विकलांग व्यक्ति के लिए साइकिल खरीद दी..यहीं से समझ आ गया …ये कलाकार दिल से भी अमीर है।
2003 में आया पहला एल्बम … इश्क दा उडा आदा..फिर दिल और 2005 का एल्बम स्माइल..जिसने पहली बार दिलजीत को सुर्खियों में ला दिया..2011 — करियर का Turning Point..यो यो हनी सिंह के साथ उनका गाना“लक 28 कुड़ी दा”यूके एशियन डाउनलोड चार्ट में नंबर-1 था…और 2013 में “Proper Patola” ..वो पहला पंजाबी गाना बनाजो Vivo जैसी इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर छाया रहा था…
उनकी आवाज़ में भारतीय लोक रंग भी है..और मॉडर्न बीट की झंकार भी ..इसलिए हर उम्र, हर जगह
लोग कहते हैं …दिलजीत का अपना एक अलग स्वैग है!अब वक्त था बड़े पर्दे का फिल्मी दूनिया का …और शुरुआत हुई पंजाबी सिनेमा से…जिह्ने मेरा दिल लुटेयाऔर फिर धमाका —Jatt & Juliet नीरू बाजवा के साथ उनकी जोड़ी ने…पंजाबी फिल्मों को नई ऊँचाइयाँ दीं..और दर्शक बोले —ये लड़का सिर्फ गाता नहीं… Act भी करता है…वो भी कमाल का …
2016 ..बॉलीवुड में एंट्री…उड़ता पंजाब…शाहिद कपूर, आलिया, करीना के साथ..दिलजीत ने एक गंभीर पुलिस ऑफिसर का किरदार निभाया..और हर किसी ने कहा —ये बंदा Real Actor है..फिर आईं —फिल्लौरी, सूरमा, गुड न्यूज़..और 2024 में छा गए —अमर सिंह चमकीला बनकर..उनका अभिनय, उनकी गहराई …सबको हैरान कर गई..और 2025 में Met Gala Debut ..दिलजीत अब सिर्फ नाम नहीं…India की Global Voice बन चुके हैं..
उनके पुरस्कार की बात करे तो ….उनके काम को बहूत सम्मान मिला है और इतने कि गिनना मुश्किल —
Filmfare से लेकर IIFA तक…PTC Music से लेकर BAFTA Asian Honors तक …हर मंच पर ताली…हर मंच पर सम्मान!लेकिन इस सफलता के बावजूद…उनमें वो ही सादगी है…जो एक छोटे से गांव के बच्चे में होती है…अपने कल्चर से जुड़ाव,…अपनी मिट्टी का प्यार…और चेहरे पर मुस्कुराहट …यही है असली दिलजीत दोसांझ…एक लाइन जो उन्हें Perfectly Define करती है …Born to Shine
और वो सच में चमक रहे हैं..न सिर्फ भारत में…बल्कि पूरी दुनिया में…पर वो एक विवाद में फंस गऐ ….एक Gesture ने ….अब नज़रें टिकी हैं 1 नवंबर पर …क्या कॉन्सर्ट होगा… या रुक जाएगा…क्या दिलजीत ख़ुद इस विवाद पर कुछ कहेंगे…क्या अमिताभ इस मामले में सामने आएंगे….और क्या सिर्फ सम्मान दिखाना…गुनाह हो गया है..


