भारत का तेजस लड़ाकू विमान दुबई एयर शो में हुआ क्रैश, जाने कैसे हुआ ये दर्दनाक हादसा

दुबई एयर शो 2025 यह दुनिया का सबसे बड़ा एविएशन इवेंट है, जहाँ हर साल हजारों एक्सपर्ट्स, बायर्स और स्पेक्टेटर्स इकट्ठा होते हैं। 17 से 21 नवंबर तक चला यह शो, आखिरी दिन पर रंग भर रहा था।

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इसी कड़ी में आज हम बात करने जा रहे है दुबई में हुई उस घटना की जिससे न सिर्फ दुबई और भारत में शोक का माहौल है बल्कि पूरे विश्व भर में इसकी चर्चा हो रही है। आज का वीडियो एक ऐसी त्रासदी पर आधारित है जो न सिर्फ भारत के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के एविएशन कम्युनिटी के लिए सदमा देने वाली है। कल, 21 नवंबर को, दुबई एयर शो के आखिरी दिन, भारत का गौरव, हमारा घरेलू लड़ाकू विमान HAL तेजस क्रैश हो गया। और इस हादसे में पायलट विंग कमांडर नमन स्याल शहीद हो गए।

यह खबर सुनते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। लेकिन दोस्तों, यह सिर्फ एक क्रैश की स्टोरी नहीं है – यह है एक साहसी पायलट की जिंदगी, एक आत्मनिर्भर भारत के सपने की, और भविष्य की चुनौतियों की। इस वीडियो में हम डिटेल में कवर करेंगे – क्या हुआ था, विंग कमांडर स्याल कौन थे, तेजस विमान की पूरी हिस्ट्री, इस क्रैश के पॉसिबल कारण, रिएक्शन्स, और आगे क्या होगा। तो बिना देर किये चलिए शुरू करते हैं।

सबसे पहले बात करते हैं दुबई एयर शो 2025 यह दुनिया का सबसे बड़ा एविएशन इवेंट है, जहाँ हर साल हजारों एक्सपर्ट्स, बायर्स और स्पेक्टेटर्स इकट्ठा होते हैं। 17 से 21 नवंबर तक चला यह शो, आखिरी दिन पर रंग भर रहा था। दोपहर 2:13 बजे लोकल टाइम इंडियन एयर फोर्स का तेजस Mk-1A विमान डेमो फ्लाइट के लिए आसमान में उड़ा। यह विमान हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा बनाया गया था, और यह भारत की ‘मेक इन इंडिया’ कैंपेन का प्रतीक था।

डेमो के दौरान, तेजस ने लो-लेवल फ्लाईंग की, एक रोल मैन्यूवर किया, लेकिन अचानक यह ऊंचाई हासिल नहीं कर पाया। विमान तेजी से नीचे की ओर गिरा, और अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास क्रैश हो गया। आग की लपटें भड़क उठीं, काला धुआं आसमान छू गया। इमरजेंसी सायरन बजने लगे, फायरफाइटिंग टीम्स तुरंत मौके पर पहुंचीं। डेब्री को कंट्रोल करने में वे सफल रहीं, लेकिन विमान पूरी तरह तबाह हो चुका था। बदकिस्मती से, पायलट विंग कमांडर नमन स्याल को बचाया नहीं जा सका। वह शहीद हो गए।

दोस्तों यह हादसा इतना शॉकिंग था कि शो को कुछ घंटों के लिए रोक दिया गया। लेकिन दो घंटे बाद, डेमो फिर शुरू हो गए। दुबई गवर्नमेंट की मीडिया ऑफिस ने इसे ‘ट्रेजिक’ बताया और कहा कि साइट क्लियर हो गई। वीडियो फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जहाँ साफ दिख रहा था कि कैसे एक चमकदार ब्लू-ग्रे तेजस आग का गोला बन गया।

दोस्तों, कल्पना कीजिए – हजारों लोग देख रहे थे, तालियां बजा रही थीं, और अचानक सन्नाटा। यह सिर्फ एक क्रैश नहीं, बल्कि एक ड्रीम का टूटना था।अब सवाल उठता है – यह पहला हादसा था? नहीं। तेजस का इतिहास देखें तो मार्च 2025 में राजस्थान में एक क्रैश हुआ था, लेकिन वहां पायलट सुरक्षित थे। कुल मिलाकर, 2001 में फर्स्ट फ्लाइट से अब तक, यह दूसरा बड़ा इंसिडेंट है। लेकिन हर बार, IAF ने इन्वेस्टिगेशन से सीखा है।

वहीं आपको बता दें कि भारतीय वायुसेना का तेजस मार्क-1 विमान प्रदर्शन के लिए उड़ा। यह विमान सुलूर एयर फोर्स स्टेशन तमिलनाडु की 45वीं स्क्वाड्रन ‘फ्लाइंग डैगर्स’ से था। तीन तेजस विमानों का दल दुबई पहुंचा था, जो अपनी उच्च गतिशीलता और कम ऊंचाई पर एरोबेटिक्स के लिए जाना जाता है।प्रदर्शन की शुरुआत सामान्य थी। विमान ने लूप, रोल और अन्य स्टंट्स दिखाए। लेकिन नकारात्मक जी-टर्न, (जिसमें विमान उल्टा हो जाता है और गुरुत्वाकर्षण के विपरीत बल लगता है) के दौरान समस्या हुई। पायलट ने रिकवरी की कोशिश की, लेकिन विमान नियंत्रण से बाहर हो गया।

यह अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे के पास हुआ, जहां दर्शक ग्रैंडस्टैंड में बैठे थे। विमान जमीन से टकराया, आग लग गई और काला धुआं उठा। वीडियो फुटेज में साफ दिखता है कि पायलट ने इजेक्ट करने की अंतिम कोशिश की, लेकिन समय कम पड़ गया। दुबई मीडिया ऑफिस ने बताया कि इमरजेंसी सेवाएं तुरंत पहुंचीं—पुलिस, एम्बुलेंस, हेलीकॉप्टर और फायरफाइटिंग फोम से आग बुझाई गई। लगभग आधे घंटे बाद शो फिर शुरू हो गया, लेकिन माहौल उदास था। एक एसयूवी में भारतीय झंडा लहराता दिखा, जो राजनयिक प्लेट वाली थी। खुशकिस्मती से कोई अन्य हताहत नहीं हुआ।

अब बात करते हैं उस शेर की, जिसने अपना सर्वस्व देश को समर्पित कर दिया। विंग कमांडर नमनश स्याल, उम्र महज 38 साल, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के पटियालकर गांव के रहने वाले। उनका जन्म एक ऐसे परिवार में हुआ, जहां देशभक्ति खून में बसी थी। पिता जगन्नाथ स्याल एक्स-आर्मीमैन थे, जो बाद में टीचर बने। मां घर संभालतीं, और बड़ी बहन परिवार का सहारा। नमनश ने सैनिक स्कूल- सुजानपुर तिरा, हमीरपुर से पढ़ाई की, फिर नेशनल डिफेंस अकादमी में जगह बनाई। हंटर स्क्वाड्रन में ट्रेनिंग ली, और एयर फोर्स अकादमी से विंग्स हासिल किए। बात करें शादी की तो उनकी शादी एक रिटायर्ड विंग कमांडर से हुई थी, जो खुद एयर फोर्स की पूर्व अधिकारी हैं। एक सात साल की बेटी है, जो अब अनाथ-सी हो गई।

स्याल सुलूर एयर फोर्स स्टेशन, तमिलनाडु में पोस्टेड थे। उनकी स्क्वाड्रन को दुबई शो के लिए चुना गया था, और नमनश को तेजस उड़ाने का हॉनर मिला। दोस्तों, सोचिए – वह जानते थे कि यह डेमो भारत की इमेज बनाएगा, लेकिन किसे पता था कि यह उनकी आखिरी फ्लाइट होगी। बात करें उनकी अचीवमेंट्स की तो NDA से ग्रेजुएट होकर, उन्होंने कई हाई-रिस्क मिशन्स हैंडल किए। तेजस जैसे एडवांस्ड जेट पर मास्टरी हासिल की। चीफ मिनिस्टर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें ‘कौरेजियस एंड डेडिकेटेड’ कहा। कांगड़ा डिप्टी कमिश्नर हेमराज बैरवा ने फैमिली को सपोर्ट का वादा किया। सोशल मीडिया पर ट्रिब्यूट्स की बाढ़ आ गई – #RIPNamanshSyal ट्रेंड कर रहा है।

आपको बता दें कि तेजस का नाम संस्कृत से आया है, मतलब ‘चमकदार’ या ‘तीक्ष्ण’। यह भारत का पहला स्वदेशी सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है, जो लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट यानी LCA कैटेगरी में आता है। 1980 के दशक में, जब भारत को MiG-21 जैसे पुराने सोवियत जेट्स पर निर्भरता कम करनी थी, तो LCA प्रोजेक्ट शुरू हुआ। एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी यानी ADA ने डिजाइन किया, HAL ने मैन्युफैक्चर। पहली फ्लाइट 4 जनवरी 2001 को हुई, लेकिन डिले हुईं। आखिरकार, 2015 में IAF में इंडक्ट हुआ। स्पेसिफिकेशन्स? सिंगल इंजन, मैक्स स्पीड 1.6 माच , रेंज 3,000 किमी, वेपन्स – मिसाइल्स, बम्स, रडार।

यह 4.5 जेनरेशन फाइटर है, AESA रडार से लैस, जो दुश्मन को 200 किमी दूर डिटेक्ट कर सकता है। वजन सिर्फ 13 टन, मैन्यूवरेबिलिटी कमाल की। भारत ने 83 Mk-1A ऑर्डर दिए, कुल 300+ प्लान। एक्सपोर्ट के लिए भी कोशिशें – UAE, अर्जेंटीना इंटरेस्टेड। दुबई शो में यह डेब्यू था, जहां HAL ने डील्स साइन करने की उम्मीद की थी। लेकिन दोस्तों, तेजस की जर्नी आसान नहीं। 40 साल लगे, कॉस्ट ओवररन्स, इंजन इश्यूज। फिर भी, यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सिंबल है।

अभी तक ऑफिशियल रिपोर्ट नहीं, लेकिन IAF ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू कर दी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लो-लेवल रोल के दौरान कंट्रोल लॉस हो सकता है। हॉट क्लाइमेट दुबई में 35°C, इंजन थ्रस्ट इश्यू, या फ्यूल सिस्टम फेलियर। तेजस का GE इंजन हॉट वेदर में सेंसिटिव है। पिछला क्रैश भी मिड-एयर कंट्रोल लॉस से था। एविएशन एनालिस्ट्स कहते हैं, डेमो फ्लाइट्स हाई रिस्क – 1% चांस भी फेटल।

लेकिन भारत के पास ब्लैक बॉक्स रिकवर हो गया, डेटा एनालिसिस से सच सामने आएगा।यह क्रैश रीजनल टेंशन्स को हाइलाइट करता है। भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर, पाक के JF-17 (चाइना मेड) तेजस को चैलेंज करते हैं। 2019 बालाकोट स्ट्राइक में, भारत ने 5 जेट्स खोने की अफवाहें झूठी बताईं, लेकिन US रिपोर्ट्स कहती हैं 3 लॉस। चाइना पाक को 80% वेपन्स देता है।

IAF ने स्टेटमेंट जारी किया। “डीप रिग्रेट, फैमिली के साथ।” प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू, PM मोदी ने कंडोलेंस भेजे। हिमाचल CM ने स्टेट फ्यूनरल का ऐलान किया। दुबई ने “ट्रेजिक” कहा, फायर टीम्स को सराहा। यह क्रैश IAF को झटका, लेकिन लॉन्ग टर्म में स्ट्रॉन्गर बनाएगा। तेजस प्रोडक्शन बढ़ेगा, सेफ्टी चेक्स स्ट्रिक्ट। एक्सपोर्ट डील्स पर असर? UAE ने इंटरेस्ट दिखाया था, लेकिन अब वेट एंड वॉच। भारत को राफेल, S-400 जैसे इंपोर्ट्स के साथ बैलेंस करना होगा। रीजन में, चीन की J-20 vs तेजस – टेक्नोलॉजी रेस।  लेकिन भारत का बजट 6 लाख करोड़, R&D पर फोकस। यह हादसा याद दिलाता है – इनोवेशन रिस्की है, लेकिन जरूरी। विंग कमांडर स्याल, आपकी स्पिरिट जिंदा रहेगी। हर फ्लाइट, हर मिशन में आप साथ हो। भारत को ऐसे ही हीरोज चाहिए। दोस्तों, यह स्टोरी सिखाती है – साहस, समर्पण।

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