पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर शाहजहांपुर जंक्शन से गिरफ्तार, सोशल अकाउंट्स सस्पेंड
लखनऊ से दिल्ली जा रही लखनऊ सुपरफास्ट एक्सप्रेस जैसे ही बुधवार तड़के करीब 2 बजे शाहजहांपुर जंक्शन पर रुकी, स्टेशन पर पहले से मौजूद पुलिसकर्मियों ने ट्रेन के AC कोच में पहुंचकर पूर्व आईजी एवं आज़ाद अधिकार सेना के प्रमुख अमिताभ ठाकुर को बाहर निकाला और उन्हें मौके पर ही हिरासत में ले लिया।

4पीएम न्यूज नेटवर्क: लखनऊ से दिल्ली जा रही लखनऊ सुपरफास्ट एक्सप्रेस जैसे ही बुधवार तड़के करीब 2 बजे शाहजहांपुर जंक्शन पर रुकी, स्टेशन पर पहले से मौजूद पुलिसकर्मियों ने ट्रेन के AC कोच में पहुंचकर पूर्व आईजी एवं आज़ाद अधिकार सेना के प्रमुख अमिताभ ठाकुर को बाहर निकाला और उन्हें मौके पर ही हिरासत में ले लिया।
लखनऊ क्राइम ब्रांच की टीम ने कार्रवाई करते हुए अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार किया। उस समय वह दिल्ली जाने के लिए ट्रेन में यात्रा कर रहे थे। गिरफ्तारी के तुरंत बाद पुलिस ने अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी के सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X अकाउंट्स को भी सस्पेंड कर दिया। इसके बाद लखनऊ पुलिस उन्हें लेकर सदर कोतवाली देवरिया थाने पहुँची, जहाँ सुरक्षा बढ़ा दी गई है। थाने के परिसर में पत्रकारों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। गिरफ्तारी के कारणों को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
गिरफ्तारी के पीछे क्या वजह
अमिताभ ठाकुर की पत्नी और सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर के अनुसार, लखनऊ पुलिस ने 3 महीने पहले देवरिया में उन दोनों के खिलाफ जमीन-आवंटन विवाद से संबंधित एक FIR दर्ज की थी. हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि ठाकुर दंपति ने करीब 25 साल पहले ही विवादित जमीन खाली कर दी थी.
नूतन ने बताया कि उनके पति सरकारी काम से दिल्ली जा रहे थे, तभी सादे कपड़ों में मौजूद अधिकारियों ने शाहजहांपुर स्टेशन से अचानक उन्हें ट्रेन से उतार लिया और उन्हें हिरासत में लिए जाने को लेकर उस समय कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया.
मामले के बारे में उनका कहना है, साल 1999 में पूर्व IPS अमिताभ जब देवरिया में बतौर SP तैनात थे, तब उन्होंने
वहां पर जमीन खरीदी थी. पत्नी नूतन ठाकुर के नाम से इंडस्ट्रियल एरिया में एक प्लॉट लिया था जिनके नाम में एरर हो गया था. इसकी वजह से उन्होंने उस प्लॉट को सरेंडर कर दिया. नूतन का कहना है कि संस्था लीज पर जमीन देती थी, लेकिन वह चला नहीं इसलिए पति ने उसे सरेंडर कर दिया. करीब 3 महीने पहले संजय शर्मा ने लखनऊ के थाना तालकटोरा में एक केस दर्ज कराया. फिर उस केस को देवरिया ट्रांसफर करा लिया गया. मुझे सिर्फ यही कहना है कि जब सरकार ताकतवर होती है तो वह लोगों को इसी तरीके से परेशान करती है.
पति की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
हालांकि कुछ देर बाद, लखनऊ के तालकटोरा थाने के प्रभारी की ओर से नूतन ठाकुर को फोन कर गिरफ्तारी की सूचना दी गई. पूर्व पुलिस अफसर की गिरफ्तारी को लेकर उनकी पत्नी को बताया गया कि अमिताभ ठाकुर को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ के लिए देवरिया ले जाया जा रहा है. गिरफ्तारी की पुष्टि होने से पहले ही नूतन ने सोशल मीडिया पर अपने पति की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी.
पहले हिरासत में फिर हुए गिरफ्तार
GRP इंचार्ज अनिल कुमार ने इस गिरफ्तारी को पुष्टि की और बताया कि लखनऊ क्राइम ब्रांच की एक टीम शाहजहांपुर स्टेशन पर इंतजार कर रही थी और ट्रेन आते ही ठाकुर को हिरासत में ले लिया गया. अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के बाद अमिताभ ठाकुर को देवरिया की एक लोकल कोर्ट में पेश किया जाएगा. कुछ महीने पहले ही देवरिया में दर्ज एफआईआर में पुलिस ने अमिताभ के साथ-साथ उनकी पत्नी नूतन ठाकुर को भी आरोपी बनाया था.



