भाजपा सरकार ने पिछड़ों का कभी भला नहीं किया : बलराम

  • अयोध्या में भाजपा नेता बलराम मौर्य सपा में शामिल

लखनऊ। अयोध्या में स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी रिश्तेदार बलराम मौर्य ने भी समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है। वह स्वामी प्रसाद के मौर्य के साथ बसपा व भाजपा में भी थे। स्वामी के सपा में जाने के बाद से ही मौर्य बिरादरी के नेता बलराम के सपा में जाने के प्रबल आसार थे। भाजपा छोड़कर सपा में पहुंचे शामिल बलराम मौर्य का समाजवादी पार्टी कार्यालय पर स्वागत किया गया। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर भव्य स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष गंगा सिंह यादव व संचालन महासचिव हामिद जाफर मीसम ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन उपस्थि रहे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री ने कहा कि समाज का सम्मान सपा के अलावा अन्य किसी पार्टी में नहीं है। इनके आने से अब 2022 में सपा की सरकार को बनने से कोई नहीं रोक सकता। इस मौके पर बलराम मौर्य ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछड़ों का कभी भला नहीं किया। अखिलेश यादव ऊर्जावान, नौजवान व प्रगतिशील विचारों के है। 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाकर भाजपा को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

न अली, न बाहुबली, सिर्फ बजरंग बली, बीजेपी विधायक के बयान से निर्वाचन आयोग खफा

लखनऊ। गाजियाबाद में लोनी विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक एवं मौजूदा प्रत्याशी नंदकिशोर गुर्जर के कहा है कि लोनी में न अली, न बाहुबली, सिर्फ बजरंगबली। प्रत्याशी के इस बयान पर निर्वाचन आयोग ने संज्ञान लिया है। रिटर्निंग ऑफिसर ने उन्हें नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। विधानसभा क्षेत्र लोनी के रिटर्निंग ऑफिसर संतोष कुमार राय ने नंदकिशोर गुर्जर को भेजे नोटिस में कहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह इस तरह का बयान बोलते हुए दिखाई दे रहे हैं। निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार ऐसी कोई गतिविधि नहीं की जाएगी, जिससे जातियों, समुदायों, धार्मिक समूहों के बीच मतभेद बढ़ सकते हों या आपसी घृणा-तनाव पैदा हो सकते हों।

रिटर्निंग ऑफिसर ने कहा नंदकिशोर गुर्जर अपना स्पष्टीकरण तीन दिन में दें, वरना एक पक्षीय कार्रवाई कर दी जाएगी। इस मामले में नंदकिशोर बोले कि मैं बजरंगबली का भक्त हूं। इसलिए ये मेरी आस्था का विषय है। जहां तक अली की बात है तो जो मोहम्मद अली जिन्ना था, उसने कत्लेआम कराया था, देश का बंटवारा किया था, उस संबंध में हमने बात कही है। बाहुबलियों के संबंध में जो चुनाव आयोग का निर्देश है कि उन्हें टिकट नहीं मिलना चाहिए, हमारे यहां एक बाहुबली को टिकट दिया गया है, हमने उसी संबंध में ये बात कही है। इसका किसी धर्म से कोई मतलब नहीं है।

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