किसानों के लिए लड़ने वालों दलों को हमारा आशीर्वाद : राकेश टिकैत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में सपा और रालोद गठबंधन प्रत्याशियों को खुला समर्थन देने के बाद किसान नेता नरेश टिकैत ने अब पलटी मार ली है। किसान नेता नरेश टिकैत ने अपने पिछले बयान से पलटते हुए कहा कि हम चुनाव में किसी का भी समर्थन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहा तो पहले से ही हर पार्टी का आदमी आता रहता है। कल गठबंधन प्रत्याशी राजपाल बालियान भी आते थे वो किसान भवन में आये थे हम तो सभी को अपना आशीर्वाद देते है। उसमे कोई समर्थन वाली बात नहीं है। थोड़ी घनी बातचीत हमारे मुंह से निकल गयी होगी। हमें मालूम नहीं था की संयुक्त किसान मोर्चे का किसी भी पार्टी के प्रत्याशी को समर्थन देने पर पाबंदी है। टिकैत ने कहा कि इसलिए हमारा किसी को कोई समर्थन नहीं है। हमारा तो सभी को आशीर्वाद है। आशीर्वाद तो पहले से महेंद्र सिंह टिकैत भी देते आये है। कल महागठबंधन वाले आए थे। किसान भवन में लोग जुटे थे, लेकिन कल हम ज्यादा बोल पड़े।

संयुक्त किसान मोर्चा सर्वोपरि है, हमारी ओर से किसी को भी समर्थन नहीं है। किसी भी दल का कोई भी नेता आएगा तो हम उसे आशीर्वाद देंगे। यहां आकर कोई भी वोट मांगने की बात न करे. वोट मांगने की बजाय लोग आशीर्वाद लेने के लिए आएं। यहां आएं लोग आशीर्वाद लें और चुनाव लड़ें। हम किसी भी अनदेखी नहीं करेंगे। इससे पहले 2014 के चुनाव में भाजपा को समर्थन दिए जाने को लेकर नरेश टिकैत ने कहा कि उस समय तो उनकी लहर चल रही थी, लेकिन अब दूसरा मामला है. 13 महीने तक हमारा आंदोलन चला है और अब संयुक्त मोर्चा सर्वोपरि है। यदि हम अलग जाएंगे तो वे हमें भी निकाल देंगे।

निषाद पार्टी को गठबंधन में मिलेंगी 15 सीटें

लखनऊ। विधानसभा चुनाव में एनडीए में भाजपा की सहयोगी निषाद पार्टी को 15 सीटें मिली हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और चुनाव सह प्रभारी अनुराग ठाकुर से मुलाकात के बाद निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने उन्हें गठबंधन में 15 सीटें मिलने की घोषणा की। संजय ने बताया कि गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, बलिया, संतकबीरनगर, आजमगढ़, अंबेडकर नगर, सुल्तानपुर, फैजाबाद, जौनपुर, गाजीपुर, चंदौली, भदोही, इलाहाबाद और मिर्जापुर जिले में निषाद पार्टी के उम्मीदवार उतारे जाएंगे।

उन्होंने कहा कि बदली चुनावी स्थितियों में वह कुुछ सीट बदलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी केवल सीट पर नहीं बल्कि जीत पर ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि 2017 में पीस पार्टी के साथ गठबंधन कर 100 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। उन्होंने कहा कि पार्टी ने डिजिटल प्लेटफार्म और सोशल मीडिया पर भी प्रचार प्रसार की तैयारी की है। प्रत्याशी चयन में उनकी छवि और पृष्ठभूमि का भी ध्यान रखा जाएगा।

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