हंगामें की भेंट चढ़ा संसद का शीतकालीन सत्र
लोकसभा- राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, दिल्ली प्रदूषण पर चर्चा अधूरी रह गई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। शुक्रवार को संसद अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो गई, जिससे शीतकालीन सत्र का समापन हो गया। इस सत्र में बार-बार स्थगन और वॉकआउट के बजाय लगातार बहस हुई, जिससे संसदीय कामकाज सुचारू रूप से चला और सरकार कई महत्वपूर्ण कानून पास करवा पाई।
बीमा और परमाणु ऊर्जा क्षेत्रों में ज़्यादा निजी और विदेशी भागीदारी को बढ़ावा देने, ग्रामीण रोजग़ार में सुधार करने और नए वित्तीय और कराधान उपायों को मंज़ूरी देने वाले बिल संसद के दोनों सदनों में पास हो गए। 19 से ज़्यादा सत्रों में, संसद ने आठ प्रमुख कानूनों को उनके आर्थिक, सामाजिक और रणनीतिक प्रभावों पर विस्तार से बहस के बाद मंजूरी दी। इनमें सबसे महत्वपूर्ण थे सस्टेनेबल हार्नेसिंग एंड एडवांसमेंट ऑफ न्यूक्लियर एनर्जी फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया बिल, 2025 (शांति बिल), जो न्यूक्लियर सेक्टर को प्राइवेट भागीदारी के लिए खोलता है। विकसित भारत ग्राम रोजग़ार और मानव गरिमा बिल, 2025 (जी रामजी बिल), जो मनरेगा की जगह लेता है; और सबका बीमा सबकी रक्षा (बीमा कानूनों में संशोधन) बिल, 2025, जो बीमा सेक्टर में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश को 100 प्रतिशत तक बढ़ाता है। दिल्ली-एनसीआर में बिगड़ती हवा की क्वालिटी पर जिस चर्चा का बेसब्री से इंतज़ार था, वह शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन लोकसभा में होने वाली थी। हालांकि, दोनों सदनों को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है, जिसका मतलब है कि यह चर्चा अब नहीं होगी।

शीतकालीन सत्र के दौरान पास हुए बिल
सबका बीमा सबकी रक्षा (बीमा कानूनों में संशोधन) बिल, 2025 ,भारत को बदलने के लिए परमाणु ऊर्जा का सतत उपयोग और उन्नति बिल, 2025 ,विकसित भारत ग्राम रोजगार और मानव गरिमा बिल, 2025 ,विनियोग (नंबर 4) बिल, 2025 निरसन और संशोधन बिल, 2025 ,मणिपुर वस्तु एवं सेवा कर (दूसरा संशोधन) बिल, 2025 ,केंद्रीय उत्पाद शुल्क (संशोधन) बिल, 2025 ,स्वास्थ्य सुरक्षा से राष्ट्रीय सुरक्षा उपकर बिल, 2025 विकसित भारत शिक्षा प्रतिष्ठान बिल, 2025।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सभी दलों के लिए टी पार्टी दी
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के कक्ष की एक तस्वीर आती है जहां पीएम नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रियंका गांधी बैठी दिखाई दे रही हैं। वायनाड से फस्र्ट टाइम सांसद प्रियंका के अलावा सपा से धर्मेंद्र यादव, एनसीपी शरद पवार गुट से सुप्रिया सुले और डी राजा भी इस बैठक में मौजूद थे। खास बात ये है कि राहुल गांधी मॉनसून सत्र के समापन में लोकसभा अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई ऐसी ही बैठक में नहीं गए थे। लेकिन बहन प्रियंका इस बार की बैठक में शामिल हुईं। खास बात ये है कि वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी को राजनाथ सिंह के बगल की सीट दी गई है। वो रक्षा मंत्री के साथ चाय पी रही हैं। रक्षा मंत्री के ठीक बगल में पीएम नरेंद्र मोदी भी बैठे हैं. इस बैठक में पूरा विपक्ष नजर आ रहा है।
मॉनसून सत्र में विपक्ष ने चाय पार्टी का किया था बहिष्कार
गौरतलब है कि 21 अगस्त 2025 को मॉनसून सत्र के समापन के बाद लोकसभा स्पीकर बिरला ने सभी सदस्यों के लिए चाय मीटिंग रखी थी। लेकिन इस बैठक में राहुल गांधी समेत विपक्ष का कोई नेता नहीं पहुंचा था और चाय पार्टी का बहिष्कार किया था. उल्लेखनीय है कि हर सत्र के समापन के बाद सभी दलों के फ्लोर लीडर्स के साथ स्पीकर टी मीटिंग करते हैं और उनका धन्यवाद करते हैं। इस बैठक में विपक्ष के नहीं आने पर पीएम मोदी निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि पक्ष में, खासकर कांग्रेस में बहुत से युवा नेता बेहद प्रतिभाशाली हैं, लेकिन परिवार की असुरक्षा की वजह से इन युवाओं को बोलने का मौका नहीं मिलता। पीएम ने कहा संभव है कि यही युवा नेता राहुल गांधी को असुरक्षित और घबराहट में डाल रहे हों। शायद राहुल गांधी इन युवा नेताओं से घबरा गए हैं।
उत्तर भारत में घने कोहरे से कंपकंपाए लोग
दिल्ली-एनसीआर में फ्लाइट ऑपरेशन प्रभावित, रेड अलर्ट जारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। शुक्र वार सुबह पंजाब से बिहार तक फैली घने कोहरे की मोटी परत के कारण इंडो-गैंगेटिक मैदानों में विजिबिलिटी कम हो गई, जिसके बाद भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली के लिए रेड अलर्ट जारी किया और चेतावनी दी कि सडक़, रेल और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सैटेलाइट तस्वीरों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश और बिहार में घना कोहरा छाया हुआ दिख रहा है।
सुबह 5.30 बजे, उत्तर प्रदेश के आगरा, बरेली, सहारनपुर और गोरखपुर में; पंजाब के अंबाला, अमृतसर, बठिंडा, लुधियाना और आदमपुर में;,दिल्ली के सफदरजंग म, हरियाणा के अंबाला में, मध्य प्रदेश के ग्वालियर में; बिहार के भागलपुर में; और झारखंड के डाल्टनगंज में विजिबिलिटी शून्य मीटर रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए रेड अलर्ट जारी किया, जिसमें चेतावनी दी गई कि कोहरे के कारण कुछ हवाई अड्डों पर ऑपरेशन बाधित हो सकते हैं और राजमार्गों और रेलवे मार्गों पर भी असर पड़ सकता है। शुक्रवार को दिल्ली में फ्लाइट ऑपरेशन एक बार फिर प्रभावित हुए, जब राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में घने कोहरे ने विजिबिलिटी को बुरी तरह प्रभावित किया। दिल्ली और आस-पास के इलाकों में घना कोहरा छाए रहने के कारण, दिल्ली एयरपोर्ट पर 79 फ्लाइट कैंसिल कर दी गईं।
राज्य विरोधी और गांव विरोधी है वीबी-जी रामजी बिल: राहुल गांधी
बोले नेता प्रतिपक्ष- मोदी सरकार ने एक ही दिन में मनरेगा के बीस वर्षों को ध्वस्त कर दिया
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कल रात मोदी सरकार ने एक ही दिन में मनरेगा के बीस वर्षों को ध्वस्त कर दिया। जी राम जी विधेयक, मनरेगा का कोई ‘‘पुनर्गठन’’ नहीं है। यह अधिकार-आधारित, मांग-आधारित गारंटी को खत्म कर इसे एक सीमित योजना में बदल देता है, जिसे दिल्ली से नियंत्रित किया जाएगा।
विपक्ष संसद में विकसित भारत गारंटी फॉर रोजग़ार एंड आजीविका मिशन (ग्रामीण) (वीबी-जी रामजी) बिल पास होने पर लगातार विरोध कर रहा है। शुक्रवार को, एकजुट विपक्ष ने बिल पास होने के विरोध में संसद के बाहर प्रदर्शन किया, जबकि तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में एंट्री की सीढिय़ों पर अपना विरोध जारी रखा। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, जो अभी जर्मनी में हैं, उन्होंने भी बिल के खिलाफ आवाज़ उठाई और दावा किया कि यह डिज़ाइन से ही राज्य विरोधी और गांव विरोधी है। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हमने कोविड-19 महामारी के दौरान देखा कि मनरेगा का क्या मतलब था। जब अर्थव्यवस्था बंद हो गई और आजीविकाएं खत्म हो गईं, तब इसने करोड़ों लोगों को भूख और कर्ज में डूबने से बचाया। इससे सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को हुआ, जिन्होंने साल दर साल कुल व्यक्ति-दिवसों का आधे से अधिक योगदान दिया है।’’ उन्होंने कहा कि जब किसी रोजगार कार्यक्रम को सीमित किया जाता है, तो सबसे पहले महिलाएं, दलित, आदिवासी, भूमिहीन मजदूर और सबसे गरीब अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदाय के लोग बाहर धकेले जाते हैं।
कांग्रेस इसकेखिलाफ पूरे देश में करेगी आंदोलन
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के स्थान पर ‘विकसित भारत- जी राम जी विधेयक’ संसद द्वारा पारित किए जाने के बाद शुक्रवार को कहा कि यह प्रस्तावित कानून प्रदेश एवं गांवों के खिलाफ है तथा इसे वापस लेने के लिए सरकार को विवश करने के मकसद से एक राष्ट्रव्यापी मोर्चा बनाया जाएगा।
मनरेगा ने ग्रामीण मजदूर को मोलभाव की ताकत दी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ‘‘मनरेगा ने ग्रामीण मजदूर को मोलभाव की ताकत दी। वास्तविक विकल्प मिलने से शोषण और मजबूरी में पलायन घटा, मजदूरी बढ़ी, काम की परिस्थितियां बेहतर हुईं और साथ ही ग्रामीण ढांचे का निर्माण व पुनर्जीवन हुआ। यही वह ताकत है जिसे यह सरकार तोडऩा चाहती है।’’ उनके मुताबिक, काम की सीमा तय करके और काम से वंचित करने के और रास्ते बनाकर, जी राम जी विधेयक उस एकमात्र माध्यम को कमजोर करता है जो ग्रामीण गरीबों के पास था।
बांग्लादेश: शरीफ हादी की मौत पर बरपा हंगामा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
ढाका। बांग्लादेश में शुक्रवार को शेख हसीना विरोधी नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में तनाव फैल गया, जिससे देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन, हिंसा और तोडफ़ोड़ हुई। हालांकि सुबह हिंसा की कोई घटना सामने नहीं आई, लेकिन प्रदर्शनकारियों को बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के घर, 32 धनमंडी की पहले से ही तोड़ी गई इमारत में तोडफ़ोड़ करते देखा गया।
चीफ एडवाइजर मुहम्मद यूनुस के राष्ट्र के नाम टेलीविजन पर दिए गए भाषण में इंकलाब मंच के नेता हादी की मौत की पुष्टि करने के बाद, गुरुवार रात देश के अलग-अलग हिस्सों में हमले और तोडफ़ोड़ हुई, जिसमें चट्टोग्राम में असिस्टेंट इंडियन हाई कमिश्नर के घर पर पत्थर फेंकना भी शामिल था। प्रदर्शनकारियों ने सुबह 1:30 बजे चटगांव में असिस्टेंट इंडियन हाई कमिश्नर के घर पर ईंटें और पत्थर भी फेंके, लेकिन कोई नुकसान नहीं पहुंचा पाए। पुलिस ने आंसू गैस और लाठीचार्ज करके जवाब दिया, भीड़ को तितर-बितर किया और 12 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। कुछ लोगों के घायल होने की भी खबर है। सीनियर अधिकारियों ने असिस्टेंट हाई कमिश्नर को बेहतर सुरक्षा का भरोसा दिलाया।
अभी मैं मुख्यमंत्री बना रहूंगा: सिद्धारमैया
सीएम बोले- ढाई साल का कोई समझौता नहीं हुआ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बेलगावी। बेलगावी में कर्नाटक विधानसभा सत्र के अंतिम दिन, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ढाई साल के सत्ता-साझाकरण समझौते के दावों को दृढ़ता से खारिज करते हुए कहा कि वे अभी भी मुख्यमंत्री हैं। अपने कार्यकाल को लेकर विपक्ष द्वारा बार-बार पूछे गए सवालों और व्यवधानों का जवाब देते हुए, सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई समझौता नहीं है और पार्टी हाई कमांड के निर्णय लेने तक वे मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
सिद्धारमैया ने कहा कि पहले जनता का आशीर्वाद आवश्यक है। फिर विधायक दल की बैठक में नेता का चुनाव करते हैं, और उसके बाद हाई कमांड निर्णय लेता है। मैंने बस इतना ही कहा है। अभी भी मैं मुख्यमंत्री हूं, और हाई कमांड के निर्णय लेने तक मैं मुख्यमंत्री बना रहूंगा। इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा विधायक और कर्नाटक विधानसभा के विपक्ष के नेता आर अशोक ने सवाल किया कि आपको विधानसभा दल ने पांच साल के लिए चुना था। ढाई साल का क्या? सिद्धारमैया ने स्पष्ट रूप से जवाब दिया कि मैंने ढाई साल के बारे में कुछ नहीं कहा। ढाई साल जैसा कोई समझौता नहीं है। मंगलवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने दोहराया कि वे अपना पूरा कार्यकाल निभाएंगे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम पूरा कार्यकाल निभाएंगे और 2028 में सत्ता में वापस आएंगे… मैं तब तक मुख्यमंत्री रहूंगा जब तक हाई कमांड कहेगा। कुछ दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही थीं कि क्या कांग्रेस हाई कमांड डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री नियुक्त करेगा। बाद में दोनों नेताओं के एक-दूसरे के आवास पर नाश्ते पर मुलाकात और पार्टी की एकता दिखाने के लिए संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पार्टी ने इस पर स्पष्टीकरण दिया।
शीतकालीन सत्र
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत हो गई है। सदन की शुरुआत से पहले सपा एमएलसी जाहिद बेग साइकिल पर सवार होकर व चेहरे पर ऑक्सीजन मास्क पहनकर साइकिल पर ऑक्सीजन सिलेंडर और कफ सिरप लेकर विधानसभा पहुंचे।



