शीतकालीन सत्र बना प्रदूषण सत्र: जयराम रमेश
कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर साधा निशाना, बोले- संसद में प्रदूषण पर चर्चा क्यों नहीं की गई

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। संसद में प्रदूषण पर चर्चा न होने को लेकर सियासी कोहराम मचा हुआ है। विपक्ष ने एनडीए सरकार को घेरते हुएकहा कि सरकार जनहित के मुद्दों पर गंभीर नहीं है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने वायु प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि हाल ही में समाप्त हुआ संसद का शीतकालीन सत्र सरकार की इस मुद्दे पर व्यवस्थित बहस करने की अनिच्छा के कारण प्रभावी रूप से प्रदूषण सत्र में तब्दील हो गया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए रमेश ने कहा कि संसद में सरकार की प्रतिक्रिया से उन्हें गहरा सदमा लगा, जिसमें उन्होंने प्रदूषण और फेफड़ों से संबंधित बीमारियों के बीच किसी भी संबंध से इनकार किया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह शीतकालीन सत्र नहीं, बल्कि प्रदूषण सत्र था। मैं उस समय स्तब्ध रह गया जब सरकार ने कल संसद में यह कहकर जवाब दिया कि प्रदूषण और फेफड़ों की समस्याओं के बीच कोई संबंध नहीं है। रमेश ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश भर में, विशेष रूप से उत्तर भारत में, जहां प्रदूषण का स्तर हफ्तों से गंभीर बना हुआ है, बिगड़ती वायु गुणवत्ता पर विस्तृत चर्चा की बार-बार मांग की थी।

राहुल ने वायु प्रदूषण पर चर्चा की मांग की थी
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने वायु प्रदूषण पर चर्चा की मांग की थी। हम लोकसभा और राज्यसभा में इस पर बहस चाहते थे। कांग्रेस नेता ने सरकार के इस दावे को खारिज कर दिया कि विपक्ष द्वारा व्यवधान डालने से प्रदूषण पर बहस नहीं हो सकी। उन्होंने बताया कि विपक्ष की मांगों के बावजूद लोकसभा को इस मुद्दे पर चर्चा किए बिना अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। दुर्भाग्य से, लोकसभा में ही सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की गई।
सत्ताधारी पक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए, रमेश ने जोर देकर कहा कि चर्चा न होने की जिम्मेदारी सरकार की है। सरकार का यह बयान कि कांग्रेस के कारण प्रदूषण पर चर्चा नहीं हो सकी, गलत है। मैं इसे पूरी तरह से खारिज करता हूं। रमेश की ये टिप्पणी संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा कांग्रेस पर संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान वायु प्रदूषण पर प्रस्तावित चर्चा को बाधित करने का आरोप लगाने के बाद आई है। रिजिजू ने दावा किया था कि सरकार पूरे दिन की बहस के लिए तैयार थी, लेकिन विपक्ष के व्यवधान के कारण ऐसा करने से रोक दिया गया।
इंडो-यूएस न्यूक्लियर डील का विरोध क्यों किया
सांसद जयराम रमेश ने सरकार से तीखा सवाल पूछा। उन्होंने बिल पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि साल 2008 में भारत और अमेरिका के बीच एक परमाणु करार हुआ था। इसका विरोध सबसे ज्यादा बीजेपी ने ही किया था। उन्होंने कहा, उस वक्त बीजेपी ने कहा था कि परमाणु ऊर्जा का कोई भविष्य नहीं है इसलिए इसका हम इसका विरोध कर रहे हैं। जबकि उसी बिल की बदौलत अमेरिका और भारत के बीच कई रास्ते खुले थे। परमाणु ऊर्जा रूपांतरण विधेयक बिल भी उसी का नतीजा है। जयराम रमेश ने सदन को बताया कि 20 साल के शासनकाल में कांग्रेस ने क्या-क्या किया। उन्होंने साल 2014 के बाद के भारत का जिक्र करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने देश को बताया कि 2014 के बाद ही सबकुछ हुआ है। खासतौर पर स्पेस और परमाणु कार्यक्रम। लेकिन हकीकत इससे अलग है। कांग्रेस के शासनकाल में ही इन दोनों सेक्टर्स को काफी बढ़ावा दिया गया था। अटल बिहारी वाजपेयी जी से मौजूदा सरकार को सबक सीखना चाहिए, क्योंकि वह भी काग्रेस के परमाणु कार्यक्रम का जिक्र कर चुके हैं।
असम में बड़ा ट्रेन हादसा, राजधानी एक्सप्रेस से कट गए आठ हाथी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गुवाहाटी। असम में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है। ट्रेन संख्या 20507 डीएन सैरांग-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस हाथियों के झुंड से टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रेन का इंजन और पांच डिब्बे पटरी से उतर गए। हालांकि, ट्रेन में सवार किसी भी यात्री कोचोट नहीं आई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि ये 8 हाथियों का झुंड था, जिसमें से ज्यादातर मारे गए हैं। यह घटना उस स्थान पर घटी जहां हाथियों का गलियारा नहीं है। लोको पायलट ने हाथियों के झुंड को देखकर आपातकालीन ब्रेक लगाए। ट्रेन फिर भी हाथियों से टकरा गए और हादसा हो गया।
ट्रेन हादसा पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के लुमडिंग डिवीजन में हुआ। दुर्घटना स्थल गुवाहाटी से करीब 126 किलोमीटर दूर है। रेस्क्यू ट्रेन अधिकारियों के साथ घटनास्थल की ओर रवाना हो चुकी हैं। सूत्रों के मुताबिक, पटरी से उतरने और पटरियों पर हाथियों के शव मिलने के कारण ऊपरी असम और पूर्वोत्तर के अन्य हिस्सों के लिए रेल सेवाएं फिलहाल बंद हैं. वन विभाग के सूत्रों ने बताया के ट्रेन हादसे में 8 हाथियों की मौत हो गई है। हाथी का छोटा बच्चा इस हादसे में घायल हुआ है, जिसका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि ट्रेन के पटरी से उतरने और हाथियों के शरीर के अंगों के पटरियों पर बिखरे होने के कारण ऊपरी असम और पूर्वोत्तर के अन्य हिस्सों के लिए रेल सेवाएं फिलहाल डायवर्ट कर दी गई हैं। इस डिवीजन से गुजरने वाली ट्रेनों को यूपी लाइन से डायवर्ट किया जा रहा है. असम में ट्रेन की पटरी के मरम्मत का काम जारी है।
मान सरकार केसमझाने पर माने आक्रोशित किसान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चंडीगढ़। पंजाब के किसानों ने प्रस्तावित रेल रोको आंदोलन को लेकर अपना फैसला बदल दिया है। 20 दिसंबर को होने वाला यह विरोध प्रदर्शन राज्य सरकार के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया गया है। किसान नेता सरवन सिंह भंडार ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार शाम को सरकार के साथ बैठक हुई, जिसमें किसानों को आश्वासन दिया गया कि बिजली संशोधन विधेयक पंजाब में लागू नहीं किया जाएगा।
सरकार ने स्मार्ट बिजली मीटर लगाने के संबंध में भी सकारात्मक आश्वासन दिया और कहा कि ऐसे मीटर राज्य में नहीं लगाए जाएंगे। किसान नेताओं ने स्पष्ट किया कि आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय सरकार के आश्वासनों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आंदोलन वापस नहीं लिया गया है, बल्कि केवल स्थगित किया गया है। इस बीच, किसानों की लंबित मांगों पर चर्चा करने के लिए किसान प्रतिनिधियों और सरकार के बीच 22 दिसंबर को एक और बैठक निर्धारित की गई है।
किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के आह्वान पर और दशमेश किसान मजदूर यूनियन के समर्थन से आयोजित यह विरोध प्रदर्शन पंजाब भर में 18 और 19 दिसंबर को जिला आयुक्त कार्यालयों के बाहर चल रहे दो दिवसीय राज्यव्यापी आंदोलन का हिस्सा था। प्रदर्शन के दौरान, किसानों ने राज्य सरकार द्वारा किसान समुदाय से किए गए वादों को पूरा न करने और 5 दिसंबर को रेल रोको आंदोलन से कुछ घंटे पहले यूनियन नेताओं की गिरफ्तारी के बाद किसानों के लोकतांत्रिक अधिकारों पर कथित अंकुश लगाने के खिलाफ भी विरोध जताया। सभा को संबोधित करते हुए, यूनियन नेताओं ने कहा कि कृषि के लिए सस्ती और विश्वसनीय बिजली अत्यंत महत्वपूर्ण है और चेतावनी दी कि बिजली की दरों में किसी भी प्रकार की वृद्धि से खेती की लागत और बढ़ जाएगी, जिससे छोटे और सीमांत किसान और भी अधिक वित्तीय संकट में फंस जाएंगे।
किसी को भी हिंसा करने पर छोड़ा नहीं जाएगा: मो. यूनुस
बांग्लादेश में हिंदू युवक की हत्या में शामिल सात आरोपी गिरफ्तार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
ढाका। बांग्लादेश के मयमनसिंह जिले के वालुका इलाके में हिंदू धर्म के अनुयायी युवक दीपू चंद्र दास (27) की पीट-पीटकर हत्या के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने बताया कि रैपिड एक्शन बटालियन ने इस जघन्य घटना में शामिल सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी से पूछताछ जारी है और मामले की गहन जांच की जा रही है।
मोहम्मद यूनुस ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी तरह की सांप्रदायिक हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्य सलाहकार के अनुसार आरएबी 14 ने विशेष अभियान चलाकर विभिन्न स्थानों से सात संदिग्धों को हिरासत में लिया। मोहम्मद यूनुस ने कहा कि यह घटना न केवल मानवता के खिलाफ अपराध है, बल्कि सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने की कोशिश भी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।
चेन्नई के बीएसएनएल ऑफिस में भीषण आग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। शनिवार सुबह चेन्नई के अन्ना सलाई स्थित बीएसएनएल भीषण आग लग गई। आग लगने से पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि यह घटना छुट्टी वाले दिन हुई, जिसके कारण ऑफिस बंद था और कोई वहां नहीं था। वरना बड़ा हादसा हो सकता था अधिकारियों ने बताया कि उन्हें अन्ना सलाई स्थित क्चस्हृरु कार्यालय में आग लगने की सूचना सुबह करीब 9:30 बजे मिली।
सूचना मिलते ही अग्निशमन और बचाव की टीम मौके पर पहुंची। करीब एक घंटे की अधिक समय तक आग बुझाने की कोशिश जारी रही। आग को कंट्रोल में करने के लिए कम से कम 5 दमकल गाडय़िां और 10 मेट्रो वाटर टैंकर लगाए गए। दमकल विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आग लगने का कारण बिजली का शॉर्ट सर्किट हो सकता है। पुलिस के अनुसार, दूसरी मंजिल के एक कमरे में रखी बैटरी में विस्फोट होने का संदेह है, जिससे आग भडक़ी होगी। ऐसा कहा जा रहा है कि आग बिजली के तारों के जरिए फैल गई और इमारत की तीसरी, चौथी और छठी मंजिल तक पहुंच गई। हालांकि घटना की पूरी जांच के बाद ही आग लगने के सटीक कारणों का पता चल पाएगा। आग लगने से बीएसएनएल परिसर में चल रही सेवाओं में बाधा उत्पन्न हुई। कार्यालय में रखे उसके सर्वर प्रभावित हुए, जिसके परिणामस्वरूप ऑनलाइन भुगतान सेवाएं अस्थायी रूप से बाधित हुईं।
महाराष्ट्रकी छवि बिगाड़ रहे राज्य केमंत्री: सुप्रिया
एनसीपी के दो मंत्रियों पर लगे गंभीर आरोपों पर सियासी बवाल, एनसीपी शरद पवार गुट ने भाजपा को घेरा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र सरकार में एनसीपी (अजित पवार गुट) के दो मंत्रियों पर लगे गंभीर आरोपों को लेकर सियासी बवाल मच गया है। एनसीपी (शरद पवार गुट) की वरिष्ठ नेता सुप्रिया सुले ने इस पूरे मामले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसे घटनक्रम महाराष्ट्र की छवि के लिए बुरा है और दिल्ली तक में लोग सवाल पूछ रहे हैं कि राज्य में आखिर चल क्या रहा है।
सुप्रिया सुले ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार में शामिल दो बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने बताया कि दिल्ली में उनसे लोग पूछ रहे थे कि महाराष्ट्र में एक और मंत्री का विकेट गिर गया? उनके मुताबिक, इस तरह की बातें राज्य की छवि को खराब करती हैं और जनता में गलत संदेश जाता है। उन्होंने साफ कहा कि यह स्थिति किसी भी तरह से अच्छी नहीं कही जा सकती। मनरेगा के नाम को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि महात्मा गांधी का नाम हटाने का फैसला गलत है. उनका कहना है कि इससे न सिर्फ प्रतीकात्मक नुकसान हुआ है, बल्कि आगे चलकर राज्यों को मिलने वाली फंडिंग पर भी असर पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि इस फैसले से राज्य सरकारों को नुकसान होगा और गरीबों से जुड़ी योजनाओं पर भी असर पड़ सकता है।
माणिकराव कोकाटे मामले पर चिंता
पूर्व मंत्री माणिकराव कोकाटे को लेकर सुप्रिया सुले ने कहा कि किसानों के बारे में जिस तरह की बातें कही गईं, वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं. फिलहाल कोकाटे अस्पताल में भर्ती हैं और उन्हें सही इलाज मिलना चाहिए, यह जरूरी है।
किसी का पहनावा उसका निजी विषय
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़े बुर्का विवाद पर सुप्रिया सुले ने संवेदनशील रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार की परंपरा और पहनावा उसका निजी विषय होता है, घूंघट लेना हो या बुर्का पहनना, यह परिवार की अपनी परंपरा है, नीतीश कुमार एक वरिष्ठ नेता हैं और इस तरह के विवादों से हमें दुख होता है।
गठबंधन पर स्थानीय नेता ही फैसला लेंगे
एनसीपी (अजित पवार गुट) और शरद पवार गुट के संभावित गठबंधन को लेकर पूछे गए सवाल पर सुप्रिया सुले ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों में स्थानीय नेता ही फैसला लेंगे। उन्होंने बताया कि पवार साहब पहले ही कह चुके हैं कि इस पर निर्णय जमीनी स्तर पर लिया जाएगा।



