विधान सभा में सीएम योगी और अखिलेश ने मिलाया हाथ, फिर चल दिए अपनी-अपनी राह
- पहली बार दोनों नेताओं ने ली विधायक पद की शपथ, अखिलेश ने संभाली नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी
- डिप्टी सीएम बृजेश पाठक समेत नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर ने दिलायी शपथ
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव परिणाम के साथ राजनीतिक बयानबाजी की तल्खियां भी खत्म हो गयी हैं। आज जब नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव का विधान सभा में आमना-सामना हुआ तो दोनों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया। इस दौरान सीएम योगी ने सपा प्रमुख के कंधे पर हाथ भी रखा। पहली बार योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव ने विधायक पद की शपथ ली है। इसके साथ ही सपा मुखिया ने सदन में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी संभाल ली। विधान सभा में आज नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण कराया गया। सबसे पहले सत्तारूढ़ भाजपा के विधायक दल के नेता और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ ली। उन्हें प्रोटेम स्पीकर रमापति शास्त्री ने शपथ दिलाई। उन्होंने नेता सदन का जिम्मा संभाला है। शपथ लेने के बाद जैसे ही सीएम योगी आगे बढ़े उनका सामना अखिलेश यादव से हुआ। अखिलेश को देखते ही सीएम योगी मुस्कुराए और दोनों ने हाथ मिलाया। इसके बाद अखिलेश ने शपथ ली। वहीं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, बेबी रानी मौर्य, लक्ष्मी नारायण चौधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह समेत कई मंत्रियों और विधायकों ने शपथ ली। सीएम योगी आदित्यनाथ के शपथ लेते समय जय श्रीराम और अखिलेश के शपथ लेते समय जय समाजवाद के नारे लगाए गए। गौरतलब है कि अखिलेश मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव जीते हैं जबकि सीएम योगी गोरखपुर शहर सीट से विधायक बने हैं।
सदन की मर्यादा का सभी रखेंगे ध्यान: सीएम योगी
शपथ ग्रहण से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधानसभा, सदस्यों के स्वागत के लिए तैयार है। मैं सभी सदस्यों का स्वागत करता हंू। सदन की मर्यादा और विकास में सभी रुचि लेकर कार्य करेंगे, ऐसी अपेक्षा है।
सकारात्मक होगी विपक्ष की भूमिका : अखिलेश
विधान सभा में विपक्ष के नेता और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मैं अब विपक्ष में बैठूंगा। सरकार की जवाबदेही के लिए विपक्ष काम करेगा और विपक्ष की भूमिका सकारात्मक होगी।
विधान सभा अध्यक्ष के लिए सतीश महाना ने किया नामांकन
विधायक सतीश महाना ने सीएम योगी की मौजूदगी में विधान सभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया। उनका पद के लिए निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है क्योंकि विपक्ष ने भी सतीश महाना को समर्थन दिया है।
निजीकरण के विरोध में देशव्यापी हड़ताल, संसद के बाहर भी प्रदर्शन
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। श्रम कानूनों में बदलाव और केंद्र के निजीकरण के फैसले के विरोध में ट्रेड यूनियनों की दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल (भारत बंद) आज से शुरू हो गई है। हड़ताल का बैंकों और कई औद्योगिक क्षेत्रों में इसका खासा असर देखने को मिला। सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल और केरल में दिखा। वहीं संसद की कार्यवाही के बीच वामपंथी और द्रमुक सांसदों ने भारत बंद को समर्थन दिया और गांधी प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन किया। कोलकाता के जादवपुर रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक और आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में विभिन्न ट्रेड यूनियनों और वामपंथी संगठनों के सदस्यों ने सड़कों को जाम किया। चेन्नई में ेदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। बैंकों में भी हड़ताल रही।
मुख्तार अंसारी लखनऊ के एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को एंबुलेंस से कड़ी सुरक्षा में आज राजधानी लखनऊ लाया गया। मुख्तार को लखनऊ के एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया गया। लखनऊ के पीजीआई इलाके से होते हुए काफिला यहां पहुंचा। एंबुलेंस में मुख्तार अंसारी के साथ कई वकील भी मौजूद रहे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मुख्तार को पिछले साल सात अप्रैल को पंजाब से बांदा जेल लाया गया था। वह जेल की 16 नंबर बैरक में है। यहां मुख्तार को कोर्ट में पेशी के लिए लखनऊ ले जाया गया। मुख्तार को लखनऊ में एसीजेएम तृतीय की कोर्ट में कमरा नम्बर 215 में डालीबाग में अवैध निर्माण के संबंध में पेश होना था।