चौबीस घंटे में सात हत्याओं से दहला प्रयागराज, एक ही ब्राह्मïण परिवार के पांच लोगों की बेरहमी से हत्या
विपक्ष ने पूछा, कहां है बुलडोजर
- प्रयागराज में ब्राह्मïण परिवार के पति, पत्नी और तीन मासूम बच्चियों की कर दी गई निर्मम हत्या
- दो साल पहले भी एक ब्राह्मïण परिवार के पांच लोगों की हत्या से हुआ था यूपी भर में हंगामा
- दो और हत्याएं हुईं प्रयागराज में, इन नृशंस हत्याओं से यूपी में सनसनी, विपक्ष हमलावर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। प्रयागराज चौबीस घंटे में सात हत्याओं से दहल उठा। यहां के खागलपुर गांव में एक ब्राह्मïण परिवार के पांच लोगों और गंगापार स्थित सोरांव थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में महिला और प्रापर्टी डीलर की हत्या कर दी गयी। इससे प्रदेश में सनसनी फैल गयी है। एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या से पुलिस महकमे में हडक़ंप मच गया। डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम के साथ आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। वहीं विपक्ष ने प्रदेश में लगातार बढ़ रहे अपराधों को लेकर यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। विपक्ष ने पूछा है कि आखिर सरकार का बुलडोजर कहां चल रहा है।
भादवा सिराथू थाना कोखराज निवासी 42 वर्षीय राहुल तिवारी, पत्नी प्रीति और तीन बेटियों के साथ नवाबगंज के खागलपुर गांव में सुरेश कुमार तिवारी के मकान में किराए पर रहता था। वह दुधारू पशुओं का व्यापार करता था। आज सुबह जब काफी देर तक घर का दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों को शक हुआ। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस जब दरवाजा तोडक़र अंदर घुसी तो सन्न रह गई। राहुल तिवारी की लाश फंदे से लटक रही थी जबकि उसकी पत्नी प्रीति और तीन बेटियों माही (12) पीहू (7) और पोहू (5)की रक्तरंजित लाश बेड पर पड़ी थी। मौके से एक चापड़ मिला है। इन चारों की गला रेतकर हत्या की गई थी। घटना पर सपा ने ट्वीट किया, प्रयागराज में राहुल तिवारी समेत उनके परिवार के पांच लोगों की धारदार हथियार से हत्या विचलित करने वाली है। समूचा यूपी अपराधियों से कांप रहा। सीएम बताएं उनका बुलडोजर आखिर कहां चल रहा है। वहीं मलाक चौधरी गांव निवासी मुकेश सरोज का पत्नी निरंजन देवी से विवाद हो गया। आरोप है कि मुकेश ने उसके सिर में नुकीली वस्तु से वार किया, जिससे निरंजन देवी की मौत हो गई जबकि बारी गांव निवासी प्रॉपर्टी डीलर रामबाबू 55 वर्ष की भी हत्या कर दी गई।
क्या कहना है एसएसपी का
एसएसपी अजय कुमार का कहना है कि राहुल का शव लटका मिला है। शव पर किसी तरह की चोट के निशान नहीं मिले हैं। जहां शव लटका मिला है वहां एक दूसरे पर तीन कुर्सियां रखी थीं। इससे ऐसा लगता है कि उसने आत्महत्या कर ली हो। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि राहुल की मौत कैसे हुई जबकि पत्नी और बच्चों की हत्या धारदार हथियार से की गयी है। दोनों एंगल पर पुलिस जांच कर रही है। जांच के लिए सात टीमों का गठन किया गया है। परिजनों का कहना है कि राहुल का ससुराल पक्ष से विवाद चल रहा है। उस बिंदु पर भी जांच होगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जांच के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए शोक जाहिर किया है। साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर निष्पक्षता के साथ जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कारवाई के निर्देश दिए हैं।
भाजपा राज में, यूपी डूबा अपराध में: अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया, भाजपा 2.0 के राज में, यूपी डूबा अपराध में। इसके साथ ही उन्होंने आज का अपराधनामा लिखते हुए इस हत्याकांड की सूचना पोस्ट की है।
प्रयागराज में एक ही परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या से रुह कांप गयी है। विभिन्न संगठनों की मांग पर सीएम योगी ने उच्च स्तरीय जांच बैठायी है। अधिकारी निष्पक्ष जांच करे। हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सुनील भराला, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्रीप्रयागराज में एक परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या कर दी गयी। चुनाव समाप्त होते ही भाजपा सरकार में हत्याएं बढऩे लगी हैं। महिला अपराध बढ़ते जा रहे हैं। इससे यूपी के लोग दहशत में हैं।
दीपक सिंह, एमएलसी, कांग्रेसप्रदेश में जंगलराज है। रोज हत्याएं और लूटपाट हो रही है। अब प्रयागराज में ब्राह्मïण परिवार के पांच लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गयी। सरकार को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
अनुपम मिश्रा, राष्ट्रीय संयोजक, टीम आरएलडीभाजपा की ध्वस्त कानून व्यवस्था को पांच साल और झेलने के लिए प्रदेश फिर से अभिशप्त है। गुंडों, अपराधियों को न पहले खौफ था, न अब है । अपराध के ग्राफ के बढऩे के साथ इसमें जातीय पैटर्न भी दिखता है, जिसका जवाब यूपी के अफसर कभी नहीं देते।
वैभव माहेश्वरी, प्रवक्ता आप