यूपी के निकाय चुनावों को मजबूती से लड़ेगा रालोद : जयंत चौधरी
लखनऊ। आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी ने कहा कि जीएसटी काउंसिल द्वारा गुड़ और पापड़ पर जीएसटी लगाने का रालोद विरोध करेगा। इसे किसानों और कुटीर उद्योग पर बड़ी मार बताया गया। तय किया गया कि हर मोर्चे पर पार्टी इस निर्णय का विरोध करेगी। दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में हुई रालोद की राष्टï्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बढ़ती महंगाई पर चिंता जताई गई। तय हुआ कि राष्टï्रीय लोकदल (रालोद) आगामी उप्र नगर निकाय का चुनाव मजबूती से लड़ेगा। प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ रालोद का गठबंधन बरकरार रहेगा। रालोद के राष्टï्रीय सचिव अनिल दुबे ने बताया कि विधानसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा के लिए गठित कमेटी ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट रखी, जिसमें प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के हर बूथ तक प्रभावी संगठन बनाने की बात कही गई। तय किया गया कि एक मई से पार्टी का फंड रेजिंग व सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। छह मई के बाद प्रत्येक विधानसभा सीट की आम जनता से रालोद नेता संवाद करेंगे। इसके अलावा भाजपा पर उन्माद फैलाने का आरोप लगाते हुए बैठक में राष्टï्रीय कार्यकारिणी ने निंदा प्रस्ताव पारित किया और निंदा की गई। रालोद नेताओं ने कहा कि सांप्रदायिक और विघटनकारी ताकतों को हराने के लिए धर्म निरपेक्ष ताकतों को लंबी लड़ाई लड़नी होगी। तभी हम भाजपा को रोक पाएंगे, भाजपा सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रहा है।
लोक सहायक एप शुरू होगा
इससे पहले अगले सप्ताह रालोद के राष्टï्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह सभी विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों से मिलेंगे। जनता की शिकायतों और समस्याओं तक सीधे पहुंचने के मकसद से लोक सहायक एप शुरू करने का निर्णय लिया है। सारथी प्रोजेक्ट की रूपरेखा पर भी विचार हुआ। इसके तहत राजनीति में रुचि रखने वाले पढ़े-लिखे युवाओं को प्रशिक्षण देकर छह माह के लिए रालोद विधायकों के साथ काम करने का मौका दिया जाएगा।
भाजपा सरकार में जनता को मिल रही पर्याप्त बिजली : तोमर
लखनऊ। ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर ने कहा कि 2017 से पहले बीमारू राज्य कहलाने वाला उत्तर प्रदेश अब विकास की राह पर अग्रसर है। पहले प्रदेश में बिजली कटौती को लेकर धरने प्रदर्शन होते थे, लेकिन अब बिजली को लेकर कहीं कोई धरना प्रदर्शन नहीं होता। भाजपा सरकार में जनता को पर्याप्त बिजली मिल रही है। ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर ने सहारनपुर में पत्रकारों से वार्ता करते हुए योगी सरकार के 2017 से 2022 तक कार्यकाल में हुए कार्यों को विस्तार से गिनाया। उन्होंने ऊर्जा मंत्रालय के संबंध में कहा कि विभाग द्वारा लाइन लोस को गंभीरता से लिया जा रहा है। पहले की तरह बिजली की कटौती नहीं की जाती। यदि कहीं कटौती होती भी है तो उसका कोई तकनीकी कारण या तार आदि टूटने के कारण होता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार जनहित में अच्छे कार्य कर रही है चारों और विकास के कार्य हो रहे हैं। भ्रष्टाचार पर रोक लग रही है। ऊर्जा मंत्री डा. सोमेंद्र तोमर ने कहा कि अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश से अच्छे खिलाड़ी निकल रहे हैं। मेजर ध्यानचंद खेल यूनिवर्सिटी के बनने से खिलाड़ियों को सुविधाएं मिलेगी और अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे। उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में ऊर्जा का पर्याप्त भंडार है। किसानों के नलकूपों को शीघ्र ही सस्ती बिजली की व्यवस्था की जाएगी। पत्रकारों द्वारा धार्मिक स्थलों से लाऊड स्पीकर को लेकर पूछे गए सवाल पर सोमेंद्र तोमर ने कहा कि कोर्ट के आदेश का पालन किया जा रहा है। बुलडोजर के सवाल पर कहा कि दिल्ली और राजस्थान दोनों की स्थिति अलग है। उन्होंने कांग्रेस को सलाह दी कि वह धार्मिक भावनाओं का सम्मान करे। शिवपाल और भाजपा में बढ़ती नजदीकियों और आजम खान पर पूछे सवाल पर बोले कि यह उनका आपस का मामला है।
महंत नृत्य गोपाल दास की हालत नाजुक, मेदांता में भर्ती
लखनऊ। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की स्वास्थ्य एक बार फिर बिगड़ गया है। आनन-फानन में उनको लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। किडनी में इन्फेक्शन के चलते महंत का कई दिनों से स्वास्थ्य ठीक नहीं रह रहा था। कल रूटीन डॉक्टरों की देखरेख में उन्हें रूटीन चेकअप के लिए लखनऊ भेजा गया था, लेकिन यहां उनकी हालत अचानक बिगड़ गई। डॉक्टरों की जांच पड़ताल में पता चला है कि महंत की किडनी में इन्फेक्शन है। इसके चलते उनको पेशाब की नली में भी परेशानी हो रही थी। इसके बाद डॉक्टरों की सीनियर टीम के संरक्षण में उन्हें मेदांता के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है। बता दें कि बीते दिनों कृष्ण जन्मभूमि मथुरा में कृष्ण जन्मोत्सव के दौरान महंत नृत्यगोपाल दास कोरोना पॉजिटिव मिले थे, तब से वह लगातार बीमार चल रहे हैं। महंत नृत्य गोपाल दास को पिछले साल अक्टूबर में भी मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है। तब भी जांच में उनकी पेशाब और फेफड़ों में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद डॉक्टरों ने उपचार शुरू कर दिया था। क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग ने आईसीयू में विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में उनका इलाज चला था।