भीषण गर्मी में बिजली व्यवस्था बेपटरी होने से पहले सुधार लें हालात : एके शर्मा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि बिजली व्यवस्था बेपटरी हो, इससे पहले ही स्थिति में सुधार के लिए सभी अधिकारी जुट जाएं। प्रदेश में भीषण गर्मी के प्रकोप के कारण बिजली की मांग बढ़ रही है। लोगों को बिजली संकट का सामना न करना पड़े, इसके लिए मेंटिनेंस कार्यों में तेजी लाएं। सभी फीडरों, सब स्टेशनों व ट्रांसफार्मर्स के लोड बैलेंसिंग की नियमित मानीटरिंग की जाए, ओवरलोड की स्थिति में समय पर सुधार किया जाएं। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने शक्ति भवन में पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम व केस्को कानपुर से जुड़े जिलों की विद्युत व्यवस्था की वर्चुअल समीक्षा करते हुए प्रबंध निदेशक पश्चिमांचल डिस्काम अरविंद मालप्पा बंगारी, केस्को के प्रबंध निदेशक अनिल ढींगरा, निदेशक, मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशासी अभियंताओं को अपने क्षेत्रों में तय शिड्यूल के अनुसार विद्युत की निर्बाध आपूर्ति करने के निर्देश दिए। कहा कि सभी अधिकारी विद्युत व्यवस्था की मानिटरिंग के लिए अपने क्षेत्रों का दौरा करें।
उन्होंने कहा कि अधीनस्थ कर्मचारियों व अधिकारियों के कार्यों का मूल्यांकन करके लोगों की समस्याओं का समाधान कराएं। सभी अधिकारी व कर्मचारी अपना सीयूजी नंबर चालू रखें, शिकायतकर्ता की काल को गंभीरता से लें। अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेने व उनके सुझाओं पर अमल कराएं। ऊर्जा मंत्री ने कम बिलिंग व राजस्व वसूली की कमी पर सभी अधीक्षण अभियंताओं को फटकार लगाई और एक सप्ताह के अंदर बिलिंग में सुधार करने के निर्देश दिए। शत-प्रतिशत मीटर रीडिंग व आनलाइन बिलिंग पर जोर दिया। उपभोक्ताओं को बिजली का बिल हर माह देने व वसूली करने का निर्देश दिया। ऊर्जा मंत्री ने इस माह के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले कृषि उत्पादन आयुक्त व अपर मुख्य सचिव ऊर्जा आलोक सिन्हा को शक्ति भवन में बुके देकर सम्मानित किया।
बिजली के झूलते तार किसी आपदा से कम नहीं
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि जर्जर तारों व पोल के साथ खराब ट्रांसफार्मर को योजनाबद्ध तरीके से हटाएं। कहा कि बिजली के झूलते/लटकते तार किसी आपदा से कम नहीं है, जिसको शीघ्र ठीक किया जाए, जिससे निर्बाध विद्युत आपूर्ति सभी उपभोक्ताओं व उद्योगों को सुलभ हो। अनमीटर्ड उपभोक्ताओं के यहां मीटर लगाएं। बड़े बकायेदारों से बिजली बिल वसूलने के लिए कठोर कार्रवाई की जाए।