भाजपा राज में केवल विपक्ष के लोगों पर ही दर्ज हो रहे मुकदमे : आजम

  • कोर्ट में बोले आजम, सारे मुकदमे हम पर ही होंगे क्या?

लखनऊ। रामपुर विधायक आजम खां के खिलाफ कल किसी मुकदमे में सुनवाई नहीं हो सकी। सुनवाई के लिए आजम खां समेत अन्य आरोपित कोर्ट में पेश हुए थे, लेकिन न्यायाधीश अवकाश थे। इस पर आरोपित कोर्ट में हाजिरी लगाकर चले गए। कोर्ट ने सुनवाई के लिए अगली तारीख नियत कर दी है। कोर्ट में हाजिरी लगाने के बाद आजम खांं ने कहा कि भाजपा राज में केवल विपक्ष के लोगों पर ही मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। कुछ मुकदमे सरकारी पक्ष के उन लोगों पर भी दर्ज होने चाहिए, जो कानून तोड़ रहे हैं। हमारे परिवार के खिलाफ तो बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। हमारे समर्थकों पर भी मुकदमे लिखे गए हैं। आजम खां के खिलाफ एक दिन में 14 मुकदमे सुनवाई के लिए लगे थे। इनमें पांच शहर कोतवाली में दर्ज यतीमखाना प्रकरण के थे। इन मुकदमों में आरोप है कि आजम खां ने यतीमखाना बस्ती के लोगों के घरों को तुड़वा दिया था। इस दौरान सपाइयों और पुलिस कर्मियों ने उनके साथ मारपीट और लूटपाट की थी। बकरी और भैंस चोरी जैसे आरोप भी लगाए गए थे। इसके अलावा गंज कोतवाली में दर्ज डूंगरपुर प्रकरण के आठ मुकदमे भी सुनवाई के लिए लगे थे। इनमें आरोप है कि सपाइयों और पुलिस कर्मियों ने आसरा आवास बनाने के नाम पर डूंगरपुर बस्ती के लोगों को बेघर कर दिया था। उनसे मारपीट और लूटपाट की थी। इन मुकदमों में पहले आजम खां का नाम नहीं था, लेकिन विवेचना के दौरान उनका नाम शामिल किया गया था। सभी मुकदमों की सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट (सेशन ट्रायल) में चल रही है। आजम खां के अधिवक्ता नासिर सुल्तान ने बताया कि सुनवाई के लिए विधायक समेत अन्य आरोपित कोर्ट में पेश हुए, लेकिन न्यायिक अधिकारी अवकाश पर होने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी।

विश्व का आठवां अजूबा होगा अयोध्या का राम मंदिर : राम नाईक

लखनऊ। तीन दिवसीय अयोध्या दौरे पर आए उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि राममंदिर दुनिया का आठवां अजूबा होगा। उन्होंने रामलला सहित विभिन्न मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद कहा कि लोग कहते हैं दुनिया में सात अजूबे हैं उसमें भारत का एक ताजमहल भी है। अब आठवां अजूबा अयोध्या का राममंदिर होगा। पूर्व राज्यपाल ने महाराष्टï्र की राजनीति पर भी बड़ा बयान दिया है। कहा कि मुख्यमंत्री के फेर में उद्धव ठाकरे ने एनसीपी और कांग्रेस से गठबंधन कर लिया था। उद्धव ठाकरे को विधान के अनुसार काम करने की आदत नहीं है। दिवंगत बाला साहब ठाकरे जिस प्रकार से काम करते थे, उनके साथ और उनके पीछे जो कार्यकर्ताओं की शक्ति थी, वह उद्धव ठाकरे के पास नहीं है। पार्टी से 50 विधायक निकल जाना बड़ी बात है। अगर लड़ना है तो लड़ने की दृष्टि से लड़ना चाहिए। कहा कि पार्टी के संगठन के पदाधिकारियों से शिवसेना एफिडेविट मांग रही है। पार्टी के साथ हूं या नहीं। इतने साले से जो आपके संगठन में हैं उनसे आप एफिडेविड ले रहे हो, यह साफ दिखाई दे रहा है कि जनतंत्र चलाने के लिए जो मानसिकता होनी चाहिए वह उद्धव ठाकरे में नहीं है। उन्होंने अखिलेश यादव व योगी आदित्यनाथ के काम की तुलना करते हुए कहा कि अगर प्रदेश की प्रगति और विकास की तुलना की जाए तो अखिलेश यादव ने 100 में 70 अंक प्राप्त किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 90 फीसदी अंक प्राप्त करके प्रदेश के विकास में अहम भूमिका निभाई है। टूूर गाइड अभिषेक सावंत ने उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल को अयोध्या की कला संस्कृति एवं विरासत से परिचित कराते हुए रामलला, हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन भी कराया। पूर्व राज्यपाल ने मां सरयू की आरती भी उतारी।

आभा सिंह को प्रयागराज में ही मिलेगी स्थायी नौकरी : बृजेश पाठक

लखनऊ। तेरहवीं के बाद तबादला पाने वाले सर्जन डॉ. दीपेंद्र सिंह की पत्नी डॉ. आभा सिंह को प्रयागराज में ही स्थायी नौकरी मिलेगी। दिवंगत चिकित्सक की पत्नी और बच्चों से मिलने उनके घर पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने यह घोषणा की। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और चिकित्सक के पुत्र को अपने पास बुलाकर दुलारा। डिप्टी सीएम ने पत्नी और भाई से कहा कि सरकार इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है। मौत के बाद किए गए तबादले की जांच कराई जा रही है। इसके लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। लिवर संक्रमण के इलाज के लिए पांच साल से तबादला मांग रहे डॉ. दीपेंद्र की तेरहवीं के बाद हुए तबादले पर किरकिरी से बचने के लिए सरकार अब जख्मों पर मरहम लगाने में जुट गई है। कल दोपहर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक अल्लापुर स्थित दिवंगत चिकित्सक दीपेंद्र के परिजनों के आंसू पोछने उनके घर पहुंचे। वहां उन्होंने पत्नी डॉ. आभा सिंह और भाई हेमेंद्र सिंह से मिलकर तेरहवीं के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हुए डॉ. दीपेंद्र के तबादला आदेश की जांच शुरू कराने की जानकारी दी। डिप्टी सीएम ने परिजनों को ढांढस बंधाया। डॉ दीपेंद्र के पुत्र को अपने पास बुलाकर बैठाया और उसे भी सांत्वना दी। इस दौरान उन्होंने संकट की घड़ी में दीपेंद्र के परिजनों के साथ खड़ा रहने का भरोसा दिलाया। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि डॉ. दीपेंद्र की पत्नी को सरकार कब तक नौकरी देगी? डिप्टी सीएम का कहना था कि जल्द ही प्रयागराज में ही उनको सरकार पक्की नौकरी देगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिवंगत डॉ. दीपेंद्र के तबादले समेत चिकित्सकों की तबादला सूची में विसंगतियों को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच रिपोर्ट का उन्हें इंतजार है। तबादला सूची समेत अन्य दस्तावेज अपर मुख्य सचिव से मांगे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

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