बहराइच के अस्पतालों में दवाओं का टोटा, मरीज परेशान
बाहर से डिस्पोजल खरीद रहे रोगी, सुधर नहीं रहे हालात
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
बहराइच। जिला अस्पताल समेत जिले में स्थित विभिन्न प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ सब स्वास्थ्य सेंटर में दवाओं का टोटा है। इंजेक्शन लगवाने के लिए सीएचसी और पीएचसी के चिकित्सकों की ओर से रोगियों को डिस्पोजल खरीद कर लाने को कहा जा रहा है। इससे मरीज परेशान है।
डायरिया पीडि़त, दुर्घटनाग्रस्त व अन्य प्रकार की बीमारी में रोगियों को ड्रिप चढ़ाने के लिए आरएल व एनएस भले ही अस्पताल में मिल जाए लेकिन इसके लिए बिगो और आईबी सेट बाहर से ही खरीद कर लाना पड़ रहा है। महर्षि बालार्क जिला चिकित्सालय संबद्ध महाराजा सुहेलदेव मेडिकल कॉलेज में दवाओं का टोटा है। जिला चिकित्सालय के बाहर रोगियों की संख्या 300 से अधिक रहती है इनमें कई ऐसे मरीज होते हैं जिनको इलाज के लिए भर्ती करने की जरूरत होती है। डॉक्टर बेड होने की बात कहकर दवाएं देकर मरीजों को वापस कर देते हैं। न तो डिस्पोजल सिरिंज है न ही आईवी सेट और बिगो। जिले में 14 सीएससी और करीब 53 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 313 सब स्वास्थ्य सेंटर का भी यही हाल है। सीएचसी और पीएचसी पर साधारण बुखार की दवा पेरासिटामोल, फ्लुकोनाज़ोल, माइक्रोनजोल, सिट्रीजीन, बच्चों का एंटीबायोटिक सिरप आदि नहीं है। वहीं प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गौतम का कहना है कि शासन को दवा की कमी पूरी करने के लिए मांग पत्र भेजा गया है। अनुमति मिलने पर दवाओं की खरीद कर व्यवस्था में सुधार किया जाएगा।