राजीव गांधी हत्याकांड की जांच के लिए बनी एमडीएमए भंग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या में साजिश की जांच के लिए गठित 24 साल पुरानी बहु-विषयक निगरानी एजेंसी (एमडीएमए) को भंग कर दिया है। एमडीएमए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के तहत काम कर रही थी और इसमें कई केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी शामिल थे।
अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी को भंग करने का आदेश मई में जारी किया गया था और लंबित जांच को सीबीआई की एक अलग इकाई को सौंप दिया गया है। एजेंसी को 1998 में एमसी जैन आयोग की सिफारिश पर दो साल के लिए स्थापित किया गया था और इसे वार्षिक विस्तार दिया गया था, लेकिन यह कोई बड़ी सफलता हासिल करने में विफल रही। राजीव गांधी की 21 मई, 1991 को चुनावी रैली के दौरान आत्मघाती हमलावर ने हत्या कर दी थी।