समीर वानखेड़े के धर्म पर विवाद गहराया, पूर्व ससुर ने कही ये बात

नई दिल्ली। एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के धर्म को लेकर विवाद गहराता जा रहा है और अब उनके पूर्व ससुर यानी पूर्व पत्नी के पिता भी इसमें कूद पड़े हैं. एनसीबी अधिकारी की पहली पत्नी डॉ. शबाना कुरैशी के पिता डॉ. जायद कुरैशी ने कहा है कि समीर वानखेड़े मुस्लिम रीति-रिवाजों का पालन करने वाले व्यक्ति हैं. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि उनकी बेटी की शादी वानखेड़े से हुई थी और अगर परिवार हिंदू होता तो वह अपनी बेटी की शादी नहीं करते.
वानखेड़े के पूर्व ससुर डॉ. जायद कुरैशी ने कहा, मेरी बेटी की शादी मुस्लिम परिवार में हुई थी. हम तीन साल से बात कर रहे थे. मैं दाऊद वानखेड़े और उसकी पत्नी को तब से जानता था. वे मुस्लिम रीति-रिवाजों का पालन भी करते थे.
उन्होंने आगे कहा, मेरी बेटी की शादी मुस्लिम परिवार में हुई थी. हम अपनी बेटी की शादी हिंदू परिवार में नहीं करते. तीन साल की बातचीत के बाद मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार सगाई हो गई और 10 महीने बाद शादी हो गई. दाउद वानखेड़े ने निकाहनामा पर हस्ताक्षर किए और इसे उर्दू और अंग्रेजी दोनों में लिखा गया. इस परिवार को हर कोई मुस्लिम के रूप में जानता है.
समीर वानखेड़े के बारे में उनके पूर्व ससुर ने कहा कि वह सभी मुस्लिम रीति-रिवाजों का पालन करते हैं और नमाज पेश करते हैं. यहां तक कि रमजान में रोजा भी रखते हैं. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वानखेड़े की मां की मौत के बाद हालात बदल गए. बता दें कि इससे पहले समीर वानखेड़े की पहली शादी कराने वाले काजी ने यह भी दावा किया था कि वह एक मुस्लिम परिवार से हैं. उन्होंने कहा था कि अगर ऐसा नहीं होता तो इस्लाम के मुताबिक निकाह नहीं किया जा सकता था.
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े का जन्म प्रमाण पत्र जारी करते हुए दावा किया था कि वह मुस्लिम हैं लेकिन फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर उन्हें नौकरी मिल गई. हालांकि वानखेड़े खुद और उनके पिता ने भी कई बार दोहराया है कि वह एक दलित परिवार से हैं और उनकी मां मुस्लिम थीं.

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