सरकार बताए लोग देश छोड़ विदेशों में क्यों बस रहे: कांग्रेस
- अमृतकाल में भारतीय बड़ी संख्या में छोड़ रहे हैं अपनी नागरिकता
- पिछले 8 वर्षों में भारतीयों की औसत संख्या प्रतिदिन बढक़र 1.7 गुना हुई : गौरव बल्लभ
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। देश की आजादी के अमृतकाल के दौर में पिछले कुछ सालों से भारतीयों के अपनी नागरिकता छोडऩे की लगातार बढ़ रही संख्या को लेकर सरकार पर सवाल दागते हुए कांग्रेस ने पूछा है कि ऐसी क्या वजह है कि उच्च आय वर्ग वाले लोग देश छोड़ विदेशों में बस रहे हैं। पार्टी के अनुसार अकेले 2022 के जनवरी से अक्टूबर के 10 महीने में नागरिकता छोडऩे वालों की सबसे अधिक संख्या एक चिंताजनक पैटर्न की ओर संकेत कर रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव बल्लभ ने इस मुद्दों पर कहा कि पिछले 8 वर्षों में नागरिकता छोडऩे वाले भारतीयों की औसत संख्या प्रतिदिन 1.7 गुना हो गई है और विदेश मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि रोजाना 600 से ज्यादा भारतीय अपनी नागरिकता छोड़ रहे हैं। इसका सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि नागरिकता छोडऩे वाले लोगों में ज्यादातर उच्च आमदनी (हाई-नेट-वर्थ) वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में ठहराव, गरीबी बढऩे से लेकर हंगर इंडेक्स और प्रेस फ्रीडम इंडेक्स जैसे मानकों पर भारत की वैश्विक रैंकिंग में लगातार आ रही गिरावट के मद्देनजर ऐसा होना तय है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सीएमआईई के अनुसार, 2022 के दौरान बेरोजगारी दर लगातार सात-आठ फीसद के बीच रही जो बहुत अधिक है। जबकि अर्थव्यवस्था अब भी नोटबंदी के झटकों और जीएसटी के त्रुटिपूर्ण कार्यान्वयन के कारण पटरी पर नहीं आयी है।
निवेश प्रस्ताव में से कितने धरातल पर उतरे : कमलनाथ
भोपाल। मध्य प्रदेश में आज से शुरू हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में आए तमाम निवेशकों का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सवाल किया कि पिछले 18 वर्षों में प्रदेश में हुए ऐसे निवेशक सम्मेलन में आए 6,500 प्रस्तावों में से कितने प्रस्ताव धरातल पर उतरे इसकी जानकारी भी मप्र की सरकार दे। उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तंज कसते हुए कहा, प्रदेश में निवेश तब आता है, जब निवेशकों को हमारे प्रदेश में विश्वास हो। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि केवल भाषणबाजी करने से और विज्ञापन व मीडिया इवेंट्स से निवेश नहीं आता।