कोर्ट में चली गोली, सुरक्षा पर उठा सवाल
- दिल्ली के साकेत की है घटना आप ने एलजी पर बोला हमला
- कहा- अगर काम नहीं संभल रहा तो इस्तीफा दें उपराज्यपाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साकेत कोर्ट परिसर में गोली चलने से एक महिला घायल हो गई है । उसके बाद से दिल्ली में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। आप ने देश की राजधानी की लचर कानून व्यवस्था पर एलजी वीके सक्सेना को घेरा है। शुक्रवार सुबह साकेत कोर्ट में सनसनीखेज वारदात सामने आई है। साकेत कोर्ट में सुबह एक महिला को गोली मार दी गई।
महिला को गवाही के लिए कोर्ट लाया गया था। एनएससी थाना अध्यक्ष ने महिला को अपनी गाड़ी से अस्पताल में भर्ती कराया है। घटना के बाद दिल्ली पुलिस में हडक़ंप मच गया है। सूचना के बाद सारे वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि महिला को एक के बाद एक चार गोली मारी गई हैं। इससे पहले पिछले साल रोहिणी कोर्ट में घुसकर भरी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी।
दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई : केजरीवाल
इस मामले को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, दिल्ली में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गयी है, दूसरों के कामों में अड़चन करने और हर बात पर गंदी राजनीति करने की बजाय सबको अपने अपने काम पर ध्यान देना चाहिए और अगर नहीं संभलता तो इस्तीफा दे देना चाहिए, ताकि कोई और कर ले, लोगों की सुरक्षा रामभरोसे नहीं छोड़ी जा सकती है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी वारदात
दो साल पहले भी कोर्ट में ऐसी घटना हो चुकी थी, जिसमें वकील की ड्रेस पहने हुए दो शख्स आए और उन्होंने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी थीं। टिल्लू गिरोह के शूटरों ने उसकी हत्या की थी।
पुलिस 350 करोड़ के भ्रष्टाचार में डूबी : सौरभ
वहीं साकेत कोर्ट में गोली चलने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि, नये एलजी साब के आने के बाद दिल्ली की क़ानून व्यवस्था लगातार बद से बदतर होती जा रही है, कोर्ट में गोलियां चल रही है, पुलिस 350 करोड़ के भ्रष्टाचार में डूबी हुई है।
साकेत कोर्ट की सुरक्षा पर सवाल
इसके साथ ही सवाल उठ रहा है कि आखिर दिन दहाड़े कोर्ट में शख्स हथियार लेकर कैसे पहुंच गया। कोर्ट के मुख्य गेट पर मेटल डिटेक्टर भी है। इसके बावजूद घटना को अंजाम दिया गया। ऐसे में साकेत कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिस जगह पर यह वारदात हुई उसके लेकर सवाल उठ रहे हैं। हमला कोर्ट के परिसर में हुआ है। ऐसे में इतनी सिक्योरिटी के बावजूद हमलवार वहां कैसे पहुंच गया। इस मामले में साफ तौर पर सुरक्षा की लापरवाही नजर आ रही है।
शाइस्ता प्रयागराज कोर्ट में कर सकती है सरेंडर!
- अतीक-अशरफ हत्याकांड : छानबीन में तेजी आई
- गोगी गैंग ने दी थीं जिगाना और गिरसान पिस्टलें
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
प्रयागराज। यूपी एसटीएफ और कई जिलों की पुलिस अतीक अहमद और अशरफ की पत्नी शाइस्ता परवीन और जैनब फातिमा की तलाश में जुटी है, लेकिन दोनों पुलिस को चकमा देकर अपनी लोकेशन बदल रही है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, पिछले 14 दिनों में शाइस्ता परवीन की पुलिस को तीन बार लोकेशन मिली, लेकिन वो पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रही। सूत्रों के मुताबिक, दो दिनों में शाइस्ता परवीन कोर्ट में सरेंडर कर सकती हैं। अटकलों की मानें तो ये भी कहा जा रहा है कि रमजान माह चल रहा है और शाइस्ता परवीन रोजा हो सकती है। इसलिए सरेंडर नहीं कर रही है। 22 अप्रैल को ईद है। रमजान भी खत्म हो रहे हैं। ऐसे में शाइस्ता परवीन सरेंडर कर सकती है। अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लिया गया है। एसआईटी की टीम कातिलों से लगातार पूछताछ में जुटी है। शूटरों ने कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए हैं। हत्याकांड में जिन असलहों का उपयोग किया गया था, वह दिल्ली के कुख्यात जितेंद्र गोगी गैंग से शूटरों को मिले थे। हमीरपुर के शूटर सनी सिंह से पूछताछ में यह खुलासा किया है। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि सनी के इस खुलासे में कितना सच है, यह विस्तृत पूछताछ के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। हर वारदात को अंजाम देने के बाद वह लौट आता था। यही वजह रही कि उसका नाम सामने नहीं आया। यह बात भी सामने आई है कि एक काम के सिलसिले में ही गोगी गैंग ने उसे जिगाना और गिरसान पिस्टलें दी थीं। हालांकि इसी दौरान सरगना गोगी मारा गया। इसके बाद सनी ने पिस्टलें वापस ही नहीं कीं। सूत्रों का कहना है कि फिलहाल यह साफ नहीं है कि पूछताछ में सामने आई यह बातें कितनी सही हैं। यह भी हो सकता है कि कोई बड़ा राज छिपाने के लिए वह यह बातें कर रहा हो। ऐसे में विस्तृत पूछताछ के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा।
शूटरों ने नहीं बताई हत्या की असल वजह
कस्टडी रिमांड के दूसरे दिन एसआईटी सदस्यों ने तीनों शूटरों से तीन घंटे तक पूछताछ की थी। सीन रिक्रिएशन की कार्रवाई के चलते उनसे दोपहर में पूछताछ नहीं हो सकी। हालांकि रात में नौ से 12 बजे तक उनसे सवाल दागे गए। सबसे बड़ी बात यह है कि हत्या की वजह को लेकर शूटरों ने अभी भी अपना मुंह नहीं खोला है। शूटरों का यही कहना है कि उन्हें बड़ा डॉन बनना था।
नारको या लाई डिटेक्टर टेस्ट भी करा सकती है एसआईटी
वहीं, जानकारों का कहना है कि कस्टडी रिमांड में भी हत्याकांड से जुड़े राज न उगलवा पाने पर तीनों शूटरों का नारको या फिर लाई डिटेक्टर टेस्ट भी कराया जा सकता है। हालांकि इसके लिए उनकी मंजूरी जरूरी होगी।