राजधानी व कानपुर में कई कारोबारियों के यचहां जारी है छापेमारी
लखनऊ। सूबे की राजधानी और व्यवसायिक नजरिए से अहम माने जाने वाले कानपुर में इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी अभी भी जारी है। इस छापेमारी में अभी तक विभाग के हाथ क्या लगा इसकी जानकारी विभाग की ओर से अधिकारिक तौर पर नहीं दी गई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि यह छापेमारी आज देर रात तक जारी रह सकती है।
यूपी में लखनऊ-कानपुर के ज्वेलर्स और बुलियन कारोबारियों के यहां आयकर विभाग की जांच 55 घंटे बाद भी जारी है। लखनऊ में चौक और अमीनाबाद के कारोबारियों के यहां पड़े छापे में अभी तक करीब 20 किलो सोना और 110 किलो से ज्यादा चांदी पकड़ में आने की बात सामने आ रही है। हालांकि इसको लेकर आयकर विभाग की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। बताया जा रहा है कि शनिवार देर शाम तक छापा खत्म हो जाएगा।
लखनऊ में गुरुवार सुबह 6 बजे 3 गाडिय़ों में एजेंसी के अधिकारी अमीनाबाद पहुंचे। यहां कई ज्वेलर्स के यहां छापेमारी की गई। सबसे पहले टीम रिद्धि ज्वेलर्स के यहां पहुंची। वहीं चौक के रिफाइनरी कारोबारी अमित अग्रवाल के यहां भी इनकम टैक्स की रेड चल रही है। अमित का चांदी की रिफाइनरी के साथ सोने में बुलियन का काम है। टीम लोकेश अग्रवाल के यहां भी छापेमारी करने पहुंची है।
अमीनाबाद के कारोबारी ऋषि खन्ना के यहां भी टीम छापा मारा। रेड की सूचना के बाद बुलियन और सराफा कारोबारियों में खलबली मची हुई है। पूरे शहर में करीब छोटे-बड़े दो हजार से ज्यादा सराफा कारोबारी है। बताया जा रहा है कि दुकान खोलते ही ज्यादातर कारोबारियों ने दुकान से डॉक्यूमेंट्स हटा दिए। इसके अलावा जो दुकानें सुबह 11 बजे तक खुल जाती हैं। वे दोपहर 12 बजे तक नहीं खुलीं।
बताया जा रहा है कि छापा मारने की पीछे की मुख्य वजह कागजों पर हुई खरीद- बिक्री है। कागजों पर हुई खरीद- बिक्री को लेकर जब आयकर विभाग ने पूछना शुरू किया तो कोई जानकारी चौक, अमीनाबाद और महानगर के कारोबारी नहीं दे पाए है। लखनऊ में कुल 12 जगहों पर आयकर की टीम पूछ- ताछ में लगी है। पिछले कुछ सालों में सराफा कारोबारियों पर यह आयकर की सबसे बड़ी रेड बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि 2 हजार के नोट से सबसे ज्यादा सोने की खरीद की गई है। उसमें भी बुलियन कारोबारियों के यहां इसकी खपत सबसे ज्यादा हुई है। ऐसे में यह छापा पड़ा है। सूत्रों का कहना है कि करीब 15 से 20 फीसदी अधिक अमाउंट लेकर गोल्ड कारोबारियों ने सोना बेचा है। इसकी जानकारी विभाग को पड़ी है। इसके बाद ही छापा तेज हुआ है।