24 में भाजपा आई तो लोकतंत्र खत्म: उद्धव
- जनता ही अब बचा सकती है देश
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि 2024 में अगर भाजपा सरकार आ गई तो लोकतंत्र देश में खत्म हो जाएगा। ठाकरे ने कहा कि 2024 देश के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ होगा। अगर यह (बीजेपी) सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो मुझे नहीं लगता कि यहां लोकतंत्र बचेगा।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, यह आम लोग ही हैं जो लोकतंत्र को बचाएंगे, राज्यसभा सदस्य और सामना के कार्यकारी संपादक संजय राउत के साथ दो-भाग के इंटरव्यू में, उन्होंने कई विषयों और महाराष्ट्र और भारत की वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर बात की। वहीं एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि फिलहाल राज्य में दो होर्डिंग देखने को मिलते हैं। कुछ भागों में अजीत पवार के भावी मुख्यमंत्री होने के होर्डिंग्स दिखाए देते हैं तो विदर्भ के कुछ हिस्सों में देवेंद्र फडणवीस के भावी मुख्यमंत्री के रूप में होर्डिंग लगे हैं। और फिलहाल, जो मुख्यमंत्री अस्तित्व में हैं वह एक मजाक हैं। ठाकरे ने कहा कि कई वर्षों बाद यह पता चला है कि इस देश में ‘एनडीए’ नामक कोई अमीबा जीवित है। दूसरी तरफ हमारे जैसे देशभक्त राजनीतिज्ञ हैं जिन्होंने ‘इंडिया’ नामक एक गठबंधन बनाया है। उसी दिन हमारे माननीय प्रधानमंत्री ने 36 दलों को दावत दी। सच कहें तो उन्हें उन 36 दलों की कोई आवश्यकता ही नहीं है। कुछ पार्टियों के पास तो एक भी सांसद नहीं हैं। असली शिवसेना ‘एनडीए’ में नहीं है।’ सारे गद्दार वहां चले गए हैं। उनके ‘एनडीए’ में अब ईडी, इनकम टैक्स और सीबीआई ये तीन दल ही मजबूत हैं।’ ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स भी अब एनडीए में शामिल हो गए हैं और यही उनकी शक्ति है!’ उद्धव ठाकरे ने कहा, साल वर्ष 2024 हमारे देश के जीवन को नया मो? देगा। ब्रिटिश साम्राज्य का सूर्य भी अंतत: अस्त हुआ ही था। हर किसी का अंत होता ही है। यह प्रकृति का नियम है।’
बीजेपी कैसे ले सकती है राम मंदिर का श्रेय
उद्धव ठाकरे ने महा विकास अघाड़ी सरकार को गिराने के बारे में कहा कि सरकार बही नहीं थी, बांध केकड़े ने तोड़ दिया था एक सवाल पर ठाकरे ने कहा कि दिल्ली के सामने झुकना हमारी संस्कृति नहीं है। उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे सिर्फ एक व्यक्ति नहीं हैं, उद्धव ठाकरे का मतलब बाला साहेब के विचार हैं। उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, जिन्होंने बाबरी (मस्जिद विध्वंस) की जिम्मेदारी नहीं ली, वे राम मंदिर का श्रेय कैसे ले सकते हैं।