चारों ओर सूखे से मचा हाहाकार मस्त है सरकार: मुखपत्र सामना
शिवसेना (उद्घव गुट) ने शिंदे सरकार पर बोला हमला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अहमदनगर। महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति पर राजनीति गरमाती हुई दिखाई पड़ रही है। एक दिन पहले संगमनेर जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को किसानों ने रोककर अपनी पीड़ा व्यक्त की थी।
किसानों से शिवसेना (उद्धव गुट) प्रमुख की मुलाकात पर पार्टी के मुखपत्र सामना में बड़ा हमला बोला है। इसमें सूखेजैसा दृश्य, सरकार-मंत्री अदृश्य! शीर्षक छपी खबर में कहा गया है कि सरकार किसानों की नहीं सुन रही है। इसमें उद्धव ठाकरे की किसानों के साथ हुई बातचीत का ब्योरा दिया गया है। महाराष्ट्र में अगस्त महीने में काफी कम बारिश हुई है। इसके चलते राज्य में किसानों की हालत खराब हुई है। सूखे की स्थिति से राज्य के 11 जिले ज्यादा प्रभावित हुए हैं। महाराष्ट्र सरकार के कृषि विभाग के आंकड़ों के में कहा गया है कि राज्य में अगस्त में सामान्य बारिश का केवल 40 प्रतिशत दर्ज की गई। इससे सूखे की संभावना पैदा हो गई। जून और अगस्त के अंत के बीच इस मानसून में 11 जिलों में 32 से 44 प्रतिशत कम वर्षा हुई थी। सामना में लिखा गया है कि किसानों से बातचीत में पता कि बिजली नहीं आती है केवल बिल मिलता है। किसान पीने का पानी खरीदने को मजबूर हैं। सामना ने उद्धव ठाकरे का हवाला देकर एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली सरकार पर कड़ा निशाना साधाते हुस सूखे की स्थिति को प्रमुखता से प्रकाशित किया है। राज्य में शरद पवार की अगुवाई वाला एनसीपी खेमा भी सूखे की स्थिति पर सरकार को घेर रहा है।
किसानों से मिले ठाकरे रो पड़ीं महिलाएं
मुखपत्र में लिखा गया है कि उद्धव ठाकरे की किसानों से मुलाकात में महिलाएं रो पड़ीं। किसानों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। किसानों के सामने संकट है कि उन्होंने फसल के लिए जो कर्ज लिया था वो अब वे कैसी चुकाएंगे। गुजरात के बैंकों से किसानों को कर्ज के लिए नोटिस आने पर उद्धव ठाकरे ने कहा आश्चर्य व्यक्त किया गुजरात के लोग आपको नोटिस देते हैं लेकिन यहां आपकी व्यथा सुनने नहीं आते हैं क्या? किसानों की समस्याओं सुनने के बाद उद्धव ठाकरे उनके साथ खेत में गए और हालात का जायजा लिया।