बाइस में बाइसकिल का लक्ष्य लेकर संगठन को नई धार देंगे अखिलेश
- पंचायत चुनाव के बाद संगठन को नए सिरे से मथेंगे सपा प्रमुख, खराब प्रदर्शन पर होगी कार्रवाई
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के कल होने वाले चुनाव में समाजवादी पार्टी का जिन जिलों में खराब प्रदर्शन होगा वहां के नेताओं व संगठन पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके संकेत समाजवादी पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पिछले दिनों 11 जिलाध्यक्षों को हटाकर पहले ही दे चुके हैं। अखिलेश यादव पंचायत चुनाव के बाद नए सिरे से संगठन को मथेंगे और बाइस में बाइसकिल का लक्ष्य लेकर संगठन को नई धार देंगे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का मानना है कि यदि जिलों में संगठन मजबूत होता तो भाजपा निर्विरोध चुनाव न जीतती। अब कल परिणाम आने के बाद सपा नए सिरे से संगठन की समीक्षा करेगी। विधानसभा चुनाव के समर में कूदने से पहले अखिलेश यादव संगठन को मजबूत करेंगे। उन्होंने पंचायत चुनाव में दगा देने वाले नेताओं व कार्यकर्ताओं को चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। इन पर भी पार्टी कार्रवाई करेगी। समाजवादी पार्टी गोरखपुर, मुरादाबाद, झांसी, आगरा, गौतमबुद्धनगर, मऊ, बलरामपुर, श्रावस्ती, भदोही, गोंडा व ललितपुर के जिलाध्यक्षों को नए सिरे से नियुक्त करेगी। जहां भी संगठन सुस्त नजर आएगा। वहां नए पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी। सपा अपने संबद्ध संगठनों में भी ऐसे नेताओं को चिह्नित कर रही है जो शिथिल हैं। इन्हें भी पार्टी जल्द बाहर का रास्ता दिखाएगी।
पार्टी छोटे दलों के साथ गठबंधन करेगी
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फिर दोहराया है कि विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी छोटे दलों के साथ गठबंधन करेगी। उन्होंने कहा प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है और वह वर्ष 2022 के चुनाव में बदलाव के लिए मतदान करेगी। आरोप लगाया कि भाजपा अपना संकल्प पत्र भूल गई है और उसे कूड़ेदान में फेंक दिया है। अखिलेश ने कहा कि जनता 2022 में भाजपा को जवाब देने के लिए तैयार बैठी है। पंचायत चुनाव में भाजपा ने नतीजों को प्रभावित करने की कोशिश की, लेकिन उन्हें पराजय मिली। भाजपा सरकार ने पूरी मशीनरी को चुनाव जिताने के लिए लगा दिया।
जन्मदिन पर मिली बधाईयों के लिए दिया धन्यवाद
अखिलेश यादव ने जन्म दिवस पर मिली ढेर सारी बधाइयों के लिए सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा हमारे सामने एक बहुत चतुर किस्म का दल है। वह झूठे वादे करता है। नफरत फैलाता है और समाज को बांटता है। आज किसान संकट में है। तीनों कृषि कानून किसान और खेती विरोधी है। सरकारी नीतियों के कारण नौजवान बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। कोविड संक्रमण ने भी बहुत तबाही मचाई है। देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी चौपट हुई है। मंहगाई की मार से जनता त्रस्त है। यादव ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में भाजपा ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं। उनके संकल्प पत्र में जो वादे किए गए थे, उनको जमीन पर उतारा नहीं गया। अखिलेश यादव ने कहा राज्य की जनता परिवर्तन चाहती है। अखिलेश ने सन 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने का आह्वïान किया।