कांग्रेस में बढ़ी हलचल, जुलाई में होगी ट्रेनिंग
- मिशन 2022 के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
लखनऊ। 2022 चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने युद्घस्तर पर अपनी चुनावी तैयारियां शुरू कर दी है। इसके तहत इन दिनों एक ओर जहां कांग्रेस के नेता सूबे के सियासी और जातिगत समीकरणों को देखते हुए दूसरे दलों के प्रभावशाली नेताओं और छोटे दलों से बात-मुलाकात कर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल करा रहे है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी भी इन दिनों जनता से जुड़े हर एक मुद्दे को लेकर सत्ताधारी भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधती नजर आ रही हैं। इतना ही नहीं इस दौरान कांग्रेस अब आगामी 1 जुलाई से 8 जुलाई तक अपने यूपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए भी एक विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करने जा रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के मुताबिक, ‘मिशन-2022 के लिए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने नेताओ और कार्यकर्ताओ को प्रशिक्षित करने के लिए एक विशेष प्रशिक्षिण शिविर लगाने जा रही है। कांग्रेस यूपी के अपने 8 में से 7 जोन में आगामी 1 जुलाई से 8 जुलाई तक दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करेगी। इसमें हर जोन के प्रदेश उपाध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, प्रदेश सचिव समेत उस जोन से जुड़े सभी जिलों के जिलाध्यक्ष, शहर अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों को प्रशिक्षित किया जाएगा। ये प्रशिक्षण शिविर सबसे पहले 1 से 2 जुलाई तक इलाहाबाद जोन और फिर 2 से 3 जुलाई तक सुल्तानपुर, 3 से 4 जुलाई तक लखनऊ, 4 से 5 जुलाई तक मथुरा, 5 से 6 जुलाई तक झांसी, 6 से 7 जुलाई तक गाजियाबाद और फिर अंत में 7 से 8 जुलाई को बरेली में आयोजित किया जाएगा।
कार्यकर्ताओं को दी जाएगी ट्रेनिंग
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि कांग्रेस द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर के पहले दिन कांग्रेस नेताओं को सोशल मीडिया से जुड़ा प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसमें सोशल मीडिया के महत्व की जानकारी देते हुए न सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए जनता तक अपनी और पार्टी की बात पहुंचाने के तौर-तरीके सिखाये जाएंगे। बल्कि इस दौरान सोशल मीडिया की ताकत से भी रूबरू कराते हुए इसका भरपूर फायदा भी उठाने की सलाह दी जाएगी। इसके बाद इस प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन भाजपा और आरएसएस के सच से कांग्रेस नेताओं को रूबरू कराते हुए जहां योगी-मोदी सरकार की विफलताओं की भी जानकारी दी जाएगी। तो वहीं अंत में सपा और बसपा से जुड़े सच की जानकारी देते हुए सत्ताधारी सरकार के साथ विपक्ष को भी आड़े हाथों लेने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।