राजस्थान में भीड़ की कमी और नेताओं की नाराजगी बनी भाजपा के लिए मुसीबत
संघ के साथ होने वाली बैठक कैंसिल कर अचानक दिल्ली लौटे शाह-नड्डा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
जयपुर। भाजपा राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों की तैयारियों में पूरी तरह से जुट चुकी है। इसके लिए पीएम मोदी भी इन राज्यों का दौरा कर रहें हैं और लोकलुभावन वादों का पिटारा भी खोल रहे हैं। हालांकि, इन दोनों ही राज्यों में भाजपा की स्थिति काफी कमजोर दिखाई दे रही है। क्योंकि इसकी एक बड़ी वजह दोनों ही राज्यों में पार्टी के अंदर मची अंतरकलह भी है। इसीलिए इस अंदरूनी कलह को शांत करने के लिए भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इन राज्यों का दौरा कर रहा है। राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की नाराजगी भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है। इसीलिए उन्हें मनाने के लिए कल गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राजस्थान भेजे गए थे। जिसके बाद गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने जयपुर के एक होटल में कल देर रात तक प्रदेश के प्रमुख नेताओं के साथ बैठकें भी कीं।
इन बैठकों में नड्डा व शाह ने परिवर्तन यात्राओं में कई जगह भीड़ नहीं जुटने, नेताओं की गुटबाजी के चलते कई जगह स्थानीय नेताओं के विरोज जैसी घटनाओं पर नाराजगी जताई। साथ ही उन्होंने प्रदेश स्तर के नेताओं के बीच चल रही आपसी प्रतिस्पर्धा जैसे मुद्दों पर नड्डा और शाह ने नेताओं को नसीहत भी दी है। लेकिन इस बीच अब अचानक आज दोनों नेताओं की संघ पदाधिकारिेयों के साथ होने वाली मीटिंग व दूसरे कार्यक्रम कैंसिल हो गए। दोनों नेता राजस्थान से सीधे वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
ऐसे में अब सवाल ये ही कि क्या शाह और नड्डा वसुंधरा राजे को नहीं मना पाए? या फिर नेताओं की नाराजगी और परिवर्तन यात्रा में भीड़ न जुटने से भाजपा ने राजस्थान में भी अपनी हार स्वीकार कर ली है?
कई नेताओं ने की शाह-नड्डा से मुलाकात
दरअसल, आज अमित शाह और जेपी नड्डा की संघ पदाधिकारियों के साथ तय मीटिंग कैंसिल हो गई। इसको लेकर अब चर्चा है कि संघ के वरिष्ठ प्रचारक प्रकाशचंद को आगामी चुनावों के लिए बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। इसी को लेकर दोनों नेताओं के स्थानीय संघ के पदाधिकारियों से बात करने की संभावना थी, लेकिन प्रोग्राम कैंसिल हो गया है। इसका कारण स्पष्ट नहीं किया गया है। इससे पहले आज सुबह दोनों नेताओं से मिलने प्रदेश के कई नेता होटल पहुंचे। सुबह केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर और प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने होटल पहुंचकर नड्डा और शाह से मुलाकात की। इससे पहले देर रात हुई मीटिंग में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, गजेन्द्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी, चुनाव प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश सह चुनाव प्रभारी विजया राहटकर, कुलदीप बिश्नोई, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ मौजूद रहे।
राजस्थान में सांसदों का चुनाव लडऩा अभी कंफर्म नहीं
मीटिंग से निकले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सांसदों को चुनाव लड़ाने के सवाल पर कहा कि यह पार्टी नेतृत्व को तय करना है, बैठक में इस पर चर्चा नहीं हुई है। वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि पार्टी के आगामी कार्यक्रमों पर चर्चा हुई है। सांसदों को चुनाव लड़ाने का फॉर्मूला राजस्थान में लागू होता है या नहीं, केंद्रीय चुनाव समिति तय करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के किसी भी वरिष्ठ नेता को इग्नोर नहीं किया जा रहा है, सभी मिलकर आगे बढ़ रहे हैं। बीजेपी के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हमने बहुत विषय पर चर्चा की है। प्रत्याशियों के चयन के आधार पर चर्चा की गई है। चुनाव की घोषणा होने तक के कार्यक्रम तय किए गए हैं। सांसदों को चुनाव लड़ाने पर आगे विचार किया जाएगा।
एक दूसरे की टांग खिंचाई में लगा है इंडिया गठबंधन: नकवी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने पंजाब और बिहार में जारी घमासान पर विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन को लेकर तंज कसा है। नकवी ने कहा कि साथ मिलकर चुनाव लडऩे की बात कर रहे थे, अब एक-दूसरे की टांग खिंचाई में लग गए हैं। उन्होंने कहा कि ये तो शुरुआत है आगे और देखने को मिलेगा।
दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल यनाइटेड, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन पश्चिम बंगाल, पंजाब और बिहार में ये दल आजकल एक-दूसरे से भिडऩे लगे हैं। जहां बिहार में आरजेडी सांसद मनोज झा के संसद में भाषण ने सियासी घमासान मचा दिया है, जिसमें बीजेपी ही नहीं राज्य में महागठबंधन का हिस्सा जेडीयू और खुद आरजेडी नेताओं ने भी मनोज झा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उधर, पंजाब में कांग्रेस विधायक सुखपाल खेहरे की गिरफ्तारी से राज्य की सियासत गरमा गई है। तो वहीं पश्चिम बंगाल में भी कांग्रेस लगातार ममता सरकार पर हमला बोल रही है। इसी को लेकर भाजपा नेता ने तंज कसा है।
हरित क्रांति के जनक कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन का निधन
98 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
चेन्नई। भारत के महान कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन का आज सुबह निधन हो गया। उन्होंने तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में सुबह 11.20 बजे 98 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। उनका जन्म 7 अगस्त, 1925 को हुआ था। एम एस स्वामीनाथन को भारत में हरित क्रांति का जनक माना जाता है।
स्वामीनाथन डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के वैज्ञानिक थे। उन्होंने 1972 से लेकर 1979 तक ‘इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च’ के अध्यक्ष के तौर पर भी काम किया। कृषि क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से नवाजा था। स्वामीनाथन की गिनती भारत के महान कृषि वैज्ञानिकों के तौर पर होती हैं, जिन्होंने धान की ऐसी किस्म को तैयार किया, जिसने भारत के कम आय वाले किसानों को ज्यादा धान पैदा करने के काबिल बनाया।
हरित क्रांति ने बदली भारत की तस्वीर
कृषि वैज्ञानिक डॉ. स्वामीनाथन ने हरित क्रांति की सफलता के लिए दो केंद्रीय कृषि मंत्रियों सी. सुब्रमण्यम (1964-67) और जगजीवन राम (1967-70 और 1974-77) के साथ मिलकर काम किया। ये एक ऐसा प्रोग्राम था, जिसमें केमिकल-बायोलॉजिकल टेक्नोलॉजी के जरिए गेहूं और चावल की प्रोडक्टिविटी बढ़ गई। हरित क्रांति की वजह से भारत अनाज के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के रास्ते पर आगे बढ़ पाया। हरित क्रांति की वजह से भारत की तस्वीर बदल गई। अपने जीवन में स्वामीनाथन को तीन पद्म अवार्ड के अलावा ढेरों अवार्ड्स से नवाजा गया। स्वामीनाथन ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद में 1972 से 1979 तक और अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान में 1982 से 88 तक महानिदेशक के रूप में काम किया।
ड्रग्स तस्करी में कांग्रेस विधायक गिरफ्तार
2015 से चल रही थी जांच, एमएलए सुखपाल सिंह खैहरा ने बताया बदले की भावना से हुई कार्रवाई
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
अमृतसर। पंजाब से आज सुबह ही कांग्रेस के लिए एक झटका देने वाली खबर आई। प्रदेश में कपूरथला के भुलत्थ से कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा को आज सुबह 6.20 बजे चंडीगड़ से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें जलालाबाद पुलिस ने चंडीगढ़ सेक्टर 5 स्थित उनके निवास स्थान से कांग्रेस विधायक को गिरफ्तार किया।
पुलिस का कहना है कि कांग्रेस विधायक के खिलाफ ड्रग तस्करी का एक पुराना मामला था, जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्हें अरेस्ट किया जा रहा है। जल्द उन्हें जलालाबाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।
दरअसल, सुखपाल खैहरा पर 2015 के एक पुराने ड्रग केस मामले में जांच चल रही थी। इसमें डीआईजी की अगुआई में बनी एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर अब उनकी गिरफ्तारी हुई है। इस एसआईटी में दो एसएसपी भी शामिल रहे हैं। जबकि सुखपाल खैहरा का कहना है कि यह एक झूठा केस था, सुप्रीम कोर्ट ने भी उन्हें इस केस में राहत दी है।
सीएम का विरोध करता हूं, इसलिए किया गिरफ्तार : खैहरा
सुखपाल सिंह खैहरा ने अरेस्ट से पहले कहा कि यह पंजाब में जंगल राज, बदले की भावना से काम किया जा रहा है। क्योंकि मैं सीएम भगवंत मान का विरोध करता हूं, इसलिए मेरे खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है। मेरे पीछे सभी मेरे बेटे के साथ संपर्क कर सकते हैं। कांग्रेस विधायक ने कहा कि सभी से अपील है कि चिंता नहीं करनी। पहले भी इस प्रकार के 50 केस उन पर पड़ चुके हैं। आराम से लडूंगा। पर ये इनकी करतूत देख लो, पुराने 2015 के झूठे केस में चंडीगढ़ से अरेस्ट कर रहे हैं। जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने सम्मन क्रैश किए हुए हैं, रिलीफ मिली हुई है। फिर भी उसी केस में गिरफ्तार किया जा रहा है, जिसमें से कुछ मिला भी नहीं। खैहरा का आरोप है कि पुलिस ने उनको एक घूंट पानी तक नहीं पीने दिया और उसके हाथ से गिलास छीन लिया।
अयोध्या पुलिस मुठभेड़ में मानवाधिकार आयोग ने दर्ज किया केस
अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने की थी शिकायत
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला कांस्टेबल प्रकरण में अयोध्या जिले में हुए पुलिस मुठभेड़ के संबंध में आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर द्वारा भेजी शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। अमिताभ ठाकुर ने मुठभेड़ में कथित रूप से घायल विशंभर दयाल दुबे की बेटी का 1.19 मिनट का एक वीडियो भेजते हुए जांच की मांग की थी।
इसमें ठाकुर ने कहा था कि पुलिस अभिलेख के अनुसार थाना इनायत नगर में अनीस, आजाद खान और विशंभर दयाल दुबे के साथ 22 सितंबर 2023 की रात लगभग 1:30 बजे मुठभेड़ हुई, जिसमें आजाद खान और विशंभर दुबे पकड़ लिए गए।
इसके विपरीत विशंभर दयाल दुबे की बेटी के अनुसार उसके पापा उस दिन सुबह 5:00 बजे गांव में अपने घर पर सो रहे थे। तभी उनके घर सुल्तानपुर के अरुण अग्रवाल के नाम से नंबर प्लेट चेंज करके एक स्कॉर्पियो गाड़ी से कुछ लोग आए और विशंभर दुबे को घर से जबरदस्ती पकड़ कर ले गए। परिवार वालों ने इस संबंध में तत्काल प्रार्थना पत्र भी प्रेषित किया। युवती के अनुसार उसके पिता को घर से उठाकर फर्जी मुठभेड़ किया गया है। अमिताभ ठाकुर ने इसकी गहन जांच की मांग की थी। अब इसी पर मानवाधिकार ने मामला दर्ज कर लिया है।