दिल्ली पुलिस ने भड़ास मीडिया के संपादक यशवंत सिंह के साथ की अभद्रता
बेवजह जब्त कर लिया फोन, एफआईआर की भी नहीं दी कॉपी
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भारतीय प्रेस पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय जोशी ने गृहमंत्री को पत्र लिखकर की कार्रवाई की मांग
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में वर्तमान समय में अधिकांश मीडिया तो सत्ता की गुलाम हो गई है। और जो कुछ एक मीडिया संस्थान व पत्रकार सरकार से सवाल करते हैं, उनको न तो सरकार पूछती है और न ही पुलिस भी उनकी बातों को सुनती है। ऐसा ही कुछ हुआ भड़ास मीडिया के संपादक व वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह के साथ। यशवंत सिंह के साथ पुलिस ने बदसलूकी की और बदतमीजी की। दरअसल, किसी काम से दिल्ली के भारत नगर थाने पहुंचे तो वहां मौजूद एसीपी संजीव कुमार और इंस्पेक्टर सूरज पाल ने उनके साथ बदतमीजी की। इस बात की जानकारी खुद यशवंत सिंह ने दी और उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को इस मामले में कार्यवाही करने के लिए पत्र भी लिखा।
जबरन ले लिया फोन
इस विषय में जानकारी देते हुए कमिश्नर को लिखे पत्र में यशवंत सिंह ने बताया कि जांच के लिए जब मैं भारत नगर थाने पहुंचा जहां एसीपी संजीव कुमार की मौजूदगी में इंस्पेक्टर सूरज पाल ने मुझसे पूछताछ की और मेरे जवाबों को लिखवाया।
बाद में मेरा आईफोन 11 जिसमें एयरटेल सिम है। उसे जांच के नाम पर जब्त कर लिया। लेकिन फोन जब्ती का कोई भी कागज, रसीद मुझे नहीं दिया है। मुझे आशंका है कि मेरे फोन का दुरुपयोग किया जा सकता है। मैं ये सब इसलिए आपके संज्ञान में ला रहा हूं क्योंकि पूछताछ करने वाले अधिकारी इंस्पेक्टर सूरजपाल का रवैया काफी उग्र और मारपीट की धमकियों वाला था। बिना जांच कंप्लीट हुए किसी को अपराधी मानकर ट्रीट करना बेहद शर्मनाक है। मैंने इससे पहले वाली मेल में जांच में सहयोग करने हेतु थाने पहुंचने और अभी तक एफआईआर की कापी न मिलने का जिक्र किया है। यशवंत सिंह ने ये भी बताया कि उन्हें एफआईआर की कापी नहीं दी गई। साथ ही उन्हें आशंका है कि उनका फोन छीनकर उसके जरिए उनके खिलाफ फर्जी साक्ष्य बनाए जा सकते हैं।
लोकतंत्र को तानाशाही में किया जा रहा तब्दील : यशवंत
इस मामले पर यशवंत सिंह ने बताया कि दिल्ली पुलिस द्वारा उनके साथ किए गए दुर्व्यहार पर वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश ने कमेंट करके इस घटनाक्रम की निंदा की थी। जिसके बाद आज खुद उनके यहां दिल्ली पुलिस पहुंच गई और उन समेत कई पत्रकारों के यहां छापेमारी करके थाने ले गई। इन छापेमारियों पर खेद जताते हुए यशवंत सिंह ने कहा कि ये क्या हो रहा है? आपातकाल इससे कुछ अलग होता है क्या? उन्होंने कहा कि असहमति को कुचलना, रौंदना ही आपातकाल होता है। हम एक नए दौर में प्रवेश कर रहे हैं जहां लोकतंत्र को तानाशाही में तब्दील होते हुए देख रहे हैं। पत्रकारों के यहां छापे और गिरफ्तारी निंदनीय ही नहीं बल्कि हम सबको एक चेतावनी है। जो बोलेगा जो लिखेगा वो झेलेगा, वो पकड़ा जाएगा, प्रताड़ित किया जाएगा।
भारतीय प्रेस पत्रकार संघ ने की निंदा
भारतीय प्रेस पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय जोशी ने भड़ास के संपादक वरिष्ठ पत्रकार यशवंत सिंह के साथ पुलिस के दुर्व्यवहार एवं उनका मोबाइल छीनने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। जोशी ने इस घटना के विरोध एवं इस घटना में दोषी समस्त पुलिस अधिकारियों को तत्काल सस्पेंड करने की मांग की। उन्होंने देश के गृहमंत्री अमित शाह, दिल्ली के उपराज्यपाल एवं पुलिस आयुक्त को इस बाबत मेल एवं पत्र भेजकर कहा कि यशवंत सिंह देश के जाने माने प्रतिष्ठित वरिष्ठ पत्रकार हैं। दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर सूरजपाल द्वारा पूछताछ के नाम पर एसीपी संजीवकुमार की मौजूदगी में यशवंत सिंह के साथ दुर्व्यवहार किया जाना बेहद अफसोसजनक है। साथ ही बिना किसी रसीद दिए उनका आईफोन छीन लेना दुर्भाग्यपूर्ण है।
सीएम योगी ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान को दिखाई हरी झंडी
31 अक्टूबर तक चलेगा अभियान
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
गोरखपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज गोरखपुर जिले में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत जिला अस्पताल परिसर से की। यह अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा। इस दौरान मच्छरों के नियंत्रण के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान सफाई, फागिंग, जलभराव को खत्म करने आदि के उपायों पर जोर दिया जाता है।
संचारी रोग नियंत्रण अभियान में आईसीडीएस, शिक्षा विभाग, पंचायती राज, नगर निकाय, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, पशुपालन और कृषि विभाग भी शामिल हैं। इसके लिए ग्राम प्रधान और नोडल अध्यापकों का प्रशिक्षण कराया गया है। ब्लॉक स्तरीय अफसरों को अभियान के दौरान की जाने वाली गतिविधियों के लिए भी प्रशिक्षित किया गया।
बुखार होने पर दी जाएगी 108 एंबुलेंस की सुविधा
सीएम योगी ने आज सुबह बीआरडी मेडिकल कॉलेज विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने विशेष संचार अभियान की रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मौके पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व एमएलसी डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह, विधायक महेंद्र पाल सिंह, प्रदीप शुक्ला, भाजपा के जिला अध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष व पदाधिकारी मौजूद रहें।
महाराष्ट्र के अस्पताल में मौत का तांडव जारी
सरकारी अस्पताल में 48 घंटों में 16 बच्चों समेत 31 लोगों की मौत
विपक्ष ने प्रदेश की शिंदे-भाजपा सरकार को बताया ‘खूनी सरकार’
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र के नांदेड़ के एक सरकारी अस्पताल में मौत का भयानक खेल चल रहा है। पिछले 36 घंटे से इस अस्पताल में मौत तांडल लगातार हो रहा है। आलम ये हो गया है कि पिछले 48 घंटों में 16 नवजात समेत कुल 31 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले खबर आई थी कि 24 घंटे में 24 लोगों की मौत हुई है, लेकिन अब 48 घंटों में 31 मौतों की खबर ने प्रदेश समेत पूरे देश में हाहाकार मचा दिया है। क्योंकि इन मौतों ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की कलई खोल कर रख दी है। यही वजह है कि अब इस मसले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। प्रदेश सरकार विपक्ष समेत पूरे प्रदेश की जनता के निशाने पर है। ये पूरा मामला डॉ. शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का है।
इस मामले पर महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ का कहना है कि हम पूरी जांच करेंगे। मैंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को इस संबंध में जानकारी दी है। मैं अस्पताल का दौरा करूंगा और डॉक्टरों की एक समिति भी बनाई जाएगी। वहीं विपक्ष लगातार महाराष्ट्र सरकार पर हमलावर है।
सुप्रिया सुले ने पूछा- इन मौतों का जिम्मेदार कौन?
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए इसे खूनी सरकार बताया। सुप्रिया सुले ने ट्वीट करके कहा कि एकनाथ शिंदे की यह ट्रिपल इंजन की खूनी सरकार है। ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स का इस्तेमाल कर कोविड में अच्छा काम कर रही उद्धवजी की सरकार को गिराने का काम बीजेपी ने किया है। ये जो जानें गईं हैं उसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। सीएम को उस विभाग के मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए।
फिर उठी यूपी को बांटने की मांग, गरमाई सियासत
मंत्री संजीव बालियान ने की पश्चिमी यूपी के अलग होने की मांग, सपा सांसद ने किया समर्थन, तो संगीत सोम ने किया विरोध
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बिहार सरकार द्वारा जातीय जनगणना के आंकड़े सार्वजनिक करने के बाद पूरे देश में जातिगत जनगणना का मुद्दा गरमाया हुआ है। लेकिन इससे इतर अब उत्तर प्रदेश में एक और मुद्दा जोर पकड़ता जा रहा है। ये मुद्दा है उत्तर प्रदेश के विभाजन का। किसी जमाने में प्रदेश की सीएम रहीं मायावती ने एक योजना बनाई थी जिसके तहत वो यूपी को चार टुकड़ों में बांटना चाहती थीं। अब एक बार फिर भाजपा की सरकार में यूपी के विभाजन की बात शुरू हुई है। वैसे ये विचार अभी सरकार का नहीं बल्कि मोदी सरकार में केंद्रीय पशुधन राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान का है।
दरअसल, संजीव बालियान ने एक कार्यक्रम में अलग पश्चिम उत्तर प्रदेश को बनाने की मांग रखी। अब बालियान के इस मांग के बाद ये मुद्दा जोर पकड़ता जा रहा है। हालांकि बालियान का कहना है कि यह उनकी निजी राय है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश बने। वैसे भी यह प्रदेश की जनता की मांग है। इस बयान के बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि उनका बयान पार्टी की कोई दूरगामी योजना तो नहीं है। फिलहाल बालियान के बयान के बाद अब अन्य दलों की ओर से भी इस मामले पर प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं।
वहीं बीजेपी नेता संगीत सोम ने अलग राज्य का विरोध करते हुए कहा कि पश्चिमी यूपी अलग राज्य बना तो बन मिनी पाकिस्तान जाएगा।
राजभर ने कहा- प्रदेश बड़ा है इसे चार हिस्सों में बांटा जाए
बालियान के पश्चिम यूपी के अलग बनाने की मांग के बीच सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अब पश्चिमी यूपी के बाद पूर्वांचल प्रदेश बनाने की मांग कर दी है। राजभर ने कहा कि यूपी को चार हिस्सों में बांटने की मांग काफी समय से चली आ रही है। हम भी इसका समर्थन करते हैं। ये प्रदेश बहुत बड़ा है, इसलिए इसे बांट देना चाहिए। सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि ये तो लंबे समय से मांग चल रही है, हम लोग पूर्वांचल की मांग करते हैं। कोई बुंदेलखंड कोई हरित प्रदेश की मांग करता है। अलग-अलग सोच है, लोग अलग-अलग मांग करते हैं। प्रदेश बड़ा है, प्रदेश में बंटवारा हो, हम भी उसके पक्षधर हैं। हम भी यही मांग करते हैं कि प्रदेश को चार हिस्सों में बांटा जाए।
अलग राज्य बनने से सुधरेगी कानून-व्यवस्था: बर्क
बालियान की इस मांग पर अब सपा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क ने पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि अगर पश्चिम उत्तर प्रदेश अलग राज्य बनेगा, तो इससे कानून व्यवस्था अच्छी होगी और राज्य का विकास भी होगा। क्योंकि उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा राज्य है और समय-समय पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग उठती रही है। अगर ये अलग राज्य बन जाता है तो इससे विकास को गति मिलेगी। संभल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने व्यक्तिगत तरीके से समर्थन करते हुए कहा कि यूपी बड़ा राज्य है। छोटे राज्य होने से निजाम अच्छा होगा। वहीं उन्होंने कहा कि अलग राज्य की मांग पहले से होती रही है।